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Jharkhand Politics: 'BJP झारखंड को बांटने का काम कर रही है', JMM ने लगाया आरोप, पूछे कई तीखे सवाल

झारखंड मुक्ति मोर्चा को महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर कई आरोप लगाते हुए विभिन्न सवाल भी पूछे हैं। संताल परगना को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की मांग का भी उन्होंने प्रतिकार किया। इसके अलावा सुप्रियो भट्टाचार्य ने असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा से आदिवासियों को शिड्यूल ट्राइब का दर्जा देने को लेकर भी सवाल किया।

By Pradeep singh Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Sun, 28 Jul 2024 06:26 PM (IST)
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सुप्रियो भट्टाचार्य ने भाजपा पर बोला हमला (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, रांची। संताल परगना को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की मांग का सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने प्रतिकार किया है।

महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मानसून सत्र चल रहा है। विधानसभा में इसपर चर्चा कराई जाए। भाजपा के लोगों को बताना चाहिए कि वे राज्य का विभाजन चाहते हैं अथवा नहीं।

शिड्यूल ट्राइब का दर्जा देने पर कही ये बात

उन्हें यह भी बताना चाहिए कि सरना धर्म कोड को लागू करने के पक्ष में हैं या नहीं? असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा को स्पष्ट करना चाहिए वे अपना यहां रह रहे आदिवासियों को शिड्यूल ट्राइब का दर्जा कब देंगे? निशिकांत दुबे ने संसद में झारखंड को विभाजित करने की बात कही है।

भाजपा नेता सिदो-कान्हू समेत झारखंड के सभी अमर शहीदों का नाम मिटाना चाहते हैं। ये कोल्हान को ओडिशा से मिलाना चाहते हैं। दक्षिण छोटानागपुर को छत्तीसगढ़ में मिलाने और सिंहभूम, धालभूम को बंगाल में मिलाने का इनका लक्ष्य है। ये हजारों लोगों की कुर्बानी और झारखंडी पहचान को समाप्त करना चाहते हैं।

झारखंड की समाप्ति का एलान संसद में किया गया है। आजसू पार्टी को मिलाकर भाजपा के नौ सांसद हैं। एक सांसद का यह बयान है।

बाकी आठ सांसद को लोकसभा में बोलना होगा कि झारखंड के प्रति उनका नजरिया क्या है? झामुमो इसका पुरजोर विरोध करेगा अगर ऐसा कोई भी निर्णय करने का केंद्र प्रयास करेगा। जो यहां आकर कमाने वाले लोग हैं, इनको रघुवर दास ने 1985 कहकर मूलवासी बना दिया।

झारखंड नहीं, भाजपा की डेमोग्राफी बदली

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि झारखंड की बजाय भाजपा की डेमोग्राफी बदल गई है। इनके 240 में से 115 निर्वाचित सांसद दूसरे दलों से आए हैं। असम के सीएम भी कांग्रेस से थे।

जिनको झारखंड में प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है, वे भी घुसपैठ कर आए हैं। लोबिन हेम्ब्रम के संदर्भ में उन्होंने कहा कि अब वे स्वतंत्र हैं और कहीं भी जा सकते हैं।

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