School-College Guidelines: काॅलेज जाने के लिए वैक्सीन लेना अनिवार्य, 18 वर्ष से कम आयु वालों के लिए जरूरी नहीं; पढ़ें नियम
Jharkhand School News School-College Guidelines झारखंड सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु के काॅलेज जाने वाले छात्र-छात्राओं के लिए शर्त रखी है। कक्षाएं लेने वाले शिक्षकों के लिए भी दोनों डोज का टीका अनिवार्य किया गया है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकार की ओर से स्कूल-काॅलेज खोलने की अनुमति दिए जाने के बाद अब कक्षाएं शुरू करने की तैयारियां तेज हो गई हैं। नौवीं से 12वीं कक्षा के स्कूलों के साथ-साथ काॅलेजों और विश्वविद्यालयों को स्नातक तथा स्नातकोत्तर के अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की भी ऑफलाइन कक्षाएं छह अगस्त से शुरू हो जाएंगी। इसके साथ ही आइटीआइ, पाॅलीटेक्निक काॅलेज तथा कौशल विकास केंद्र भी खोलने की घोषणा की गई है।
झारखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकार ने कक्षाओं में शामिल होने के लिए 18 वर्ष या इससे अधिक आयु के छात्र-छात्राओं के लिए कम से कम पहली डोज का टीका अनिवार्य किया है। हालांकि इस दायरे में 12वीं कक्षा से ऊपर के काॅलेज और व्यावसायिक संस्थानों में पढ़ने वाले छात्र ही आएंगे। इसलिए स्कूली छात्रों पर यह नियम लागू नहीं होगा। राज्य में अभी तक 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 24 प्रतिशत युवाओं को ही पहली डोज का टीका लग सका है। इनमें काॅलेज जानेवाले छात्र-छात्राओं का प्रतिशत भी कमोबेश बराबर है।
धनबाद और गढ़वा में तो 20 प्रतिशत से भी कम युवाओं को पहली डोज का टीका लग सका है। ऐसे में इन्हें ऑफलाइन कक्षाओं में टीका लिए बगैर जाने में परेशानी हो सकती है। राज्य में 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के युवाओं की आबादी 1,57,34,635 है, जिनमें अभी तक 37,78,646 को पहली डोज का टीका लगा है। दोनों डोज के टीकाकरण की बात करें तो अभी तक 1,90,157 लोगों को ही दोनों डोज का टीका लगा है।
ऐसे में पहली डोज का टीकाकरण नहीं करानेवाले छात्र-छात्राएं ऑफलाइन कक्षाओं से वंचित हो सकते हैं। ऐसे में राज्य सरकार को अभियान चलाकर काॅलेज जानेवाले 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं का टीकाकरण करना होगा। विश्वविद्यालयों व काॅलेजों में टीका केंद्र बनाकर इस कार्य को शीघ्र किया जा सकता है। स्कूलों में कक्षा लेने वाले शिक्षकों के लिए भी दोनों डोज का टीका अनिवार्य किया गया है, लेकिन अभी भी बहुत कम संख्या में शिक्षकों को दोनों डोज का टीका लग सका है।
यह है गाइडलाइन
-काॅलेजों और अन्य संस्थानों में कक्षाएं लेनेवाले शिक्षकों के लिए दोनों डोज का टीकाकरण अनिवार्य होगा। दोनों डोज लेनेवाले शिक्षक ही कक्षाएं ले सकेंगे।
-छात्र-छात्राओं के लिए कम से कम एक डोज का टीका लेना अनिवार्य होगा।
-जिला प्रशासन समय-समय पर काॅलेजों में शिक्षकों, छात्र-छात्राओं तथा अन्य स्टाफ की कोरोना जांच करेगा, ताकि संक्रमण की समय पर पहचान की जा सके।
कहां-कितने युवाओं को अबतक लगी है पहली डोज (आंकड़े प्रतिशत में)
कोडरमा : 37, सिमडेगा : 32, पूर्वी सिंहभूम : 30, लोहरदगा : 29, गोड्डा : 28, खूंटी : 28, हजारीबाग : 27, जामताड़ा : 27, रांची : 26, देवघर : 25, रामगढ़ : 24, पाकुड़ : 23, सरायकेला खरसावां : 23, पश्चिमी सिंहभूम : 23, पलामू : 22, साहिबगंज : 22, दुमका : 22, गिरिडीह : 22, लातेहार : 22, बोकारो : 21, चतरा : 21, गुमला :21, धनबाद : 19, गढ़वा : 19