Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Jharkhand School News: 16 दिनों तक चलेगा बैक टू स्कूल अभियान; अनामांकित और ड्रॉपआउट बच्चों की स्‍कूल वापसी है लक्ष्‍य

Jharkhand Latest Hindi News मंगलवार को झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद कार्यालय में राज्यस्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। स्कूलों से अनामांकित और ड्रॉपआउट बच्चों को विद्यालय वापस लाने और शत प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में 16 दिन तक स्कूल रुआर-2024 बैक टू स्कूल अभियान चलेगा। पहले दिन सर्वप्रथम स्कूल पहुंचने वाले बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत किया जाएगा।

By Neeraj Ambastha Edited By: Prateek Jain Updated: Wed, 17 Jul 2024 12:39 PM (IST)
Hero Image
एसईएल गतिविधि में शामिल छात्राएं। (फोटो क्र‍ेडिट- JPEC वेबसाइट)

राज्य ब्यूरो, रांची। स्कूलों से अनामांकित एवं ड्रॉपआउट बच्चों को स्कूल वापस लाने तथा शत प्रतिशत नामांकन सुनिश्चित करने के लिए 16 दिनों तक स्कूल रुआर-2024 बैक टू स्कूल अभियान चलेगा।

इस अभियान को सफल बनाने के लिए मंगलवार को झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद कार्यालय में राज्यस्तरीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक आदि सम्मिलित हुए। इसी के साथ इस अभियान की शुरुआत हुई।

पहले दिन बच्‍चों को तिलक लगाकर होगा स्‍वागत

कार्यशाला को संबोधित करते हुए राज्य परियोजना निदेशक आदित्य रंजन ने कहा कि इस अभियान के तहत विभिन्न तिथियों में निर्धारित कार्यक्रमों का आयोजन समय पर हो। कहा कि इस अभियान की निगरानी गूगल लिंक के माध्यम से होगी तथा इसमें लापरवाही बरतने या ढिलाई बरतने वाले स्कूलों के शिक्षकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होगी।

अभियान के तहत 31 जुलाई तक राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में नव नामांकित बच्चों का स्वागत, अनामांकित बच्चों को विद्यालय से जोड़ने का प्रयास और नामांकित बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

पहले दिन सर्वप्रथम स्कूल पहुंचने वाले बच्चों का तिलक लगाकर स्वागत किया जाएगा। अभियान के दूसरे दिन बच्चों की अगली कक्षा में प्रोन्नति एवं बच्चों के स्कूल में ठहराव की स्थिति की समीक्षा करना, साथ ही पोषक क्षेत्रों का भ्रमण कर अनामांकित या ड्रॉपआउट बच्चों के अभिभावकों से मिलकर बच्चे के नामांकन हेतु उन्हें प्रेरित करने का कार्यक्रम होगा।

तीसरे दिन अनामांकित बच्चों के अभिभावकों से मीटिंग

तीसरे दिन स्कूल टैगिंग तथा अनामांकित बच्चों के अभिभावकों से मिलने का कार्यक्रम होगा। चौथे दिन यह दायित्व हाउस कप्तान निभाएंगे। पांचवें दिन प्रोजेक्ट इम्पैक्ट के तहत विद्यालय प्रबंधन समिति के सहयोग से नो कास्ट एवं लो कास्ट गतिविधियों की समीक्षा की जाएगी।

छठे व सांतवें दिन स्कूल में संचालित विभिन्न समितियों के माध्यम से विद्यालय की स्वछता हेतु कई प्रयास किए जाएंगे। आठवें दिन स्कूल में नव नामांकन की समीक्षा तथा स्कूल परिसर को ड्रग फ्री कैंपस बनाने हेतु उपायों एवं क्रियान्वयन पर चर्चा होगी।

9वें दिन माहवारी स्वछता को लेकर कार्यक्रम

अभियान के नौवें दिन कक्षा छह से 12 के बीच की कक्षाओं में अध्ययनरत छात्राओं के बीच माहवारी स्वछता को लेकर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इसके साथ बाल विवाह निषेध जैसे विषयों पर भी उन्हें जागरूक किया जाएगा।

दसवें दिन जल प्रदूषण, जल संरक्षण एवं जल प्रबंधन से जुड़े विषयों को लेकर पाठ्येत्तर गतिविधियों का आयोजन होगा। 11वें दिन दिव्यांग छात्रों के लिए पेयजल व शौचालय व्यवस्था आदि की समीक्षा की जाएगी। अगले दिन ग्राम पंचायत समिति के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर स्कूल में बच्चो की उपस्थिति बढ़ाने पर विचार-विमर्श होगा।

13वें दिन बच्चों के लिए बैगलेस डे का आयोजन होगा। इस दिन बच्चे विभिन्न पर्यावरण संबंधित गतिविधियों में भाग लेंगे। बच्चों के लिए विशेष मध्याह्न भोजन भी बनेगा। इसके अगले दिन अनामांकित व ड्राप आउट बच्चों के नामांकन की समीक्षा करना व नव नामांकित बच्चों के स्वागत की तैयारी के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जाएगा।

16वें एवं अंतिम दिन नव नामांकित बच्चों का स्कूल में स्वागत किया जाएगा। स्वागत समारोह में स्थानीय जन प्रतिनिधियों, पूर्ववर्ती छात्रों, सरकारी पदाधिकारियों को आमंत्रित किया जाएगा। साथ ही विद्यालयों में स्वछता शपथ ली जाएगी।

यह भी पढ़ें - 

Jharkhand: कांग्रेस ने अमित शाह से मांगा इस्‍तीफा, घुसपैठ और मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री पर बोला हमला

Jharkhand News: ED और CBI को हाईकोर्ट का नोटिस, पलामू में अवैध खनन का है मामला