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क्या टूट जाएगा झारखंड? ओडिशा के सीएम माझी ने झामुमो को थमाया बड़ा मुद्दा, कांग्रेस ने भी केंद्र से पूछ लिया सवाल

Odisha CM झारखंड में भाजपा के घुसपैठ के मुद्दे पर झामुमो ने झारखंड के बंटवारे का मुद्दा उठाया है। ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी ने सरायकेला-खरसावां को ओडिशा में शामिल करने की बात कही है। झामुमो ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कांग्रेस ने भी केंद्र से झारखंड के बकाया 1.36 लाख करोड़ रुपये को लेकर सवाल उठाया है।

By Pradeep singh Edited By: Yogesh Sahu Updated: Tue, 01 Oct 2024 09:32 PM (IST)
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संबोधित करते ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी।

राज्य ब्यूरो, रांची। राज्य में भाजपा के घुसपैठ के मुद्दे की काट में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने झारखंड के बंटवारे को मुद्दा बनाया है। इस कड़ी में एक और प्रकरण से झामुमो को चुनाव में मदद मिल सकती है। ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी राज्य के दौरे पर हैं।

उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि सरायकेला-खरसावां भविष्य में ओडिशा में शामिल हो सकता है। इस मुद्दे को झामुमो ने लपक लिया है। इसपर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है। झामुमो ने एक्स पर पोस्ट में उल्लेख किया है कि एक भाजपाई लोकसभा के पटल से संताल को झारखंड से अलग करने की बात कहता है।

आज ये सरायकेला जिला को ओडिशा में मिलाने का दावा ठोंक रहे हैं। आखिर इतनी हिम्मत कहां से आ रही है? झारखंड हजारों वीरों के खून से बना है। उसे लगातार ये तोड़ने का सपना देख रहे हैं। क्या भाजपा देश के नक्शे से झारखंड को गायब करने का प्लान बना चुकी है?

उल्लेखनीय है कि गोड्डा के भाजपा सांसद ने संताल परगना समेत बिहार और बंगाल के सीमावर्ती क्षेत्रों को मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की बात कही थी। इसे झामुमो ने चुनाव में मुद्दा बना रखा है। संताल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ की काट में पार्टी इसे बड़े पैमाने पर प्रचारित कर रही है।

अब सरायकेला को लेकर ओडिशा के सीएम के बयान पर राजनीति तेज होने की पूरी संभावना है। उल्लेखनीय है कि सरायकेला पूर्व मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन का गृहक्षेत्र है। ऐसे में बंटवारे को झामुमो भावनात्मक मुद्दा बना सकती है।

कांग्रेस ने पूछा- कब मिलेंगे 1.36 लाख करोड़

प्रधानमंत्री के झारखंड आगमन के पूर्व ही कांग्रेस ने मोर्चा खोलते हुए कहा है कि आखिर कब झारखंड का बकाया 1.36 लाख करोड़ रुपये मिलेंगे। मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने कहा कि भाजपा अन्य राज्यों के लिए घोषणाओं का प्लेटफार्म झारखंड को नहीं बनाएं।

उन्हें बताना चाहिए कि झारखंड के विकास के लिए आजतक केंद्र सरकार से क्या मिला है? भाजपा के नेता झारखंड में पूछ रहे हैं कि क्या मिला। इसका जवाब उन्हें खुद से पूछना चाहिए और बताना चाहिए केंद्र सरकार से झारखंड वासियों को क्या मिला है।

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