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झारखंड की राजधानी में घुस आए हैं उग्रवादी... रांची बना नक्‍सलियों का सुरक्षित ठिकाना... सरकार और पुलिस को दिखा रहे ठेंगा

Jharkhand Naxal News झारखंड की राजधानी रांची नक्‍सलियों और उग्रवादियों-अपराधियों का सुरक्षित ठिकाना बन गया है। रांची के हटिया तुपुदाना धुर्वा रातू और पंडरा का इलाका अपराधियों की शरणस्थली के रूप में सामने आती रही है। यहां कई नक्‍सली पहचान छुपाकर रह रहे हैं।

By Alok ShahiEdited By: Updated: Fri, 18 Mar 2022 06:35 AM (IST)
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Jharkhand Naxal News: रांची नक्‍सलियों और उग्रवादियों-अपराधियों का सुरक्षित ठिकाना बन गया है।

रांची, [फहीम अख्तर]। Jharkhand News, Jharkhand Naxal News  झारखंड की राजधानी रांची एक बार फिर से उग्रवादियों का सेफ जोन के रूप में सामने आ रहा है। उग्रवादी जंगल छोड़ शहरी क्षेत्रों को ठिकाना बना रहे हैं। रांची के हटिया, तुपुदाना, धुर्वा, रातू और पंडरा का इलाका अपराधियों की शरणस्थली के रूप में सामने आती रही है। खूंटी, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां, चक्रधरपुर, लातेहार, पलामू, चतरा, लोहरदगा सहित अन्य जिलों से भागकर उग्रवादी रांची का रुख कर रहे हैं। मोस्टवांटेड उग्रवादी रांची में पहचान छुपाकर रह रहे हैं। कहीं मजदूर बनकर, कहीं नाम बदलकर। ऐसे में उग्रवादियों की पहचान स्थानीय स्तर पर नहीं हो पा रही। हालांकि रांची पुलिस ने अलग-अलग इनपुट पर उग्रवादियों को दबोचा भी है। हर सूचनाओं पर पुलिस अपराधियों को दबोच रही। कई उग्रवादियों को दूसरे जिलों की पुलिस को भी पकड़कर सौंपा गया है।

बीते बुधवार को ही दस लाख का इनामी भीखन गंझू रांची के पंडरा से पकड़ा गया। वह शहर के बीचों-बीच रहता था। इधर-उधर घूमता भी था। बिना वेरीफिकेशन रखे जाते किराएदार :रांची के अलग-अलग जगहों पर बिना वेरीफिकेशन किराएदार रखे जा रहे हैं। उनमें कोई उग्रवादी निकल रहा, कोई अपराधी। जबकि रांची पुलिस ने सख्त हिदायत के साथ आदेश जारी किया है कि अपने किराएदार की पूरी जानकारी थाने को दी जाए। इसके लिए एक फारमेट भी जारी किया गया है। जबकि कोई फॉरमेट थाना को भरकर नहीं दिया जा रहा। इसका अनुपालन नहीं किया जाता है।

तुपुदाना का इलाका है सर्वाधिक सेफ जोन

धुर्वा-तुपुदाना का सीमाना इलाका पीएलएफआइ उग्रवादियों का सेफ जोन रहा है। गुमला, खूंटी, सरायकेला सहित अन्य इलाकों से भागकर मजदूर के वेश में छुपकर रहते हैं। तुपुदाना के पुराने हुलहुंडू, बेरमाद, बालसिरिंग, जोजोसिरिंग चोरटोंग, गुटिय, कटहल टोली सहित अन्य गावों में उग्रवादी अपना ठिकाना बनाते हैं। कुख्यात उग्रवादी जेठा कच्छप भी तुपुदाना और कर्रा थाने की सीमाना इलाके से पकड़ा गया था।

