Jharkhand News: होम गार्ड को CM हेमंत का तोहफा, अब पुलिसकर्मियों के बराबर मिलेंगे रुपये; CM कार्यालय पर मना जश्न
Jharkhand Home Guards Remuneration News झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने 49वें जन्म दिवस पर गृह रक्षकों यानी होम गार्ड के लिए एक बड़ा एलान किया। सीएम ने होम गार्ड का दैनिक कर्तव्य पारिश्रमिक राशि को पुलिसकर्मियों के बराबर करने का एलावृन किया। अब होम गार्ड को दैनिक कर्तव्य पारिश्रमिक के रूप में एक हजार 88 रुपये प्रतिदिन की दर से भुगतान किया जाएगा।
राज्य ब्यूरो, रांची। पुलिसकर्मियों के समकक्ष दैनिक कर्तव्य पारिश्रमिक दिए जाने के सरकार के निर्णय के बाद राज्यभर के सैकड़ों गृह रक्षकों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री के आवासीय कार्यालय में पहुंचकर जश्न मनाया। मौके पर विधायक कल्पना सोरेन भी मौजूद थीं।
गृह रक्षकों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार भी जताया। इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि गृह रक्षक सरकार के अभिन्न अंग हैं। उनका ख्याल रखना सरकार का दायित्व है। गृह रक्षक भी इस राज्य का ख्याल रखें।
सीएम ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में राज्य सरकार के विभिन्न श्रेणियों और संवर्गों के कर्मियों के हित में कई निर्णायक फैसले लिए गए हैं। सभी को उनका हक व अधिकार देने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। सरकार में सभी की भागीदारी पूरे मान-सम्मान के साथ हो, यह सरकार की प्राथमिकता में है।
गृह रक्षकों को अब मिलेंगे एक हजार रुपये
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दस अगस्त को अपने 49वें जन्म दिवस के अवसर पर गृह रक्षकों को पुलिसकर्मियों के समकक्ष दैनिक कर्तव्य पारिश्रमिक देने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी थी। इसके तहत गृह रक्षकों को अब दैनिक कर्तव्य पारिश्रमिक के रूप में एक हजार 88 रुपये प्रतिदिन की दर से भुगतान होना है।
सरकार के इस निर्णय से उत्साहित गृह रक्षक गाजे-बाजे, ढोल-नगाड़ों के साथ मुख्यमंत्री के आवासीय कार्यालय पहुंचे थे। सभी एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर अपनी खुशियों का इजहार कर रहे थे।
गृह रक्षकों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर राज्य सरकार के इस निर्णय के लिए उनका आभार जताया और कहा कि इस निर्णय से राज्य भर के गृह रक्षकों के घर-परिवार में हर्ष का माहौल है।
सभी को मान-सम्मान के साथ जीने का अधिकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को पूरे मान -सम्मान के साथ जीने का अधिकार है। उनकी सरकार राज्य की जनता हो या किसी भी संवर्ग के सरकारी कर्मी, सभी को उनका हक और अधिकार देने के लिए प्रतिबद्ध है।
इसी कड़ी में गृह रक्षकों की चिर-लंबित मांग को उनकी सरकार ने पूरा कर उन्हें एक बड़ा तोहफा दिया है। उनका प्रयास है कि सरकार में गृह रक्षकों की भागीदारी पूरे मान-सम्मान के साथ हो। यह सरकार हमेशा गृह रक्षकों के साथ है ।
साढ़े चार वर्षों में लिए हैं कई निर्णायक फैसले
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार के साढ़े चार वर्ष पूरे हो चुके हैं। इन साढ़े चार वर्षों में राज्य सरकार ने विभिन्न श्रेणियों और संवर्गों के कर्मियों के लिए कई निर्णायक फैसले लिए हैं। पुरानी पेंशन योजना लागू की गई है।
आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं का मामला हो या अनुबंध अथवा किसी भी श्रेणी में कार्यरत कर्मचारी, उनके मानदेय में सम्मानजनक वृद्धि के साथ सेवा-शर्तें बेहतर की गई हैं।
इसके अलावे भी अनेक ऐसे निर्णय उनकी सरकार ने लिए हैं, जो सरकारी कर्मियों को बेहतर माहौल में कार्य करने का अवसर प्रदान कर रहा है।
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