Jharkhand Weather Update : झारखंड में सूरज के तेवर गर्म, 17 जिलों का तापमान 40 के पार; यलो अलर्ट जारी
Jharkhand Weather Update रांची समेत पूरे राज्य की धरती तप रही है। आलम यह है कि 17 जिलों का तापमान 40 के पार पहुंच चुका है। मई में यह दूसरा मौका जब राजधानी का तापमान 40 के पार पहुंचा है। राज्य में सर्वाधिक 47.5 डिग्री सेल्सियस डाल्टनगंज का रिकॉर्ड किया गया है जो कि 6 मई 1978 के 47.8 डिग्री सेल्सियस से सिर्फ .3 डिग्री ही कम है।
जागरण संवाददाता, रांची। Jharkhand Weather Update राजधानी रांची समेत पूरे राज्य की धरती तप रही है। आलम यह है कि 17 जिलों में एक बार फिर तापमान 40 के पार पहुंच चुका है। मई माह में यह दूसरा मौका है कि राजधानी का तापमान 40 के पार पहुंचा है।
राज्य में सर्वाधिक 47.5 डिग्री सेल्सियस डाल्टनगंज का रिकॉर्ड किया गया है, जो कि 6 मई 1978 के 47.8 डिग्री सेल्सियस से .3 डिग्री ही कम है। हालांकि, मंगलवार को डाल्टनगंज का रिकार्ड किया गया तापमान अब तक का दूसरा सबसे गर्म रहा। तपती गर्मी को लेकर मौसम विज्ञान केंद्र रांची ने यलो अलर्ट भी जारी किया है।
बता दें कि बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवातीय तूफान का असर बंगाल के साथ साथ झारखंड में भी पड़ने की संभावना थी, लेकिन तूफान का रूट बदलकर असम की ओर हो गया।
दरअसल, राजधानी समेत पूरे राज्य में प्रदूषण की समस्या गंभीर होती जा रही है और घर से लेकर बाहर तक लोग त्राहि त्राहि कर रहे है। यह स्थिति अगले तीन दिनों तक बनी रहेगी। 29 मई को राजधानी व आसपास के जिलों में आसमान मुख्यत: साफ रहेगा और मौसम शुष्क बना रहेगा।
25 मई को बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवातीय तूफान रे-मल में तब्दील होने के बाद भी राज्य को छूते हुए गुजर गया है। राज्य में अगले दो दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है, इसके बाद अगले तीन दिनों इसमें कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।
इन जिलों में हल्की बारिश की संभावना
30 मई, 31 मई और 1 जून को राज्य के उत्तर-पूर्वी हिस्से यानी देवघर, दुमका, गोड्डा, पाकुड़, जामताड़ा, गिरिडीह, धनबाद और साहिबगंज में कहीं-कहीं हल्की वर्षा होने की संभावना है, जबकि राज्य के निकटवर्ती मध्य भाग यानी रांची, रामगढ़, खूंटी, हजारीबाग, बोकारो, गुमला के अलावे उत्तर पश्चिमी हिस्से यानी पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा के साथ साथ दक्षिणी हिस्से यानी पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और सरायकेला खरसावां में हीट-वेव का असर देखने को मिलेगा।
इसे लेकर मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 30 से 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवा भी बहेगी, जो कि तपती गर्मी में आफत साबित होगी। पर्यावरणविद् नीतीश प्रियदर्शी बताते हैं कि पर्यावरण में प्रदूषण और धूलकणों की बढ़ रही मात्रा क्लाउड बैंड बनने में बाधा उत्पन्न करती है। इस कारण बादल बनने के बाद भी बरस नहीं पाते हैं। हमें प्रदूषण के स्तर को कम करना ही होगा।
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