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Jharkhand: कोलकाता से गिरफ्तार तीनों विधायक के खिलाफ अनूप सिंह के बयान पर दर्ज जीरो FIR को ईडी ने किया टेकओवर

Jharkhand Money Laundering Case कांग्रेस के बेरमो विधायक अनूप सिंह के बयान पर रांची के अरगोड़ा थाने में कोलकाता से 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार झारखंड के तीन विधायक डा. इरफान अंसारी नमन विक्सल कोंगाड़ी व राजेश कच्छप के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को ईडी ने टेकओवर कर लिया है।

By Jagran NewsEdited By: Sanjay KumarUpdated: Thu, 10 Nov 2022 09:57 AM (IST)
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Jharkhand Money Laundering Case: विधायक अनूप सिंह के बयान पर दर्ज जीरो एफआइआर को ईडी ने किया टेकओवर।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Money Laundering Case ईडी ने रांची के अरगोड़ा थाने में कांग्रेस के बेरमो विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह के बयान पर दर्ज प्राथमिकी को आधार बनाते हुए मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज कर लिया है। पूरा मामला गत 30 जुलाई को हावड़ा में 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार झारखंड के तीन विधायक डा. इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी व राजेश कच्छप की गिरफ्तारी से जुड़ा हैं। उन तीनों ही विधायकों के विरुद्ध अनूप सिंह ने रांची के अरगोड़ा थाने में 31 जुलाई को जीरो एफआइआर दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही महागठबंधन की सरकार गिराने के लिए तीनों ही विधायकों ने साजिश रची थी। अब इस मामले में ईडी मनी लांड्रिंग के तहत अनुसंधान करेगी। तीनों ही विधायकों पर धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो व लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत केस दर्ज हुआ है।

अनूप सिंह को मंत्री पद का दिया था आफर

विधायक अनूप सिंह का आरोप था कि झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चल रही महागठबंधन की सरकार गिराने हर विधायकों को 10-10 करोड़ रुपये का आफर दिया गया था। दर्ज प्राथमिकी में विधायक अनूप सिंह ने पश्चिम बंगाल में पकड़े गए कांग्रेस के तीनों ही आरोपित विधायकों पर गंभीर आरोप लगाया था। आरोप लगाया था कि आरोपितों ने उन्हें भी फोन पर कोलकाता आने के लिए कहा था। यह भी आफर किया था कि अगर वे अपने साथ अन्य विधायकों को भी लेकर कोलकाता जाते हैं तो प्रत्येक विधायक को दस-दस करोड़ रुपये दिए जाएंगे। अनूप सिंह को नई सरकार में मंत्री पद का भी आफर दिया गया था।

तीनों ही आरोपित विधायकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का किया था आग्रह

अनूप सिंह ने दर्ज प्राथमिकी में तीनों ही आरोपित विधायकों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि वे उनकी असंवैधानिक, अवैध व आपराधिक गतिविधियों में शामिल नहीं होना चाहते थे, इसलिए वे प्राथमिकी दर्ज करा रहे हैं। उन्हें कोलकाता बुलाकर टोकन मनी देने का प्रलोभन मिला था और गुवाहाटी ले जाना चाहते थे ताकि झारखंड की सरकार को अस्थिर किया जा सके।

बंगाल से असम ले जाने व वहां के मुख्यमंत्री से मिलाने की थी योजना

विधायक अनूप सिंह ने दर्ज प्राथमिकी में बताया था कि विधायक राजेश कच्छप व डा. इरफान अंसारी ने उन्हें भी कोलकाता बुलाया था। यह भी कहा था कि कोलकाता से वे उन्हें लेकर गुवाहाटी जाएंगे जहां सभी विधायकों की मुलाकात असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्वा सरमा से कराएंगे। शिकायत में अनूप सिंह ने आगे यह भी बताया है कि विधायक डा. इरफान अंसारी ने उन्हें नई सरकार में दस करोड़ रुपये के अलावा स्वास्थ्य मंत्री का पद दिलाने का प्रलोभन दिया था। यह भी कहा था कि कई विधायकों के खाते में पहले ही पैसे ट्रांसफर हो चुके हैं। अनूप सिंह के अनुसार असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्वा शर्मा भाजपा के दिल्ली में बैठे शीर्ष नेताओं के संपर्क में हैं, उन्हें इसके लिए हरी झंडी भी मिल चुकी है।

विधायक अनूप सिंह के ठिकानों पर आयकर विभाग भी मार चुका है छापा

पिछले दिनों विधायक अनूप सिंह के ठिकानों पर आयकर की भी छापेमारी हो चुकी है। आयकर विभाग को उनके ठिकानों से भी कर चोरी से संबंधित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं, जिसके संबंध में पूछताछ के लिए अनूप सिंह को 21 नवंबर को आयकर विभाग के दफ्तर में बुलाया गया है। वहीं अनूप सिंह का दावा है कि उन्होंने कोई कर चोरी नहीं की है। वे आयकर के हर सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हैं। वे आयकर विभाग की जांच में पूरा सहयोग करने के लिए भी तैयार हैं।

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