Jharkhand Voting Percentage: गांवों, जंगलों और पहाड़ों में मुस्कुराया लोकतंत्र, 43 सीटों पर 65.27% मतदान
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 43 सीटों पर 65.27% मतदान हुआ। ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जबकि शहरी इलाकों में मतदान फीका रहा। खरसावां में सबसे अधिक 77.32% मतदान हुआ। बुधवार को हुए मतदान से कुल 683 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया। इस बार भी झारखंड के शहरी मतदाता अपने मताधिकार के प्रयोग को लेकर उदासीन रहे।
राज्य ब्यूरो, रांची। जैसा कि झारखंड के चुनावों में होता आया है। इस बार भी यहां के गांवों, जंगलों और पहाड़ों पर लोकतंत्र मुस्कराया। बुधवार को इन क्षेत्रों के मतदाता लोकतंत्र में अपनी पूरी आस्था दिखाते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग करने अपने-अपने घरों से निकले। नक्सलियों की चेतावनी का भी उनपर कोई असर नहीं हुआ और नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों पर भी खूब वोट पड़े।
पहले चरण की कुल 43 सीटों पर 65.27 प्रतिशत मतदान हुआ। यह पिछले विधानसभा चुनाव से लगभग एक प्रतिशत अधिक है। हालांकि अंतिम रिपोर्ट आने पर इस संख्या में और भी आंशिक वृद्धि हो सकती है। बुधवार को हुए मतदान से कुल 683 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया।
इस बार भी झारखंड के शहरी मतदाता अपने मताधिकार के प्रयोग को लेकर उदासीन रहे। सबसे कम रांची में मतदान हुआ तो लोकतंत्र को लेकर उदासीनता दिखाने में जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी, हटिया, कांके हजारीबाग के मतदाता भी पीछे नहीं रहे, जहां 60 प्रतिशत से कम मतदान हुआ। हालांकि, इस बार रांची में मतदान का आंकड़ा 50 प्रतिशत से पार किया। यहां इस बार 51.50 प्रतिशत वोट पड़े। कांके को छोड़कर अन्य शहरी क्षेत्रों में भी मतदान प्रतिशत में आंशिक सुधार हुआ। सबसे अधिक 77.32 प्रतिशत मतदान खरसावां में हुआ।
पहली बार एक साथ हुआ 43 सीटों पर मतदान
झारखंड में पहली बार एक साथ 43 सीटों पर मतदान कराया गया, लेकिन इसके बाद भी छिटपुट घटनाओं को छोड़कर पूरी तरह शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ। चुनाव आयोग तथा पुलिस प्रशासन की यह बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है। इससे पहले, बुधवार को सभी मतदान केंद्रों पर साढ़े पांच बजे से पोलिंग पार्टियाें की उपस्थित में माक पोल शुरू हुआ।छिटपुट मतदान केंद्रों को छोड़कर अन्य सभी केंद्रों पर निर्धारित समय सात बजे से मतदान शुरू हुआ। कुछ केंद्रों पर ईवीएम एवं वीवीपैट में खराबी की शिकायत आई, जहां समय पर या तो उन्हें दुरुस्त किया गया या उन्हें बदलकर मतदान शुरू कराया गया। पहले चरण की जिन 43 सीटों पर मतदान संपन्न हुआ उनमें अधिसंख्य आरक्षित थे। 17 सामान्य, छह एससी तथा 20 एसटी सीटों पर चुनाव हुआ।
कुल 15,344 मतदान केंद्रों में 950 मतदान केंद्रों पर शाम चार बजे तथा शेष सभी केंद्रों पर शाम पांच बजे तक मतदान हुआ। निर्धारित समय पर जो भी मतदाता कतार में खड़े थे, उन सभी को मतदान का अवसर प्रदान किया गया। कोडरमा, बरकट्ठा, बरही, हजारीबाग, जमशेदपुर पूर्वी, जमशेदपुर पश्चिमी, मझगांव, रांची, हटिया, पांकी तथा भवनाथपुर में शत-प्रतिशत मतदान केंद्रों पर शाम पांच बजे तक मतदान हुआ।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।35 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़ा मतदान प्रतिशत, आठ में घटा
