Jharkhand Excise Constable: हेमंत सरकार का बड़ा फैसला, 10 सितंबर से होगी उत्पाद सिपाही शारीरिक दक्षता परीक्षा
झारखंड उत्पाद सिपाही शारीरिक दक्षता परीक्षा (Jharkhand Excise Constable Exam) को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। यह परीक्षा अब 10 सितंबर से होगी। यह भी फैसला लिया गया है कि पलामू के चियांकी हवाई अड्डा स्थित परीक्षाक केंद्र पर कोई शारीरिक दक्षता परीक्षा नहीं होगी। वहां के शेष अभ्यर्थियों की शेष छह केंद्रों पर 19 व 20 सितंबर को परीक्षा होगी।
राज्य ब्यूरो, रांची। उत्पाद सिपाही भर्ती के लिए चल रही शारीरिक दक्षता परीक्षा अब दस सितंबर से होगी। परीक्षा के दौरान 12 अभ्यर्थियों की मृत्यु के बाद मुख्यमंत्री के आदेश पर परीक्षा को तीन सितंबर से तीन दिनों के लिए यानी तीन, चार व पांच सितंबर को स्थगित कर दिया गया था। मुख्यमंत्री के स्तर पर समीक्षा के बाद परीक्षा 10 सितंबर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
एडीजी मुख्यालय आरके मल्लिक व डीआईजी कार्मिक नौशाद आलम ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि 22 अगस्त से राज्य के सात केंद्रों पर शारीरिक दक्षता परीक्षा चल रही थी, जो दो सितंबर तक चली। इस दरम्यान 12 अभ्यर्थियों की मौत हो गई। यह दुर्भाग्यपूर्ण व दुखद था। राज्य सरकार ने चल रही परीक्षा की समीक्षा के लिए ही तीन दिनों का वक्त लिया था।
पांच सितंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Jharkhand CM Hemant Soren 2024) ने समीक्षा के बाद निर्णय लिया कि अब सात नहीं, केवल छह परीक्षा केंद्रों पर ही परीक्षा होगी। इनमें स्मार्ट सिटी रांची, झारखंड जगुआर रांची, पुलिस केंद्र गिरिडीह, जेएपीटीसी पद्मा हजारीबाग, सीटीसी मुसाबनी जमशेदपुर व जैप-9 साहिबगंज में शेष अभ्यर्थियों की परीक्षा होगी।
पलामू के चियांकी हवाई अड्डा स्थित परीक्षा केंद्र पर कोई शारीरिक दक्षता परीक्षा नहीं होगी। वहां के शेष अभ्यर्थियों की परीक्षा जो तीन सितंबर से नौ सितंबर तक प्रस्तावित थी, अब शेष छह परीक्षा केंद्रों में अलग-अलग स्थानों पर की जाएगी। उनकी परीक्षा 19 व 20 सितंबर को होगी। उन सभी अभ्यर्थियों के लिए नया एडमिट कार्ड झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग से जल्द निर्गत किया जाएगा।
पलामू के परीक्षा केंद्र को छोड़ छह केंद्रों वाले अभ्यर्थियों के लिए क्या निर्णय लिया गया
तीन सितंबर को होने वाली परीक्षा अब प्रतिदिन तीन-तीन हजार की संख्या में इन सभी छह केंद्रों पर 10 व 11 सितंबर को होगी। वहीं, चार सितंबर को होने वाली परीक्षा भी तीन-तीन हजार की संख्या में 12 व 13 सितंबर को होगी। एडीजी मुख्यालय ने बताया कि समीक्षा के दौरान यह बात स्पष्ट हुई है कि अभी तक जिन अभ्यर्थियों की मृत्यु हुई है, उनकी मृत्यु का कारण स्पष्ट रूप से पता नहीं चल पाया है। पोस्टमार्टम के बाद आगे की जांच हो रही है। यह अनुमान लगाया गया है कि जिनकी भी मृत्यु हुई है, उनका कारण संभवत: हृदय गति का रूकना हो सकता है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए दिया गया यह सुझाव
- वैसे अभ्यर्थी जिन्हें कोई लंबी बीमारी हुई हो या कभी सांस फूलने की बीमारी हुई हो तो वे निश्चित रूप से अपने चिकित्सक से परामर्श कर लें।
- यदि उन्हें हृदय गति तेज होने की शिकायत रही हो या दौड़ते समय कठिनाई होती है तो वे अपने चिकित्सक से परामर्श ले लें।
- सभी परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में आक्सीमीटर व रक्तचाप मापने का मशीन उपलब्ध कराई जाएगी। किसी भी अभ्यर्थियों को दौड़ के पहले कोई चिकित्सा की परेशानी हो तो वे अपनी जांच करा लें।