Jharkhand News: 'ED-CBI हैं नीम करेला', CM को समन भेजे जाने की बात पर भड़के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता
Jharkhand News in Hindi झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी के समन भेजे जाने की बात से भड़के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना ने केंद्रीय जांच एजेंसियों की तुलना नीम करेला और कुटकी से की है। कहा कि हम जितना इनका घूंट पीएंगे उतना मजबूत बनते जाएंगे। सीएम सोरेन ने भी इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्हें जमीन घोटाला मामले में पूछताछ के लिए तलब किया गया था।
By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Wed, 16 Aug 2023 12:11 PM (IST)
जासं, रांची। Jharkhand News: झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी की तरफ से समन भेजे जाने के बाद राजनीतिक माहौल गर्म है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने रांची में हुए जमीन घोटाला के सिलसिले में उनसे पूछताछ करना चाहती है। मुख्यमंत्री को 14 अगस्त को तलब किया गया था, लेकिन वह नहीं पहुंचे। सीएम सोरेन ने इसे उनके खिलाफ एक राजनीतिक साजिश रची जा रही है।
ईडी को लेकर बन्ना गुप्ता का विस्फोटक बयान
इस बीच प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने ईडी को लेकर एक चौंकानेवाला बयान दिया है, जिसमें उन्होंने ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग की तुलना करेला, नीम और कुटकी से की है। हाल ही में उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा है, झारखंड के लिए राजनीतिक स्वास्थ्य अच्छा है क्योंकि हम जितना करेला, नीम और कुटकी का जूस पी रहे हैं, इनका मतलब ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स से है, उतना हम मजबूत हो रहे हैं। उतना हम सशक्त हो रहे हैं। उतना हमारा इरादा बुलंद हो रहा है। उतना हमारे लड़ने की क्षमता दक्षता बढ़ रही है। जाहिर है कि उनका यह बयान सीएम सोरेन को ईडी के भेजे गए समन को लेकर है।
#WATCH| Jharkhand Health Minister Banna Gupta says, "The political health in Jharkhand is good as we're drinking the sip of 'karela', 'kutki' and neem. These karela, kutki, and neem are ED, CBI and Income Tax. These things are making us strong to fight...We'll talk about how in… pic.twitter.com/WuMO7xsjND
— ANI (@ANI) August 16, 2023
सीएम ने ईडी को दी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी के एडिशनल डायरेक्टर को लिखे पत्र में कहा है कि ईडी इसे वापस लें, नहीं तो वह कानूनी कार्रवाई को बाध्य होंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें ईडी कार्रवाई से कोई हैरानी नहीं है। केंद्रीय एजेंसियां ऐसा इसलिए कर रही है क्योंकि वह केंद्र में सत्ताधारी दल से जुड़े नहीं हैं।आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।