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Jharkhand News: सावधान! झारखंड के किसानों को इन 2 नंबरों से आ रहा कॉल, पूरा अकाउंट एक बार में हो जा रहा खाली

Jharkhand News झारखंड के किसानों के साथ धोखाधड़ी की खबर सामने आ रही है। इन किसानों के खातों पर साइबर फ्रॉड की नजर बनी हुई है। ये सभी फ्रॉ़ड पीएमओ का हवाला देकर किसानों को झांसे में लेने की कोशिश कर रहे हैं। इसके पीछे उनकी मंशा किसानों के खाते से बीमा की राशि निकालने की है। केंद्र सरकार ने अधिकारियों को सतर्क रहने के लिए कहा है।

By Manoj Singh Edited By: Sanjeev Kumar Updated: Fri, 11 Oct 2024 02:09 PM (IST)
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झारखंड के किसानों को सावधान रहने की जरूरत (जागरण)

राज्य ब्यूरो, रांची। Jharkhand News: झारखंड के किसानों के खातों पर साइबर अपराधियों की नजर है। इसका डेटा चुराने के लिए साइबर अपराधी नया तरीका अपना रहे हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) का हवाला देकर राज्य के कृषि पदाधिकारियों से किसानों का डेटा मांगा जा रहा है।

कहा जा रहा है कि बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की राशि किसानों के खातों में स्थानांतरित करना है। उनका डेटा उन्हें तत्काल उपलब्ध कराया जाए। इसका खुलासा तब हुआ, जब कृषि विभाग के अधिकारियों ने इसे लेकर केंद्र सरकार के अधिकारियों को संपर्क किया। वहां से ऐसे किसी प्रकार का डेटा नहीं भेजने की बात कहने पर विभाग सतर्क हो गया है।

विभाग की ओर से राज्य के सभी कृषि पदाधिकारियों को पत्र लिखकर इसकी जानकारी दी गई है। पत्र में कहा गया है कि किसी भी हाल में किसानों का डेटा किसी को शेयर नहीं किया जाए।

किसानों के खातों से पैसे निकालने की जुगत

विभागीय अधिकारियों का कहना है कि साइबर अपराधी किसानों के डेटा की जानकारी मांग रहे हैं। इसके पीछे उनकी मंशा किसानों के खाते से बीमा की राशि निकालने की है। किसानों का डेटा पूरी तरह से सुरक्षित है। ऐसे में साइबर अपराधी कृषि पदाधिकारियों के जरिए डेटा हासिल करना चाहते हैं। फसल बीमा योजना के पंजीयन के दौरान किसानों से उनके बैंक खाता, आधार, मोबाइल नंबर सहित अन्य जानकारी मांगी जाती है। अगर उक्त जानकारी साइबर अपराधियों के हाथ लग गई तो आसानी से किसानों की राशि बैंक खाते से निकल सकती है।

प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी

विभागीय अधिकारियों ने बताया कि फ्राड काल की सूचना के बाद सभी पदाधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। अब फसल बीमा योजना के राज्य नोडल अफसर की ओर से कृषि सचिव से प्राथमिकी दर्ज कराने की अनुमति लेने की प्रक्रिया की जा रही है। जल्द ही मामले में प्राथमिकी की जाएगी। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि राज्य के कृषि

पीएमओ के नाम पर धोखाधड़ी की कोशिश, दो नंबर से रहें सावधान

विभाग के पदाधिकारियों को पीएमओ का हवाला देकर किसानों का डेटा मांगा जा रहा है। कई जिलों के पदाधिकारियों को मोबाइल नंबर 9038197598 एवं 7645924236 से फोन किया जाता है। प्रधानमंत्री कार्यालय का हवाला देकर बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से संबंधित डेटा उपलब्ध कराने को कहा जा रहा है। जब मामले का खुलासा हुआ कि यह फर्जी काल की जा रही है, तो बिरसा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के राज्य नोडल अफसर प्रकाश कुमार ने सभी जिलों के उपायुक्त, सहकारिता पदाधिकारी और कृषि पदाधिकारियों को पत्र लिखकर इसके बारे में आगाह किया है।

उनकी ओर से लिखे पत्र में कहा गया है कि किसी अनधिकृत व्यक्ति व संस्था को किसानों का डेटा शेयर नहीं किया जाए। पत्र में कहा गया है कि राज्य मुख्यालय ने इस संबंध में नेशनल टेक्निकल सपोर्ट यूनिट, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से संपर्क किया गया।

जिसमें नेशनल टेक्निकल सपोर्ट यूनिट की ओर से बताया कि ऐसे किसी प्रकार के डेटा की मांग उनके स्तर से नहीं की गई है। यह मामला फ्राड काल का प्रतीत होता है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यह मोबाइल नंबर 9038197598 कोरोली, पंजाब का है, दूसरा नंबर 7645924236 कोलकाता का है।

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