Ranchi: पार्टी लाइन से इतर कांग्रेस के इन विधायकों ने बनाया 5-G ग्रुप, बगावत ने खड़े किए प्रदेश नेतृत्व के कान
तीन साल पहले कांग्रेस में G-23 ग्रुप काफी चर्चित हुआ था। इस ग्रुप ने राष्ट्रीय नेतृत्व को संगठनात्मक बदलाव के लिए कई सुझाव दिए थे। टीम के प्रमुख नेताओं में शुमार गुलाम नबी आजाद अब अलग राह पकड़ चुके हैं। G-23 ग्रुप की तर्ज पर झारखंड में भी कांग्रेस के पांच विधायकों ने एक धड़ा बनाया है जिसे जी-फाइव का नाम दिया गया है।
By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiUpdated: Wed, 06 Sep 2023 01:25 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, रांची: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में राष्ट्रीय स्तर पर लगभग तीन वर्ष पहले 23 वरीय नेताओं का समूह चर्चित हुआ था। इस समूह ने राष्ट्रीय नेतृत्व को संगठनात्मक बदलाव के लिए कई सुझाव दिए थे। इसी तर्ज पर अब झारखंड में भी विधायकों ने एक धड़ा बनाया है, जिसे जी-फाइव का नाम दिया गया है।
कांग्रेस के पांच विधायकों ने अलग गुट बनाकर काम करना शुरू कर दिया है। इस गुट में जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी, बरही के विधायक उमाशंकर अकेला, खिजरी के विधायक राजेश कच्छप, कोलेबिरा के विधायक नमन विक्सल कोंगारी और सिमडेगा के विधायक भूषण बाड़ा शामिल हैं।
पार्टी नेतृत्व से हटकर कर रहे काम
पांचों विधायक नेतृत्व से अलग हटकर अपने हिसाब से कार्यक्रम भी तय कर रहे हैं। इन्होंने हर जिले में घूम-घूम कर भाजपा के खिलाफ प्रचार करने का निर्णय किया है।जामताड़ा से इन्होंने शुरूआत की है। सिमडेगा में भी ये दौरा कर चुके हैं। इनका अगला पड़ाव हजारीबाग है। ये शीघ्र ही हजारीबाग जिले में कार्यक्रम करने जाएंगे।
G-5 के क्या हैं राजनीतिक मायने
इन विधायकों के धड़े की सक्रियता के राजनीतिक मायने-मतलब भी निकाले जा रहे हैं। इसे झारखंड प्रदेश कांग्रेस में लंबे समय तक शांति के बाद कुछ उठापटक के संकेत के तौर पर भी देखा जा रहा है।बताया जाता है कि ये विधायक पार्टी कार्यक्रमों में नजरंदाज किए जाने से नाराज हैं और अपने तरीके से इसका संकेत दे रहे हैं। इसी वजह से लोगों का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए विधायकों ने अपना गुट बना लिया है। पांचों अब कई तरह के कार्यक्रम भी करेंगे।
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