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Kalpana Soren: 'उन तीन-चार महीनों में...', पति हेमंत को याद कर रहीं कल्पना सोरेन; लिखा भावुक पोस्ट

Hemant Soren News अपने पति के एक्स हैंडल पर कल्पना सोरेन ने भावुक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा कि कोरोना के समय सभी ओर भय का माहौल था। लॉकडाउन का फैसला हुआ तो जिम्मेदारी संभालते हुए हेमंत को दो महीने ही हुए थे। लोगों की फिक्र थी और अन्य राज्यों में रह रहे झारखंडियों तक मदद पहुंचाने की भी जिम्मेदारी थी।

By Pradeep singh Edited By: Rajat Mourya Updated: Thu, 29 Feb 2024 09:16 PM (IST)
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उन तीन-चार महीनों में...', पति हेमंत को याद कर रहीं कल्पना सोरेन (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, रांची। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने एक बार फिर कहा है कि हेमंत सोरेन ने हमेशा संघर्ष से लड़ना सीखा। कभी उसके सामने झुके नहीं। गुरुवार की शाम उन्होंने अपने पति के एक्स हैंडल पर भावुक पोस्ट किया। यह जिक्र किया कि कैसे उनके पति ने कोरोना काल में बाहर के दो कमरों में रहकर कामकाज निपटाया।

उन्होंने लिखा कि कोरोना के समय सभी ओर भय का माहौल था। लॉकडाउन का फैसला हुआ तो जिम्मेदारी संभालते हुए हेमंत को दो महीने ही हुए थे। लोगों की फिक्र थी और अन्य राज्यों में रह रहे झारखंडियों तक मदद पहुंचाने की भी जिम्मेदारी थी। वे हर रोज सुबह से देर रात तक अधिकारियों से जानकारी लेते। सुबह चार बजे तक जरूरी फाइलें निपटाया करते।

'उन तीन-चार महीनों में...'

कल्पना सोरेन ने कहा कि पहले चरण के उन तीन-चार महीनों में उन्होंने और बच्चों ने शायद ही हेमंत के साथ इत्मीनान से एक दिन भी बिताया होगा। हमें सुरक्षित रखने के लिए खुद को आवास के बाहरी हिस्से में बने दो कमरों में सीमित कर लिया था। भाजपा के बड़े-बड़े नेता घर बैठ गये थे और खुद को सिर्फ सोशल मीडिया एवं चिट्ठियों-पत्रों तक सीमित कर लिया था, वहीं हेमंत और झामुमो व गठबंधन सरकार का हर जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता लोगों के बीच था। हमने अपने दो जुझारू नेताओं को खोया।

'राज्य में हजारों दीदी किचन...'

उन्होंने आगे कहा कि राज्य में हजारों दीदी किचन की मदद से पूरे राज्य में भोजन की निश्शुल्क व्यवस्था की गई थी। पूर्व की सरकार में जहां राज्य के माथे पर भूख से कई मौतों का कलंक लगा, वहीं कोरोना जैसी विकट महामारी में हेमंत के नेतृत्व में राज्य सरकार ने लाखों लोगों के जीवन और जीविका का विशेष ध्यान रखा।

हेमंत, झामुमो और गठबंधन सरकार के सभी लोगों के इस संवेदना और संघर्षशीलता ने पूरे देश को दिखाया है कि व्यक्तिगत कठिनाइयों के बावजूद कैसे राज्यवासियों की सेवा की जानी चाहिए।

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