Jharkhand Politics: झामुमो ने ईडी को फिर दी वॉर्निंग, कहा- चेतावनी समझने में देर की तो...
सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने ईडी की कार्रवाई को एक बार फिर राजनीति से प्रेरित करार दिया है। झामुमो महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने मंगलवार को ईडी की कार्रवाई पर रोष जताते हुए कहा कि इससे राज्य की जनता में आक्रोश है। ईडी ने अगर चेतावनी को समझने में देर की तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने ईडी की कार्रवाई पर सवाल भी उठाए।
राज्य ब्यूरो, रांची। सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने ईडी की कार्रवाई को एक बार फिर राजनीति से प्रेरित करार दिया है। झामुमो महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने मंगलवार को ईडी की कार्रवाई पर रोष जताते हुए कहा कि इससे राज्य की जनता में आक्रोश है।
ईडी ने अगर चेतावनी को समझने में देर की तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने ईडी की कार्रवाई पर सवाल भी उठाए। कहा कि चुनावी वर्ष में अभी का समय काफी महत्वपूर्ण है।
राज्य सरकार को परेशान किया जा रहा: सुप्रियो भट्टाचार्य
ईडी की कार्रवाई सार्वजनिक होने पर भी उन्होंने आपत्ति जताई। कहा कि राज्य सरकार को परेशान किया जा रहा है। ईडी राज्य में भ्रम की स्थिति पैदा कर रही है। पिछले वर्ष 14 अगस्त को पहला समन किया गया। उन्हें पता होगा कि इस दिन मुख्यमंत्री कितने व्यस्त रहते हैं।ईडी छापेमारी करती है, लेकिन यह नहीं बताती कि किसके यहां से क्या बरामद हुआ है। ईडी के साथ राजनीतिक लड़ाई लड़ने पर विवश किया जा रहा है। जैसा छत्तीसगढ़ और राजस्थान में किया गया, वैसा ही झारखंड में किया जा रहा है।
राज्य सरकार ने कैबिनेट में निर्णय लेकर कहा है कि आप पूरे तथ्य के साथ आइए, हम पूरा सहयोग करेंगे। नया वर्ष आरंभ होने के साथ ही फिर से शुरूआत की गई है। इतने दिनों से ईडी ने कई लोगों को पकड़ कर रखा है।उसमें राजनीतिक लोग भी हैं।
ईडी को बताना चाहिए कि किसके पास से क्या मिला। ईडी को यह भी बताना चाहिए कि उसकी सूचनाएं सार्वजनिक कैसे हो रही है? यह भी पढ़ें -
'हेमंत सोरेन की अकड़ हुई कम...' बाबूलाल मरांडी ने ED की पूछताछ को लेकर CM पर साधा निशाना, कहा- 'चलो कहीं से तो हुई शुरुआत'हेमंत सोरेन ने ईडी को 20 जनवरी को सीएम आवास बुलाया, ED जमीन घोटाला केस में करेगी पूछताछ
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।