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बदले-बदले से 'सरकार' नजर आते हैं.... झारखंड में अटकलों का बाजार गर्म, भाजपा नेता दिल्ली बुलाए गए

Jharkhand News राष्ट्रपति चुनाव में झामुमो के समर्थन के साथ ही सियासी गलियारे में चर्चा का बाजार गर्म है। मतलब झारखंड में सत्ता परिवर्तन की आहट आ रही है। भाजपा के बड़े नेता आनन-फानन में दिल्ली बुलाए गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी।

By Alok ShahiEdited By: Updated: Fri, 15 Jul 2022 09:53 AM (IST)
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Jharkhand News: राष्ट्रपति चुनाव में झामुमो के समर्थन के साथ ही सियासी गलियारे में चर्चा का बाजार गर्म है।

रांची, [जागरण स्‍पेशल]। Jharkhand News राष्ट्रपति चुनाव में झामुमो के समर्थन के साथ ही सियासी गलियारे में चर्चा का बाजार गर्म है। मतलब, झारखंड में सत्ता परिवर्तन की आहट आ रही है। भाजपा के बड़े नेता आनन-फानन में दिल्ली बुलाए गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, रघुवर दास, समीर उरांव सबके सब राष्‍ट्रीय राजधानी में जुटे हैं।। बताया गया है कि राष्‍ट्रपति चुनाव की रणनीति पर मंथन हो रहा है, लेकिन असली मकसद कुछ और ही दिख रहा है। ऐसे में चर्चा है कि यहां खास ख‍िचड़ी पक रही है। संभव है झारखंड की सियासत अगले एक-दो दिनों में बड़ी करवट ले ले।

प्रदेश के भाजपा नेता अभी ऐसी अटकलों पर कुछ खोलकर नहीं बोल रहे, लेकिन इसे खारिज भी नहीं कर रहे। राष्ट्रपति चुनाव के बीच बढ़ी सियासी सरगर्मी को झारखंड में राजनीतिक बदलाव का संकेत मानने वाले राजनीतिक विश्‍लेषक बताते हैं कि बीते दिनों हेमंत सोरेन की अमित शाह के साथ मुलाकात के बाद से ही झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की सरकार के भविष्‍य पर जाने-अनजाने संकट आन खड़ा हुआ है। राज्‍य में अटकलों का बाजार कुछ इस कदर गर्म है कि चौतरफा संकट में फंसे हेमंत सोरेन जल्‍द ही कांग्रेस की अगुआई वाली विपक्षी खेमा छोड़कर भाजपा की गोद में बैठने वाली है।

भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने गुरुवार को नई दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और उन्हें प्रदेश के वर्तमान राजनीतिक हालात का फीडबैक दिया। घोषित तौर पर दिल्‍ली में भाजपा नेताओं का जमावड़ा राष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों से जोड़कर बताया जा रहा है, लेकिन वर्तमान राजनीतिक हालात कुछ और ही इशारा कर रहे हैं। झामुमो द्वारा एनडीए की ओर से राष्‍ट्रपति पद की उम्‍मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा के बाद कांग्रेस से रिश्‍ते बिगड़ने के अलावा और भी कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।

भाजपा नेता दिल्ली में, अटकलों का बाजार गर्म

राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की जीत सुनिश्चित होने के बावजूद भाजपा, देश के इस सबसे बड़े चुनाव को पूरी गंभीरता से ले रही है। चुनाव में बड़ें अंतर से जीत हासिल करने के लिए तमाम रणनीतिकारों को लगाया गया है। एनडीए के तमाम सांसदों को चुनाव के तीन दिन पूर्व से ही दिल्ली में उपस्थिति दर्ज कराने का निर्देश दिया गया है। राज्यों में भी कहीं कोई कमी न रह जाए इसे लेकर विधायक दल के नेताओं को भी दिल्ली तलब किया गया है। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी भी दिल्ली में हैं। प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश और भाजपा एसटी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव भी गुरुवार को दिल्ली रवाना हुए। इस, बीच झामुमो ने भी यूपीए के फैसले से अलग राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के समर्थन की घोषणा कर दी। इससे एनडीए की राह और सुगम हो गई है। हालांकि झामुमो के समर्थन को लेकर गलियारे में चर्चाओं का बाजार भी गर्म है।

राष्ट्रपति चुनाव को लेकर झारखंड में सभी भाजपा विधायकों को निर्देश दिया गया है कि वे 16 जुलाई से ही रांची में उपस्थिति दर्ज कराएं। विधायकों को 16 जुलाई को बकायदा प्रशिक्षण दिया जाएगा कि उन्हें कैसे अपना वोट देना है। प्रशिक्षण के लिए विशेषतौर पर विधायक अनंत ओझा को दिल्ली बुलाया गया है। उन्हें दिल्ली में ट्रेनिंग दी जाएगी और बतौर मास्टर ट्रेनर वे झारखंड में एनडीए के सभी विधायकों को प्रशिक्षण देंगे। यहां स्पष्ट कर दें कि राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा के सांसद दिल्ली में और विधायक झारखंड में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। सभी सांसदों को दिल्ली में 16 जुलाई से पूर्व पहुंचने का निर्देश दिया गया है।

झारखंड में सत्‍ता परिवर्तन की आहट

झारखंड में राष्ट्रपति चुनाव के बहाने रिश्तों की खटास कम करने की झामुमो की कोशिशों को लेकर सत्ता के गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म है। पिछले एक पखवाड़े का घटनाक्रम को आपरेशन लोटस से जोड़कर देखा जा रहा है। चर्चा आम है कि महाराष्ट्र के बाद झारखंड में भी राजनीतिक बदलाव की बात सिर्फ शिगूफा नहीं है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पिछले दिनों दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद से इन अटकलों को हवा मिली है। देवघर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री की सक्रियता से भी इस हवा को गति मिली है। मुख्यमंत्री ने देवघर में प्रधानमंत्री का स्वागत जिस गर्मजोशी से किया, उससे इन कयासों को बल मिला और प्रधानमंत्री की रवानगी के 48 घंटे बाद ही झामुमो ने राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए के निर्णय से इतर अपना फैसला सुनाते हुए एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन की घोषणा कर दी। इन तमाम समीकरणों को जोड़ें तो भावी परिणाम के लिए कुछ अधिक दिमाग नहीं लगाना पड़ेगा।

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