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Jharkhand News: हेमंत सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे शिक्षक, सीएम आवास घेरने का प्रयास

Jharkhand Primary Teachers अपनी चार सूत्री मांगों की पूर्ति के लिए झारखंड के शिक्षकों ने आज शनिवार को रांची में सीएम हेमंत सोरेन के आवास को घेरने की कोशिश की। सरकार का विरोध कर रहे शिक्षकों ने 17 दिसंबर से अनश्चित काल के लिए अनशन की चेतावनी दी है।

By Jagran NewsEdited By: M EkhlaqueSat, 19 Nov 2022 05:00 PM (IST)
Jharkhand News: हेमंत सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे शिक्षक, सीएम आवास घेरने का प्रयास
Jharkhand News: रांची की सड़कों पर प्रदर्शन करते झारखंड के प्राथमिक शिक्षक।

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Teachers Demonstration अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर विभिन्न जिलों के प्राथमिक शिक्षकों ने शनिवार को हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ रांची की सड़कों पर जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने इस दौरान मुख्यमंत्री आवास को घेरने की कोशिश की, लेकिन कुछ दूर पहले ही प्रशासन ने उन्हें रोक दिया। नाराज शिक्षकों ने कहा कि अगर उनकी मांगों पर गंभीरता पूर्वक विचार नहीं किया गया तो 17 दिसंबर 2022 से वह अनशन करेंगे। यह अनशन अनिश्चितकालीन होगा।

रांची के मोरहाबादी मैदान से निकाला जुलूस

जानकारी के अनुसार, करीब 15 हजार प्राथमिक शिक्षक रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान के बाबू वाटिका में एकत्र हुए। इसके बाद जुलूस के रूप में रेडियम रोड, कचहरी चौक तथा राजभवन होते हुए मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने लगे। लेकिन बड़ी संख्या में तैनात पुलिस प्रशासन ने इन्हें सीएम आवास नहीं घेरने दिया। प्रदर्शन के दौरान शिक्षक सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे थे। इनका कहना था कि सरकार इनकी मांगों पर गंभीरतापूर्वक विचार नहीं कर रही है। इस कारण इन्हें क्षति हो रही है।

इन चार मांगों को लेकर कर रहे आंदोलन

प्रदर्शन कर रहे प्राथमिक शिक्षकों का कहना है कि उन्हें राज्य कर्मचारियों की तरह एमएसीपी का लाभ दिया जाए। यही नहीं छठे वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर कर एंट्री पे स्केल की सुविधा दी जाए। शिक्षकों की तीसरी मांग यह है कि अंतरजिला स्थानांतरण नियमावली को सरल व सुगम बनाया जाए, ताकि अधिक से अधिक शिक्षक इस योजना का लाभ उठा सकें। इसी तरह इन शिक्षकों की चौथी मांग है कि इनको लिपिकीय तथा गैर शैक्षणिक कार्यों से पूरी तरह से मुक्त रखा जाए।

काला बिल्ला लगा कर किया था विरोध

मालूम हो कि प्रदर्शन से कुछ दिन पहले इन शिक्षकों ने काला बिल्ल्ला लगाकर अपनी मांगों की ओर हेमंत सोरेन सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया था। बावजूद जब सरकार ने इनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया तो इन्होंने शनिवार को सीएम आवास घेराव की योजना बनाई, हालांकि ये सीएम आवास को घेरने में नाकाम रहे।