वर्ष 2019 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार 35 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत में सुधार हुआ है। दूसरी तरफ, आठ विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत में कमी आई है। इनमें घाटशिला, जुगसलाई, ईचागढ़, कांके, पांकी, छतरपुर तथा तमाड़ सम्मिलित हैं।नौ विधानसभा क्षेत्रों में 70 प्रतिशत से अधिक मतदान, पिछले चुनाव में पांच में ही हुआ था ऐसा
इस विधानसभा चुनाव में कुल 43 विधानसभा क्षेत्रों में नौ में 70 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। इनमें खरसावां, बहरागोड़ा, घाटशिला, पोटका, सरायकेला, मांडर, सिसई, बिशुनपुर तथा लोहरदगा सम्मिलित हैं।इनमें अधिसंख्य आदिवासी सीट हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में पांच विधानसभा क्षेत्रों बहरागोड़ा, घाटशिला, ईचागढ़, खरसावां तथा लोहरदगा ने ही यह उपलब्धि हासिल की थी। छह वर्तमान मंत्री, एक पूर्व मुख्यमंत्री सहित कई पूर्व मंत्रियों का भाग्य भी ईवीएम में कैदपहले चरण में जिन विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ, उनमें कई हाट सीटें थीं। इस मतदान में छह वर्तमान मंत्री, एक पूर्व मुख्यमंत्री सहित कई पूर्व मंत्रियों का भाग्य ईवीएम में कैद हुआ।इनमें पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, मंत्री रामेश्वर उरांव, रामदास सोरेन, बन्ना गुप्ता, मिथिलेश ठाकुर, दीपक बिरूवा, बैद्यनाथ राम के अलावा पूर्व मंत्री सीपी सिंह, सरयू राय, भानू प्रताप शाही, नीरा यादव, नीलकंठ सिंह मुंडा, रामचंद्र चंद्रवंशी, कमलेश कुमार सिंह, केएन त्रिपाठी, गोपाल कृष्ण पातर उर्फ राजा पीटर, रामचंद्र सहिस आदि सम्मिलित हैं। ओडिशा के राज्यपाल सह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास, मंत्री सत्यानंद भोक्ता की बहू रश्मि प्रकाश, चम्पाई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन का भविष्य भी ईवीएम में कैद हुआ। कुल 683 प्रत्याशियों में 609 पुरुष, 73 महिला और एक प्रत्याशी थर्ड जेंडर के थे।झारखंड की किस सीट पर कितनी वोटिंग?
विधानसभा क्षेत्र | 2019 में मतदान | 2024 में मतदान |
कोडरमा | 59.72 | 62.15 |
बरकट्ठा | 62.51 | 66.32 |
बरही | 62.67 | 65.66 |
बड़कागांव | 65.87 | 66.32 |
हजारीबाग | 56.57 | 59.58 |
सिमरिया (एससी) | 61.98 | 65.65 |
चतरा (एससी) | 58.77 | 61.16 |
बहरागोड़ा | 76.02 | 76.15 |
घाटशिला (एसटी) | 70.84 | 70.15 |
पोटका (एसटी) | 69.16 | 72.29 |
जुगसलाई (एससी) | 66.41 | 64.53 |
जमशेदपुर पूर्वी | 57.41 | 56.99 |
जमशेदपुर पश्चिमी | 53.94 | 56.53 |
ईचागढ़ | 76.28 | 69.00 |
सरायकेला (एसटी) | 68.11 | 71.54 |
चाईबासा (एसटी) | 66.52 | 68.61 |
मझगांव (एसटी) | 68.08 | 69.40 |
जगन्नाथपुर (एसटी) | 65.12 | 66.26 |
मनोहरपुर (एसटी) | 61.24 | 63.43 |
चक्रधरपुर (एसटी) | 65.83 | 66.50 |
खरसावां (एसटी) | 72.88 | 77.32 |
तमाड़ (एसटी) | 68.73 | 67.12 |
तोरपा (एसटी) | 64.33 | 67.03 |
खूंटी (एसटी) | 62.77 | 69.53 |
रांची | 49.07 | 51.50 |
हटिया | 56.66 | 58.20 |
कांके (एससी) | 61.28 | 57.89 |
मांडर (एसटी) | 67.59 | 72.13 |
सिसई (एसटी) | 68.93 | 71.21 |
गुमला (एसटी) | 63.63 | 65.46 |
बिशुनपुर (एसटी) | 69.86 | 70.06 |
सिमडेगा (एसटी) | 64.71 | 68.70 |
कोलेबिरा (एसटी) | 65.20 | 68.62 |
लोहरदगा (एसटी) | 71.23 | 73.21 |
मनिका (एसटी) | 63.13 | 64.15 |
लातेहार (एससी) | 67.45 | 69.70 |
पांकी | 66.96 | 65.13 |
डालटनगंज | 62.90 | 64.82 |
विश्रामपुर | 60.82 | 62.63 |
छतरपुर (एससी) | 61.72 | 60.91 |
हुसैनाबाद | 58.90 | 59.41 |
गढ़वा | 65.56 | 68.59 |
भवनाथपुर | 67.56 | 68.26 |
कुल | 64.53 | 65.27 |