Ranchi: JMM ने गृहमंत्री शाह पर BSF Foundation Day पर राजनीति करने का लगाया आरोप, BJP बोली- विकृत मानसिकता से उबरे झामुमो
झामुमो ने गृहमंत्री शाह के बीएसएफ कैंप में भाजपा नेताओं की मुलाकात पर आपत्ति जताई है। झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि अमित शाह का सरकारी कार्यक्रम था। वे बीएसएफ के स्थापना दिवस में आए थे अनुशासित बल है। दौरे के क्रम में ऐसा लगा कि वह एक राजनीतिक पार्टी के जमावड़े का स्थान है। उन्होंने कहा कि राजनीति के लिए बीएसएफ कैंप का इस्तेमाल करना गलत है।
राज्य ब्यूरो, रांची। सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से हजारीबाग स्थित बीएसएफ कैंप में भाजपा नेताओं की मुलाकात पर आपत्ति जताई है। झामुमो महासचिव और प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि अमित शाह का सरकारी कार्यक्रम था। वे बीएसएफ के स्थापना दिवस में आए थे, अनुशासित बल है। दौरे के क्रम में ऐसा लगा कि वह एक राजनीतिक पार्टी के जमावड़े का स्थान है।
अच्छा होता अगर...
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि अच्छा होता अगर वह (गृहमंत्री अमित शाह) किसी सिविल लैंड में रहते। स्टेट गेस्ट हाउस और सर्किट हाउस है। वहां राजनीतिक व्यक्तियों का जमावड़ा अच्छा लगता। हमने कभी नहीं देखा कि किसी सैन्य परिसर का इस्तेमाल इस तरह से हो रहा है। राज्यपाल भी वहां पहुंच गए।
भाजपा नेताओं में मची है बौखलाहट
भट्टाचार्य ने कहा कि गुरुवार को देवघर के नैनो प्लांट का निरीक्षण करने केंद्रीयमंत्री स्थानीय सांसद के साथ गए। भाजपा के नेताओं में बौखलाहट मची है। पिछले 10 वर्षों में किसी केंद्रीय मंत्री का यह तीसरा दौरा था।
भट्टाचार्य ने कहा कि विगत 10 वर्षों में पीएम, गृहमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री झारखंड आए, लेकिन खस्ताहाल एचइसी का दौरा किसी ने नहीं किया। उनको मालूम है कि अगर हम वहां गए तो, वह अपनी पीड़ा को छुपा नहीं पाएगा।
एचइसी भाजपा का संसदीय क्षेत्र का है, लेकिन एक बार भी उनका कोई भी मंत्री या सांसद एचइसी के बारे में मुंह खोलकर नहीं बोलता है। उन्होंने दावा किया पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में किसी भी राज्य में भाजपा की सरकार नहीं बनेगी।
विकृत मानसिकता से उबरे झामुमो: प्रतुल शाहदेव
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने झारखंड मुक्ति मोर्चा द्वारा बीएसएफ के कार्यक्रम से जुड़े मामले में टिप्पणी को गलत बताया है। उन्होने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा देश की सीमा की सुरक्षा में लगे सुरक्षा बलों को अपनी घटिया राजनीतिक एजेंडा का हिस्सा नहीं बनाए।
पूरे देश को इस बात का गर्व है कि विश्व का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल बीएसएफ अपना 59वां स्थापना दिवस मना रहा है। झारखंड मुक्ति मोर्चा इस पर भी अपनी विकृत मानसिकता से उबर नहीं सकी। यह एक सरकारी कार्यक्रम था और भाजपा के सांसद, विधायक उसमें आमंत्रित थे।
सुरक्षा बलों को राजनीति में नहीं घसीटा जाता
राजनीति की एक मर्यादा होती है। सेना और सुरक्षा बलों को राजनीति में नहीं घसीटा जाता। कभी कांग्रेस सेना के सर्जिकल स्ट्राइक पर प्रश्न उठाती है तो कभी झामुमो सुरक्षा बलों के कार्यक्रमों पर अपनी ओछी टिप्पणी करने से बाज नहीं आता। जिस एचईसी के लिए आज झामुमो घड़ियाली आंसू बहा रही है। उसकी वास्तविक दुर्दशा तो 2004 से 2014 के बीच में यूपीए के शासनकाल में हुई थी।
इन सरकारों में झामुमो की भी सत्ता में हिस्सेदारी थी। तब तो रांची से भी एक केंद्रीय मंत्री होते थे। एचईसी के वर्क आर्डर को छीनकर कमीशन के लिए निजी कंपनियों को दे दिया गया। केंद्र की वर्तमान सरकार एचईसी के लिए गंभीर और संवेदनशील है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि एग्जिट पोल से झामुमो बौखला गई है।
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