Jharkhand Panchayat Chunav: झारखंड में फिर लटके पंचायत चुनाव, सरकार ने साधी चुप्पी...
Jharkhand Panchayat Chunav झारखंड में पंचायत चुनाव में पहले ही एक साल की देरी हो चुकी है। कोरोना वायरस संक्रमण से बेकाबू हो रहे हालात के बीच अब इस साल भी ग्राम पंचायतों में चुनाव होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। सरकार ने भी चुप्पी साध रखी है।
By Alok ShahiEdited By: Updated: Wed, 14 Apr 2021 05:49 PM (IST)
रांची, जेएनएन। Jharkhand News, Jharkhand Panchayat Chunav झारखंड में पंचायत चुनाव (Jharkhand Panchayat Elections 2021) में पहले ही एक साल की देरी हो चुकी है। कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) से बेकाबू हो रहे हालात के बीच अब इस साल भी ग्राम पंचायतों में चुनाव (Panchayat Chunav Latest News) होने के आसार नहीं दिख रहे हैं। अबतक राज्य सरकार (Jharkhand Government) ने भी इस मसले पर चुप्पी साध रखी है। मालूम हो कि इससे पहले झारखंड में 2015 में पंचायत चुनाव हुए थे। तब त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के तहत ग्राम पंचायत मुखिया, पंचायत समिति और जिला परिषद का चुनाव कराया गया था। इनका पांच साल का निर्धारित कार्यकाल पूर्ण होने के बाद ये तीनों संस्थाएं स्वतः विघटित हो गई हैं।
हालांकि इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने विपक्ष के पंचायत चुनाव जानबूझकर लटकाने के आरोपों को दरकिनार करते हुए त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था को फुलप्रूफ तरीके से बहाल करने की मंशा जताई थी। तब मई-जून में पंचायत चुनाव (Jharkhand Me Panchayat Chunav Kab) कराने की बात जोर-शोर से कही गई। राज्य निर्वाचन आयुक्त के तौर पर झारखंड के पूर्व मुख्य सचिव डीके तिवारी की नियुक्ति के बाद से ये कयास लगाए जा रहे थे कि जल्द ही राज्य में पंचायत चुनाव होंगे।
इधर कोरोना की दूसरी लहर के चलते एक बार फिर से पंचायत चुनाव के टलने की संभावना बलवती हो गई है। पिछले महीने राज्य निर्वाचन आयुक्त की ओर से पंचायत चुनाव को लेकर एक प्रेस कांफ्रेंस हुई थी, जिसमें कहा गया था कि जल्द ही झारखंड में पंचायत चुनाव संपन्न करा लिए जाएंगे। तब राज्य निर्वाचन आयुक्त डीके तिवारी ने बताया था कि वे खुद अलग-अलग जिलों में जाकर पंचायत चुनाव की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। आरक्षण रोस्टर और परिसीमन समेत दूसरे कार्य तेजी से निपटाए जा रहे हैं।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि पंचायत चुनाव कराने के लिए ढेरों तैयारियां करनी होती है। जिसे जिलावार निपटाया जा रहा है। बिना तिथि बताए उन्होंने कहा कि झारखंड में जल्द से जल्द पंचायत चुनाव करा लिए जाएंगे। इससे पहले सीएम हेमंत सोरेन की सरकार ने त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के विघटन के बाद जनवरी माह में ही अधिसूचना जारी कर पंचायती राज संस्थाओं को सक्रिय रखने के लिए कार्यकारी समिति का गठन कर दिया। बता दें कि राज्य सरकार के ग्रामीण विकास विभाग ने बीते फरवरी माह में राज्य निर्वाचन आयोग को चिट्ठी लिखकर जल्द से जल्द पंचायत चुनाव कराने की मांग की थी।
झारखंड में पंचायत चुनाव की ऐसी है तस्वीर
- झारखंड में कुल 32660 गांव
- 54330 ग्राम पंचायत सदस्य
- 4402 ग्राम पंचायत मुखिया
- 5423 पंचायत समिति सदस्य
- 545 जिला परिषद सदस्य
- कुल 64700 पदों के चुने जाते हैं जनप्रतिनिधि
इधर त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के विघटन के बाद सरकार की ओर बनाई गई कार्यकारी समिति की वैधता अधिकतम छह महीने तय की गई है। ऐसे में जून में यह स्वत: विघटित हो जाएगी। अगर जून तक कोरोना वायरस संक्रमण का यही हाल रहा तो एक बार फिर से चुनाव कराने की बाध्यता सामने आ खड़ी होगी। ऐसे में सरकार को फिर से कार्यकारी समिति की अधिसूचना जारी करनी पड़ सकती है।
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