RSS के विद्या भारती स्कूलों में पढ़ते हैं 64,000 मुस्लिम बच्चे, ईसाई विद्यार्थियों की संख्या भी नहीं है कम
Jharkhand News in Hindi राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा से प्रभावित विद्या भारती के सरस्वती विद्या मंदिर के नाम से पूरे देश में संचालित स्कूलों में बड़ी संख्या में मुस्लिम व ईसाई संप्रदाय के बच्चे पढ़ते हैं। संस्था के राष्ट्रीय महामंत्री अवनीश भटनागर दो दिनों के रांची प्रवास पर आकर कहा कि अभी पूरे देश में 12500 औपचारिक विद्यालय हैं चल रहे हैं।
By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Wed, 16 Aug 2023 08:55 AM (IST)
संजय कुमार, रांची। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा से प्रभावित विद्या भारती के सरस्वती विद्या मंदिर के नाम से पूरे देश में संचालित स्कूलों में भी अभी 64000 मुस्लिम और 10000 ईसाई बच्चे पढ़ रहे हैं। दर्जनों शिक्षक भी मुस्लिम हैं। अभी पूरे देश में 12,500 औपचारिक और 12,000 अनौपचारिक विद्यालय चल रहे हैं।
उस संस्था के अखिल भारतीय महामंत्री अवनीश भटनागर दो दिनों के प्रवास पर रांची आए हैं। उन्होंने कुछ समय निकालकर दैनिक जागरण से विशेष बातचीत की। उन्होंने कहा है कि भारत सरकार की नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए उनके विद्यालय पूरी तरह से तैयार हैं।
वर्तमान में विद्या भारती के देशभर में 12,500 विद्यालय चल रहे हैं। इस विद्यालयों में 1.34 लाख शिक्षक कार्यरत हैं। नई शिक्षा नीति के तहत 96 प्रतिशत शिक्षकों का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है।आरएसएस के शताब्दी वर्ष 2025 तक देश में 15,000 औपचारिक विद्यालय प्रारंभ करने की योजना है। उस समय तक देश का कोई भी जिला और प्रखंड ऐसा नहीं होगा जहां विद्या भारती के विद्यालय सरस्वती विद्या मंदिर नहीं चल रहे होंगे।
उन्होंने कहा कि अभी 19वीं शताब्दी की शिक्षा प्रणाली को 20वीं शताब्दी के शिक्षक 21वीं शताब्दी के बच्चों को पढ़ा रहे हैं। यह शिक्षा कैसी होगी, सोचने वाली बात है।भारत सरकार की घोषणानुसार एक अप्रैल 2024 से नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद इसमें बदलाव आएगा और विद्या भारती भी 21वीं शताब्दी के बच्चों को ध्यान में रखते हुए अपने शिक्षकों की गुणवत्ता बढ़ाने पर ध्यान दे रही है।
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