Lalu Yadav News: मंगल ने राजद सुप्रीमो लालू यादव को किया तबाह... भविष्य में राहु देगा सकारात्म रिजल्ट
Lalu Yadav News चारा घोटाला के सबसे बड़े मामले में 15 फरवरी को फैसला आने वाला है। लालू यादव को इस मामले में क्या सजा होगी यह तो वक्त बताएगा लेकिन उनके ग्रह नक्षत्र अभी ठीक नहीं चल रहे हैं। उनके जीवन मेें मंगल बेहद अमंगल साबित हो रहा है।
By M EkhlaqueEdited By: Updated: Sun, 13 Feb 2022 01:12 PM (IST)
रांची, डिजिटल डेस्क। चारा घोटाला के मामले में सीबीआइ की विशेष अदालत 15 फरवरी को फैसला सुनाने जा रही है। उस दिन लालू प्रसाद यादव समेत 99 अभियुक्तों के भाग्य का फैसला होना है। फैसले का दिन है- मंगलवार। ज्योतिष और तंत्रमंत्र में यकीन करने वाले लालू यादव का क्या होगा... सबसे बड़ा सवाल लोगों की जुबान पर है। ज्योतिष के नजरिए से देखा जाए तो लालू प्रसाद यादव जैसे दिग्गज राजनेता को बर्बाद करने में मंगल की ही अहम भूमिका रही है।
लालू के लिए मंगल शुरू से ही साबित होता रहा अमंगल
झारखंड के गिरिडीह जिले के रहने वाले ज्योतिषाचार्य रामानंद तिवारी कहते हैं लालू प्रसाद यादव के लिए मंगल शुरू से ही अमंगल साबित होता रहा है। हां, राहु उनके लिए बेहद फायदेमंद साबित हुआ है। इंटरनेट पर उपलब्ध लालू प्रसाद यादव की कुंडली का अध्ययन करने के बाद रामानंद तिवार बताते हैं कि लालू प्रसाद यादव की कुंडली में लग्नअस्त राहु ने उन्हें एक मजबूत इरादा दिया, जिसकी वजह से वह बचपन से ही तेज थे। जन्म से वर्ष 1955 तक शनि का समय रहा। फिर 1972 तक बुध आया। बुध ने ही उन्हें बुद्धिमान बनाया। लंबे समय तक साथ दिया, जिससे वह बुद्धिमान बनते चले गए।
शुक्र ग्रह ने राजद सुप्रीमो लालू को दी नई पहचान
ज्योतिषाचार्य रामानंद तिवारी कहते हैं कि 1979 तक सिर्फ थोड़ा संघर्ष आया, मगर वर्ष 1980 से शुक्र लाभदायक साबित हुआ। फिर सफर रुका नहीं। वर्ष 1999 तक शुक्र ने ही लालू प्रसाद यादव को गहरी राजनीति की तरफ खींचना शुरू किया। वर्ष 2005 तक शुक्र ने उन्हें राजनीति का बड़ा चेहरा बनाया। परिवार को ऊंचाई दी। पहचान को पुख्ता किया। चंद्रमा पूर्ण राजयोगी बना, क्योंकि वह सुख के स्वामी हैं। पत्नी के लिए राजनीतिज्ञ भी है। इसलिए वर्ष 2006 से 2016 तक चंद्रमा ने लालू प्रसाद और उनके परिवार को पूरा आनंद प्रदान किया।
लालू यादव की कुंडली में आठवें स्थान पर है मंगल ग्रह ज्योतिषाचार्य रामानंद तिवारी के अनुसार, इसके बाद लालू प्रसाद यादव के जीवन में फिर मंगल ग्रह का आगमन हुआ। मंगल ग्रह लालू यादव की कुंडली में आठवें स्थान पर है, जो हानिकारक रहा। इसी कारण से वर्ष 2016 से वर्ष 2022 तक लालू प्रसाद यादव का समय बेहद संघर्षपूर्ण रहा। उनके जीवन स्तर को मंगल ने तो बिल्कुल ही खत्म कर दिया। उन्हें रोग कष्ट भी दिया। ब्लड प्रेशर के साथ-साथ यूरिनल प्रॉब्लम भी मंगल की ही देन है। क्योंकि मंगल में राहु केतु भी मिक्स है।
आने वाले दिनों में राहु ही लालू का बोझ कम करेगा ज्योतिषाचार्य रामानंद तिवारी की मानें तो आने वाले दिनों में राहु का आगमन हो रहा है। राहु ही लालू प्रसाद यादव के बोझ को हल्का करेेगा। उनका साथ देगा। फैसला उनके अनुकूलता में 55 प्रतिशत लाभदायक होगा, तो 45 प्रतिशत कष्टदायक भी होगा। सोमवार 14 फरवरी से ही अष्टम गुरु गोचर में है, फिर भी राहु का प्रवेश प्रत्यंतर में होने से सकारात्मक रिजल्ट भी आ सकता है। ज्योतिषाचार्य रामानंद तिवारी कहते हैं कि यह उपरोक्त आकलन इंटरनेट पर उपलब्ध लालू यादव की कुंडली पर आधारित है। इसलिए परिणाम में कुछ अंतर भी आ सकता है। लेकिन इतना तय है कि लालू यादव के लिए मंगल हेमशा अमंगल साबित रहा है। राहु ने उनका भरपूर साथ दिया है। आज लालू प्रसाद की जो राजनीतिक पहचान पूरे देश में है, वह राहु के कारण ही है। आने वाले दिनों में राहु लालू प्रसाद यादव का भरपूर साथ देगा। उनकी मुश्किलें आसान करेगा।
डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी सबसे बड़ा मामला मालूम हो कि झारखंड में लालू प्रसाद यादव पर चारा घोटाला के कुल पांच मामले दर्ज किए गए थे। चार मामलों में उनके खिलाफ फैसला आ चुका है। इतना ही नहीं वह सजायाफ्ता भी घोषित हो चुके हैं। जेल में रहकर आधी सजा भी काट चुके हैं। अब चारा घोटाला के सबसे बड़े मामले में 15 फरवरी को फैसला सुनाया जाना शेष है। यह रांची के डोरंडा कोषागार से अवैध रुपयों की निकासी का मामला है। देखना यह है कि इस मामले में लालू प्रसाद यादव दोषी साबित होते हैं या नहीं। अगर दोषी साबित होते हैं तो उन्हें कितने सालों की सजा होती है। चूंकि पुराने सभी मामलों में उन्हें सजा हो चुकी है, इसलिए हर किसी को उम्मीद है कि डोरंडा कोषागार मामले में भी लालू प्रसाद को सजा हो सकती है। बाइज्जत बरी होना मुश्किल नजर आ रहा है। देखिए सीबीआइ की विशेष अदालत उन्हें क्या सजा सुनाती हैं।
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