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Jharkhand News: 23 अगस्त से होगा महिला पुलिस अधिकारियों का राज्य स्तरीय सम्मेलन, कई अहम बिंदुओ पर होगी चर्चा

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर डीजीपी अनुराग गुप्ता के नेतृत्व में आने वाली 23 व 24 अगस्त को महिला पुलिस अधिकारियों का राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित किया गया है। यह आयोजन डोरंडा के जैप-1 स्थित शौर्य सभागार में किया जाएगा। इस आयोजन में झारखंड पुलिस की सभी जिला-इकाइयों में सिपाही हवलदार एएसआई एसआई इंस्पेक्टर व डीएसपी स्तर की 200 महिला प्रतिनिधि सम्मिलित होंगी।

By Dilip Kumar Edited By: Shoyeb Ahmed Updated: Fri, 16 Aug 2024 06:32 PM (IST)
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23 और 24 अगस्त को महिला पुलिस अधिकारियों का राज्य स्तरीय सम्मेलन होगा आयोजित
राज्य ब्यूरो, रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर डीजीपी अनुराग गुप्ता के नेतृत्व व दिशा-निर्देश पर 23 व 24 अगस्त को महिला पुलिस अधिकारियों-कर्मियों का राज्य स्तरीय सम्मेलन आयोजित होगा। डोरंडा के जैप-1 स्थित शौर्य सभागार में यह आयोजन होगा।

इसमें झारखंड पुलिस के सभी जिला-इकाइयों में सिपाही, हवलदार, एएसआई, एसआई, इंस्पेक्टर व डीएसपी स्तर की 200 महिला प्रतिनिधि शामिल होंगी। इस सम्मेलन का थीम है महिला पुलिस, सेवा, सुरक्षा व सम्मान।

इसमें महिला पुलिस को कार्य स्थल पर होने वाली परेशानी, आवश्यकताओं सहित विभिन्न बिंदुओं पर विचार-विमर्श होगा। इसमें महिला अधिकारियों की चुनौती, उपलब्धि व भविष्य की कार्ययोजना पर विशेष तौर पर चर्चा की जाएगी।

महिला पुलिस अधिकारियों निभा रहीं भूमिका

महिला पुलिस अधिकारी अपराध नियंत्रण, महिलाओं व बच्चों के खिलाफ अपराधों की रोकथाम व समाज में सुरक्षा की भावना पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

उनकी चुनौतियां, उपलब्धियों व भविष्य की दिशाओं पर चर्चा करने के लिए ही राज्य स्तरीय महिला अधिकारियों का सम्मेलन होने जा रहा है। यह सम्मेलन प्रत्येक वर्ष आयोजित होगा।

डीजीपी ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस

डीजीपी अनुराग गुप्ता, एडीजी सुमन गुप्ता व डीआईजी अनूप बिरथरे ने शुक्रवार को पुलिस मुख्यालय सभागार में प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि हाल के दिनों में महिला पुलिस अधिकारियों व कर्मियों की संख्या बढ़ी है।

महिला पुलिसकर्मियों के सहयोग से अपराध नियंत्रण, महिलाओं व बच्चों के विरुद्ध अपराधों की रोकथाम व समाज में सुरक्षा की भावना उत्पन्न होता दिख रहा है।

इसके लिए राज्य के सभी जिलों में महिला थाना का सृजन किया गया है। यहां महिलाएं अपनी विभिन्न प्रकार की समस्याओं को निर्भिक होकर महिला पुलिस अधिकारियों-कर्मियों को अवगत करा रही हैं। वहां पूरी संवेदनशीलता से उनकी समस्या का निराकरण हो रहा है।

झारखंड पुलिस पुलिस कर्मियों को समय-समय पर करवाती है प्रशिक्षित

झारखंड पुलिस समय-समय पर महिला पुलिस पदाधिकारियों-कर्मियों को महिलाओं व बच्चों के विरुद्ध अपराधों की रोकथाम व अनुसंधान में दक्षता के लिए देश के ख्याति प्राप्त प्रशिक्षण स्थानों में भेजकर प्रशिक्षित करवा रही है।

महिलाओं व बच्चों के विरुद्ध अपराधों की रोकथाम के लिए सामान्य थाने में भी महिला पदाधिकारी-कर्मी को पदस्थापित किया जा रहा है। इससे महिलाओं में सुरक्षा की भावना उत्पन्न होगी।

महिला पुलिस अधिकारियों की बढ़ाई जा रही संख्या

स्थानीय थाना स्तर पर बढ़ाई जा रही है महिला पदाधिकारियों-कर्मियों की संख्या डीजीपी अनुराग गुप्ता ने बताया कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 173 में वर्णित प्रविधानों का अक्षरश: अनुपालन कराने के लिए महिला पुलिस अधिकारियों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है।

यह धारा किसी भी इलेक्ट्रानिक माध्यम से शिकायत करने का अधिकार देती है, जिसपर पुलिस को कार्रवाई करनी है। इसके पूरी तरह अनुपालन के लिए स्थानीय थाना स्तर पर महिला पुलिस पदाधिकारियों-कर्मियों की संख्या बढ़ाई जा रही है।

राज्य स्तरीय सम्मेलन का यह होगा उद्देश्य

  • महिला पुलिस अधिकारियों के अनुभवों और चुनौतियों को साझा करने का मंच प्रदान करेगा।
  • महिलाओं के विरुद्ध अपराधों की रोकथाम व अनुसंधान में प्रभावी रणनीतियों पर चर्चा होगी।
  • महिला पुलिस अधिकारियों के कौशल विकास व क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित होगा।
  • पुलिस बल में महिलाओं की संख्या बढ़ाने और उनकी पदोन्नति के अवसरों पर विचार-विमर्श होगा।
  • महिलाओं के प्रति संवेदनशील पुलिसिंग के लिए आवश्यक कदमों पर चर्चा होगी।
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