Jharkhand News: पहले लूटे 35 लाख, फिर गोवा में की विदेशी लड़कियों के साथ रंगरलियां, और फिर हुआ..
रांची पुलिस ने मेन रोड में 11 सितंबर को हुई 35 लाख रुपये लूट के मामले में श्याम सुंदर जालान धीरज जालान हर्ष गुप्ता सचित साहु अरुण कुमार और सुनिल कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने आरोपितों के पास से लूट का 22 लाख रुपये बरामद कर लिया है। इसके अलावा उनके पास से चोरी की 16 बाइक और एक कार बरामद की गई है।
जागरण संवादाता,रांची। रांची पुलिस ने मेन रोड में 11 सितंबर को हुई 35 लाख रुपये लूट के मामले में श्याम सुंदर जालान, धीरज जालान, हर्ष गुप्ता, सचित साहु, अरुण कुमार और सुनिल कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने आरोपितों के पास से लूट का 22 लाख रुपये बरामद कर लिया है।
इसके अलावा उनके पास से चोरी की 16 बाइक और एक कार बरामद की गई है। पुलिस का कहना है कि पंडरा बाजार समिति के कारोबारी ने अपने कर्मचारी को रुपये से भरा बैग मेन रोड स्थित एसबीआइ में जमा करने के लिए भेजा था।
मेन रोड में पहले से रेकी कर रहे अपराधियों ने लूट की घटना को अंजाम दे दिया। कर्मचारी के बयान पर पहले 35 हजार रुपये लूटने का मामला दर्ज हुआ था। कर्मचारी को पता नहीं था कि बैग में 35 लाख रुपये हैं। लेकिन कारोबारी से पूछताछ करने और मामले की जांच करने के बाद पता चला कि कारोबारी का 35 लाख रुपये लूटने का मामला है।
लूट की घटना को अंजाम देने के बाद गिरोह के लोग पहुंच गए गोवा पुलिस का कहना है कि गिरोह का सरगना धीरज जालान ने पूछताछ में बताया कि लूट की घटना को अंजाम देने के बाद 20 लाख रुपये श्याम सुंदर को देने के बाद अन्य सदस्य गोवा भाग गए थे। गोवा में विदेशी लड़कियों के साथ मस्ती करने के बाद सभी आरोपित केरल पहुंच गए।
वहां से कन्याकुमारी होते हुए बेंगलुरु पहुंचे और वहां घूमने के बाद रांची आ गए। इतनी बड़ी लूट की घटना होने के बाद गिरोह के सदस्यों को लगा कि किसी को इसकी जानकारी नहीं हुई है। पुलिस भी सुस्त पड़ी हुई है। इस वजह से आरोपित दूसरी घटना को अंजाम देने की योजना बनाने लगे। लेकिन पुलिस आरोपितों के पीछे लगी हुई थी। पुलिस को सूचना मिली कि धीरज जालान सुखदेव नगर इलाके में घूम रहा है।
पुलिस ने धीरज को पकड़ा इसके बाद उसके पिता श्याम को पकड़ा। श्याम की गिरफ्तारी के बाद बीस लाख रुपये बरामद हो गया। इसके बाद अन्य आरोपित पकड़े गए। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह में तीन सदस्य और हैं। फरार आरोपितों के पास तीन लाख रुपये हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर ही है।
वाकी-टाकी का इस्तेमाल कर लूट की घटना को दिया अंजाम गिरफ्त में आए आरोपितों ने पुलिस को बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि कारोबारी हर दिन मोटी रकम बैंक में भेजता है। आरोपितों ने दो दिन तक रेकी की, इसके बाद 35 लाख रुपये लूट लिए।
आरोपितों को पता था कि पुलिस मोबाइल लोकेशन से आरोपितों तक पहुंच जाएगी। इस वजह से इस बार आरोपितों ने मोबाइल की जगह वाकी टाकी का इस्तेमाल किया। घटना के बाद पुलिस ने कई जगहों का सीसीटीवी फुटेज देखी तो आरोपितों के बारे में पुलिस को सुराग मिल गया।
सिर्फ नई बाइक को चोरी करते हैं इस गिरोह के सदस्य पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के सदस्य सिर्फ नई बाइक को चोरी करते हैं। रांची से चोरी की हुई बाइक को हजारीबाग, गुमला, खूंटी और अन्य जिलों में बेचते हैं। वहीं दूसरे जिला से बाइक चोरी करने के बाद उसे रांची में खपाया जाता है।
गिरोह ने 24 घटनाओं को दिया गया है अंजाम पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के द्वारा शहर के अलग-अलग इलाकों में लूट, चोरी और छिनतई की 24 घटनाओं को अंजाम दिया गया है। धीरज जालान शातिर चोर है।
राजधानी से अब तक वह पांच सौ से अधिक गाड़ियां चोरी कर चुका है। लूट की घटना को अंजाम देने से पहले इस गिरोह के द्वारा सुखदेव नगर इलाके से पहले एक बाइक चोरी की घटना को अंजाम दिया गया। इस गिरोह के सरगना धीरज जालान पर सीसीए के तहत कार्रवाई करने की तैयारी चल रही थी।
इससे पहले भी वह लूट की घटना को अंजाम दे चुका है। पुलिस अन्य आरोपितों की तलाश में छापेमारी कर रही है। इस कांड का खुलासा करने वाले पुलिसकर्मियों ने बेहतर काम किया है।