'निर्देश नहीं... धरातल पर काम हो', रांची की यातायात व्यवस्था पर हाईकोर्ट नाराज; ट्रैफिक SP से पूछे सवाल
झारखंड की राजधानी रांची में बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था के मामले में बुधवार को एक बार फिर से हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान हाईकोर्ट ने कई बार निर्देश देने के बाद स्थिति में सुधार नहीं होने पर नाराजगी जताई। वहीं कोर्ट ने ट्रैफिक एसपी सुमित कुमार अग्रवाल से कहा कि इसके लिए सिर्फ निर्देश और कागज पर ही कार्रवाई नहीं हो। सुगम यातायात व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए।
राज्य ब्यूरो, रांची। हाईकोर्ट के जस्टिस आर मुखोपाध्याय व जस्टिस दीपक रोशन की खंडपीठ में रांची की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने की मांग को लेकर दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान अदालत ने कई बार निर्देश देने के बाद भी स्थिति में सुधर नहीं होने पर नाराजगी जताई।
खंडपीठ ने ट्रैफिक एसपी सुमित कुमार अग्रवाल से कहा कि इसके लिए सिर्फ निर्देश और कागज पर ही कार्रवाई नहीं हो। रांची में सुगम यातायात व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए।
अदालत ने कहा कि अगली तिथि को वह अदालत को बताएं कि रांची की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए क्या-क्या कदम उठाए गए हैं और इसका क्या असर दिखा। किन-किन इलाकों में यातायात सुगम हो गया है। किन-किन इलाकों में सड़क से अतिक्रमण हटा दिया गया है। अदालत ने मेन रोड, लालपुर चौक, किशोरी यादव चौक पर यातायात व्यवस्था विशेष ध्यान रखा जाए क्योंकि इन क्षेत्रों में लगातार जाम की स्थिति बन रहती है।
अदालत ने ट्रैफिक एसपी को दिया ये निर्देश
अदालत ने अगली सुनवाई 23 अप्रैल को निर्धारित की है। अदालत ने ट्रैफिक एसपी को इस दिन भी अदालत में उपस्थित रहने का निर्देश दिया है।सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा कि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जाए। अदालत ने रांची नगर निगम से पूछा कि शहर में बनने वाले मल्टी स्टोरी पार्किंग को लेकर क्या कार्रवाई की जा रही है। निगम की ओर से बताया गया कि हिनु, कोकर के साधु मैदान और सुजाता चौक के पास मल्टी स्टोरी पार्किंग बनाने की योजना है। इसके लिए जमीन अधिग्रहण किया जाना है, जिसको लेकर वार्ता प्रगति पर है।
शहर में सड़क पर ही ऑटो खड़ा कर दिया जाता- अदालत
अदालत ने कहा कि शहर में सड़क पर ही ऑटो खड़ा कर दिया जाता है। इससे सड़कें संकीर्ण हो जाती हैं और जाम लगता है। शहर में आटो चालकों के लिए पार्किंग की क्या व्यवस्था की गई है। कहां-कहां आटो स्टैंड बनाया गया है। मेन रोड में सड़क के किनारे दुकानें लगाई जाती है, जिसकी वजह से पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। कई जगहों पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट खराब रहती है।
ट्रैफिक एसपी ने अदालत को बताया कि हेलमेट चेकिंग अभियान लगातार चलता है। सीसीटीवी के माध्यम से भी हेलमेट नहीं पहनने वालों का आनलाइन चालान कटता है। ट्रैफिक सिग्नल में लाइट के खराब होने पर उसे बदला जाता है।ये भी पढ़ें- Arjun Munda सहित 27 BJP नेता को मिली हाईकोर्ट से राहत, कोर्ट ने सरकार से 4 सप्ताह में मांगा जवाब
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