झारखंड के राज्यपाल पर क्यों हुआ संदेह? इस विधायक ने सब कुछ कर दिया क्लियर, कहा- सदन में विरोध करिए तो...
Jharkhand Assembly झारखंड के विधानसभा में विश्वास मत हासिल किए जाने के दौरान पूर्व सीएम हेमंत सोरेन द्वारा राज्यपाल पर टिप्पणी की गई थी। अब इसको लेकर राज्य में सियासत छिड़ गई है। राज्यपाल पर संदेह क्यों हुआ? इसको लेकर एक विधायक ने क्लियर कर दिया है। उन्होंने कहा कि केंद्र का विरोध करिए तो जेल होगा। सदन में विरोध करिए तो सदस्यता चली जाएगी।
राज्य ब्यूरो, रांची। विधायक प्रदीप यादव ने सदन में कहा कि सत्ता पक्ष ने राज्यपाल या उनके अभिभाषण का विरोध नहीं किया है। वे केवल यह संदेश देना चाहते थे कि ईडी और सीबीआइ राज्य के विकास में बाधक न बने।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल पर संदेह स्वाभाविक है, क्योंकि उन्होंने 1932 के खतियान आधारित विधेयक, ओबीसी आरक्षण विधेयक रोकने का काम किया। राज्यपाल स्वीकृति देते तो आज यह लागू हुआ रहता। उन्होंने कहा कि केंद्र का विरोध करिए तो जेल होगा। सदन में विरोध करिए तो सदस्यता चली जाएगी।
झारखंड प्रदेश गुरु रविदास महासभा के प्रदेश अध्यक्ष बने दीपक कुमार रवि
डोरंडा स्थित इस्लामिया गर्ल्स स्कूल परिसर में झारखंड प्रदेश गुरु रविदास महासभा का चुनाव हुआ। सुबह 11 से अपराह्न तीन बजे तक मतदान हुआ और संध्या चार बजे वोटों की गिनती शुरू हुई। मतगणना के बाद दीपक कुमार रवि विजयी घोषित हुए।दूसरे स्थान पर टिंकू राम व तीसरे स्थान पर सोहेल राम और चौथे स्थान पर सुरेन राम व पांचवें स्थान पर उमेश रवि रहे। चुनाव कमेटी के अध्यक्ष किशोर रवि ने दीपक कुमार रवि को प्रमाण पत्र प्रदान किया। पूर्व पार्षद दीपक राम के सहयोग से शांतपूर्ण चुनाव संपन्न कराया गया।
मौके पर प्रदीप रवि, दीपक राम, अमरदीप रवि, सुबोध रवि, संदीप राम, विनोद राम, गुड्डू राम, रंजीत राम, विशाल रवि, अमर कुमार रवि, श्रवण राम, पप्पू राम, संजय राम, राजेंद्र राम, सुेश राम आदि उपस्थित थे।
यह भी पढ़ें-JSSC Paper Leak: हेमंत सोरेन की जानकारी में ही... पेपर लीक मामले में भाजपा नेता ने कर दिया बड़ा खुलासा, CBI जांच की कर दी डिमांड
Hemant Soren के मामले में आया नया मोड़! जिस 8.5 एकड़ जमीन के लिए हुई गिरफ्तारी वो तो असल में...
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।