हाल के दिनों में राजधानी से गिरफ्तार नक्सली-उग्रवादी

  • 06 जनवरी 2022 : धुर्वा के आम बगान के समीप पीएलएफआइ को जरूरत के सामान भेजे जाने की सूचना पर पुलिस ने तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया। तीनों युवक दिखावे के लिए अलग-अलग काम करता था, जबकि पीएलएफआइ की सक्रिय रूप से मदद करता था।
  • नवंबर 2021 : पीएलएफआइ उग्रवादी छोटू लोहरा लातेहार पुलिस से बचने के लिए रांची भाग आया था, जिसे पुलिस ने घेराबंदी कर रातू इलाके से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी से पहले दोनों ओर से जमकर फायरिंग भी हुई थी।
  • फरवरी 2020 : तुपुदाना के हुलहुंडू में किराए के मकान में मजदूर के रुप में रह रहे गुमला के 2 लाख का इनामी उग्रवादी इमानुएल की गिरफ्तारी हुई थी। उग्रवादी काफी दिनों से पुलिस को चकमा देकर रह रहा था।
  • नवंबर 2019 : पीएलएफआई का दुर्दांत उग्रवादी अखिलेश अपने दस्ते के साथ नगड़ी इलाके में छिपा हुआ था।
  • 14 नवंबर 2019 को 15 उग्रवादियों के साथ उसकी गिरफ्तारी हुई थी।
  • 29 अगस्त 2019 को तुपुदाना ओपी इलाके के पुराना हुलहुंडू स्थित एक क्रशर के पास किराए के मकान में छुपकर रह रहे सदायु मुंडा उर्फ सदानंद को गिरफ्तार किया गया। वह मजदूर बनकर रहा रहा था।
  • 29 अगस्त 2019 को एक लाख का इनामी टीएसपीसी उग्रवादी प्रशांत ठाकुर उर्फ संदीप ठाकुर रांची के नामकुम स्थित अमेठिया नगर गुलमोहर अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 103 से गिरफ्तार किया गया। वह संदीप ठाकुर के नाम से पिछले पांच वर्षों से रह रहा था।
  • 06 अगस्त 2019 को एक लाख के इनामी एरिया कमांडर सहित तीन पीएलएफआई उग्रवादियों को गिरफ्तार किया था। इनमें इनामी जुनूल उर्फ जेम्स भेंगरा, नेलसन टोप्पो और सैमुअल उर्फ चेपटा शामिल था। ये तीनों उग्रवादी भी मजदूर बनकर हुलहुंडू इलाके में रहते थे। निर्माणाधीन भवनों में तीनों मजदूरी कर रहे थे। तीनों को मजदूरी करते पकड़ा गया था।
  • 26 जुलाई 2019 को तुपुदाना ओपी क्षेत्र से गिरफ्तार पीएलएफआइ के चार उग्रवादियों को पकड़ा गया था। इनमें गुमला जिले के बसिया निवासी प्रेम सिंह, समीर धनवार व कांके थाना क्षेत्र के नगड़ी का सुरेश मुंडा और विनय कुमार वर्मा शामिल था। इनके खिलाफ रांची के एयरपोर्ट थाने में 20 लाख रंगदारी की प्राथमिकी दर्ज है। बीते 25 जुलाई को हेथू निवासी रामदयाल साहू ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
  • 28 फरवरी 2019 को टीएसपीसी के एक लाख का इनामी उग्रवादी मुकेश कुमार महतो ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। वह रांची के सिकिदिरी इलाके में रहता था।
  • 26 फरवरी 2019 को कामडारा मुठभेड़ में घायल पीएलएफआइ का एक और हार्डकोर उग्रवादी संतोष यादव उर्फ टाइगर को रांची के रातू स्थित शांतिनगर चटकपुर से गिरफ्तार किया गया था।
  • 29 नवंबर 2018 को रांची-गुमला के सीमा पर उग्रवादी जोनल कमांडर याकुब केरकेट्टा गिरफ्तार हुआ था।
  • 10 दिसंबर 2018 को पीएलएफआई के छह उग्रवादियों को पुलिस ने रातू थाना क्षेत्र के काठी कांड चौक के पास से गिरफ्तार किया था। इनमें विकास मिश्रा, दीपक पति, अरुण भगत, दिलीप सिंह, शाबीर खान और मुमताज खान शामिल था।

हर सूचनाओं पर उग्रवादी-नक्सली पकड़े जा रहे हैं। हाल में कई उग्रवादियों की रांची से गिरफ्तारी हुई है। संदिग्ध लोगों पर पुलिस की पैनी नजर है। ऐसे लोग पुलिस की रडार पर रहते। सुरेंद्र कुमार झा, एसएसपी रांची।