Jharkhand Monsoon: राजधानी समेत प्रदेशभर में फिर सक्रिय हुआ मानसून, झमाझम बारिश से खिलेगा किसानों का चेहरा
Jharkhand Weather Update झारखंड में मानसून का एक बार फिर से एक्टिव होना यहां के किसानों के लिए राहत भरी खबर लाया है। बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का टर्फ तेजी से बढ़ रहा है। जिसके चलते प्रदेश में 2 अगस्त तक वर्षा की प्रबल संभावना है। राज्य में लगभग सभी स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने स्थिति बन रही है।
बंगाल की खाड़ी में बनें निम्न दबाव का टर्फ तेजी से बढ़ रहा है। जिसके कारण झारखंड में 2 अगस्त तक बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि 2 अगस्त तक राज्य में लगभग सभी स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की प्रबल संभावना है। उम्मीद है कि किसानों को चिंता से मुक्ति मिलेगी।
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
हालांकि, अबतक के हालात को देखकर संशय बरकरार है। इसके अलावा 28 जुलाई को खूंटी, गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा, पश्चिमी सिंहभूम, लातेहार, पलामू और गढ़वा में भारी बारिश की संभावना है।30 और 31 जुलाई को राज्य के दक्षिणी तथा निकटवर्ती मध्य भागों बोकारो, रामगढ़, रांची, खूंटी, गुमला, सिमडेगा, पू. सिंहभूम, प. सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां में मौसम विभाग ने भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की है।
31 जुलाई और एक अगस्त को इन जिलों के लिए येलो अलर्ट
31 जुलाई और 1 अगस्त को राज्य के उत्तर-पश्चिमी एवं उत्तर-पूर्वी भागों गढ़वा, पलामू, लातेहार, चतरा, गोड्डा, साहेबगंज, पाकुड़, दुमका और देवघर में भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।इस दौरान राज्य में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस रिकर्ड किया गया। पिछले 24 घंटे में राज्य में लगभग सभी स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हुई जबकि राज्य में कहीं- कहीं पर भारी बारिश भी हुई। राज्य में मानसून गतिविधि सक्रिय रहेगी।
शनिवार को सबसे अधिक बारिश 49.5 एमएम बोकारो में दर्ज की गई है। उच्चतम तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस गोड्डा में जबकि न्यूनतम तापमान 24.0 डिग्री सेल्सियस चाईबासा में रिकार्ड की गई है। वर्षा होने की वजह से तापमान में आएगी कमी।
हाल के दिनों में होने वाली वर्षा से कृषि विभाग को उम्मीद है कि राज्य में भरपूर पानी होगा और किसान खरीफ मौसम की फसल की खेती कर पाएंगे। लगातार दो वर्ष तक सुखाड़ की मार झेलने वाले राज्य में मानसून देर से आया और धान का बिचड़ा डालने के समय काफी कम वर्षा हुई।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान से उम्मीद बढ़ी है कि राज्य में अच्छी वर्षा हो सकती है। पिछले 15 दिनों में वर्षा के औसत में पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। 11 जुलाई को राज्य में औसत वर्षा सामान्य से 57 प्रतिशत कम थी, लेकिन 25 जुलाई को यह औसत 47 प्रतिशत हो गया।
राज्य के 10 जिलों में ही सामान्य से 50 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। मौसम विभाग ने एक अगस्त तक वर्षा होने का पूर्वानुमान जताया है। राज्य में अब तक 13.57 प्रतिशत धान का आच्छादन हुआ है। मक्का का 47.66, दलहन 22.95 और तेलहन का 25.77 प्रतिशत आच्छादन हुआ है।
कम वर्षा के कारण गढ़वा, पलामू और लातेहार में धान का आच्छादन बहुत कम हुआ है। विभाग की रिपोर्ट की माने तो 25 जुलाई तक पलामू और लातेहार में धान का आच्छादन नहीं हुआ, जबकि गढ़वा में 0.21 प्रतिशत हुआ है।
राज्य में खेती कार्य लगभग वर्षा पर निर्भर है। सिंचाई की व्यवस्था नहीं होने से किसानों को मौसम पर ही निर्भर रहना पड़ता है। मानसून की देरी और सामान्य से कम वर्षा होने से किसानों ने देर से धान का बिचड़ा लगाया है।
राज्य में सामान्य रूप से 31 जुलाई तक धान की खेती की जाती है। फिलहाल अच्छी वर्षा से धान के आच्छादन में तेजी आई है। किसानों को सरकार ने 50 प्रतिशत अनुदान पर बीज उपलब्ध कराया है।
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