Fire Service Day: जानिए, क्यों मनाया जाता है अग्निशमन सेवा दिवस
Fire Service Day. 14 अप्रैल को अग्निशमन विभाग काला दिवस के रूप में मनाता है। आज इसकी शुरुआत राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को फ्लैग पिन लगाकर की जाएगी।
By Sujeet Kumar SumanEdited By: Updated: Sun, 14 Apr 2019 10:14 AM (IST)
रांची, राज्य ब्यूरो। 14 अप्रैल 1944 यानी अग्निशमन के इतिहास का वह काला दिन, जिसमें होमगार्ड, अग्निशमन व पुलिस विभाग से 231 कर्मी शहीद हो गए थे। बंबई में भीषण अग्निकांड में 476 कर्मी जख्मी हो गए थे। इसके अलावा 500 आम नागरिक मरे थे, और 2408 आम नागरिक जख्मी हो गए थे।
इस तिथि को अग्निशमन विभाग काला दिवस के रूप में मनाता है और इसके साथ ही अग्निशमन सप्ताह का शुभारंभ होता है। आज रविवार को इसकी शुरुआत राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को फ्लैग पिन लगाकर की जाएगी। अग्निशमन सह गृह रक्षा वाहिनी के डीजी बीबी प्रधान व प्रभारी राज्य अग्निशमन पदाधिकारी सुधीर वर्मा राजभवन जाकर राज्यपाल को फ्लैग पिन लगाएंगे और फायर सर्विस का पोस्टर भेंट करेंगे।इसके बाद अग्निशमन मुख्यालय में सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इस दौरान दो मिनट का मौन रखा जाएगा। अग्निशमन कर्मी चंदा जुटाएंगे। राज्य में पूरे एक सप्ताह तक अग्नि से बचाव के उपाय पर स्कूल-कॉलेजों में विविध आयोजन होंगे।
कल्याण कोष में जमा होते हैं दान के रुपये
14 अप्रैल को अग्निशमन कर्मी दान के लिए भीक्षाटन करते हैं। दान में जमा रुपयों को फायर कल्याण कोष में जमा किया जाता है। इससे आग बुझाने में मृत या जख्मी (अग्निक से लेकर फायर स्टेशन अफसर तक) को सहायता राशि दी जाती है। प्रत्येक वर्ष 10-12 ऐसे कर्मियों/पदाधिकारियों में इस राशि का वितरण होता है। इस कल्याण कोष के अध्यक्ष अग्निशमन विभाग का डीजी होता है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।