Jharkhand Lok Sabha Result : RSS ने चुनाव में BJP की मदद की या नहीं? अंदर की बात आई सामने; सियासत हुई तेज
Jharkhand Election Result 2024 भाजपा कई राज्यों में लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। अब ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या आरएसएस ने भाजपा की मदद नहीं की। लेकिन अब इस राज से पर्दा हट गया है। अब अंदर की बात सामने आई है। आरएसएस नेता ने सब कुछ क्लियर कर दिया कि आखिर कैसे भाजपा को चुनाव में नुकसान हुआ।
संजय कुमार,रांची। Jharkhand News: उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान समेत देश के कई राज्यों के चुनाव परिणाम भाजपा के लिए निराश करने वाला रहा। ऐसे में अब सियासी जगत में इस बात की चर्चा उठ रही है कि आरएसएस ने भाजपा की मदद नहीं की। लेकिन अब इन अटकलों पर पूरी तरह से विराम लग गया है। आरएसएस (RSS) के एक नेता ने सबकुछ क्लियर कर दिया है।
आरएसएस ने चुनाव की शुरुआत से लेकर अंत तक मदद की
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने पंच प्रण में से एक नागरिक कर्त्तव्य के तहत लोकसभा चुनाव में मतदाता जागरण के तहत कोई कसर नहीं छोड़ी। चुनाव की घोषणा के पहले से लेकर अंतिम चरण की समाप्ति तक संघ के स्वयंसेवक और सभी समविचारी संगठनों के हजारों कार्यकर्ता वोट प्रतिशत बढ़ाने से लेकर राष्ट्रवाद के नाम पर वोट डालने के लिए लोगों को प्रेरित करते रहे। देश के अलग-अलग प्रांतों सहित झारखंड और बिहार में इसे लेकर हजारों छोटी व बड़ी बैठकें शहर से लेकर गांवों तक हुईं।
मतदाताओं को घरों से निकालकर बूथों तक भी भेजा। झारखंड में तो पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में वोट प्रतिशत भी कम नहीं रहा। इसके बावजूद झारखंड में पांच आदिवासी सीटों पर भाजपा की हार हुई।
इसको लेकर संघ के समवैचारिक संगठनों में चर्चाएं हो रही हैं। आदिवासी इलाकों में जमीन पर और काम करने की जरूरत महसूस की जा रही है। आदिवासी बहुल छत्तीसगढ़ और ओडिशा में जिस तरह से संघ एवं समवैचारिक संगठनों ने काम किया और चुनाव में भाजपा को सफलता मिली,वैसा ही प्रयोग दूसरे स्थानों पर करने को लेकर चर्चा है।
आरएसएस के राकेश लाल ने बताई अंदर की बात
इस बार लोकसभा चुनाव में भाजपा को अपेक्षा से कम सीटों मिलने के बाद कई फोरम पर इस बात की चर्चा हो रही है कि संघ के कार्यकर्ता इस चुनाव में उतने सक्रिय नहीं दिखे या भाजपा ने उनकी ज्यादा मदद नहीं मिली। हालांकि संघ के कार्यकर्ता इसे सिरे से खारिज करते हैं। इस संबंध में आरएसएस के उत्तर पूर्व क्षेत्र के सामाजिक सदभाव प्रमुख राकेश लाल का कहना है कि संघ चाहता ही है कि उनके सभी समवैचारिक संगठन स्वतंत्र होकर काम करें।सभी संगठन स्वतंत्र रूप से इतने सशक्त हो जाएं कि उन्हें संघ के स्वयंसेवकों की जरूरत नहीं पड़े। इसके बावजूद सभी संगठन एक-दूसरे के साथ सक्रिय व कार्यरत रहते हैं। कुछ लोगों द्वारा भ्रम फैलाया जा रहा है। संघ के कार्यकर्ता देशभर में मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के अभियान में जुटे और उन्हें नागरिक कर्त्तव्य का बोध कराते हुए राष्ट्रनिर्माण के लिए मतदान अवश्य करने को प्रेरित किया। हम मतदाताओं को घरों से निकलने का आह्वान करते हुए उन्हें बूथों तक लेकर गए।
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