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Jharkhand News: वकील राजीव कुमार से ईडी की पूछताछ शुरू, व्यवसायी अमित अग्रवाल को समन शीघ्र

Jharkhand Latest News झारखंड हाई कोर्ट के वकील से ईडी ने पूछा कि जनहित याचिका से अमित अग्रवाल का नाम कैसे निकला। सोमवार को पूछताछ के दौरान अमित अग्रवाल पर लगे आरोपों के बारे में ईडी ने अधिवक्ता से जानकारी ली। वकील 50 लाख रुपये के साथ पकड़ा गया था।

By M EkhlaqueEdited By: Updated: Mon, 22 Aug 2022 07:01 PM (IST)
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Jharkhand News In Hindi: झारखंड हाई कोर्ट के वकील राजीव कुमार।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Advocate Rajeev Kumar कोलकाता में 50 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार अधिवक्ता राजीव कुमार फिलहाल ईडी की रिमांड पर हैं। ईडी रांची की टीम उन्हें एक दिन पहले ही लेकर रांची पहुंची थी और सदर अस्पताल में उनके स्वास्थ्य की जांच कराई। बताया जा रहा है कि राजीव कुमार थोड़ा अस्वस्थ हैं। ईडी ने स्वास्थ्य जांच व पर्याप्त आराम देने के बाद उनसे पूछताछ की और यह जानकारी लेने की कोशिश की कि अमित अग्रवाल के खिलाफ पहले जनहित याचिका दाखिल की गई और बाद में उक्त जनहित याचिका से उनका नाम हटा दिया गया। ऐसी क्या बात हुई, कौन सी परिस्थिति आई कि अमित अग्रवाल का नाम जनहित याचिका से हटाना पड़ा। ईडी ने बंगाल में हेयर स्ट्रीट थाने में दर्ज शिकायत का भी हवाला दिया, जिसमें अमित अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि उनका नाम जनहित याचिका से नाम हटाने के एवज में अधिवक्ता ने एक करोड़ रुपये की पेशकश की थी और पहली किश्त के रूप में 50 लाख रुपये मांगा था। अमित अग्रवाल ने इसकी सूचना बंगाल पुलिस को दी थी। पहली किस्त के 50 लाख रुपये लेते हुए बंगाल पुलिस ने ही उन्हें पकड़ा था।

अमित अग्रवाल को भी समन करेगी ईडी टीम

कोलकाता के साल्टलेक क्षेत्र में रहने वाले व्यवसायी अमित अग्रवाल को भी ईडी समन करने जा रही है, ताकि राजीव कुमार के विरुद्ध लगाए गए उनके आरोपों का विधिवत सत्यापन किया जा सके। बताया जा रहा है अमित अग्रवाल से भी पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आएंगी। अमित अग्रवाल के व्यवसाय, सालाना टर्नओवर व शेल कंपनियों के मामले में भी ईडी को कई सवाल करने हैं, जिसके लिए अब अमित अग्रवाल को समन किया जाना है।

ईडी ने जाना गिरफ्तारी, रिमांड व जेल तक का वृतांत

ईडी ने राजीव कुमार से उनकी गिरफ्तारी से लेकर बंगाल पुलिस की रिमांड अवधि में पूछताछ व जेल जाने तक के वृतांत की पूरी जानकारी ली। ईडी ने राजीव कुमार से यह भी सवाल किया कि वे रांची से कोलकाता गए तो उनके प्लेन का टिकट किसने दिया था। वहां उनकी गिरफ्तारी कैसे हुई। क्या बंगाल पुलिस ने उन्हें प्रताड़ित भी किया। इसपर राजीव कुमार ने ईडी को बहुत सी जानकारियां दी है।

ईडी में किससे-किससे बात होती थी

ईडी ने राजीव कुमार से पूछा है कि उनसे ईडी के कौन-कौन से अधिकारी संपर्क में थे। जिस वाट्सएच चैट के आधार पर बंगाल पुलिस ने ईडी रांची के पूर्व उप निदेशक सुबोध कुमार को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया था, उस वाट्सएच चैट के बारे में भी ईडी के अधिकारियों ने राजीव कुमार से जानकारी ली। ईडी ने यह भी जानने की कोशिश की कि जनहित याचिकाओं में ईडी के अधिकारियों ने उनसे किस प्रकार की मदद ली या मदद की। राजीव कुमार ने ईडी को अपने सवाल से बहुत हद तक संतुष्ट किया है।

आठ दिनों तक पूछताछ की मिली है अनुमति

ईडी को अधिवक्ता राजीव कुमार से आठ दिनों तक पूछताछ के लिए अनुमति मिली है। ईडी की विशेष अदालत से अनुमति के बाद ही ईडी की टीम कोलकाता गई थी और वहां से कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद रिमांड पर लेकर रांची पहुंची। बताया जा रहा है कि 28 अगस्त तक राजीव कुमार से ईडी पूछताछ करेगी।

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