Terror Funding : NIA के सामने टेरर फंडिंग के राज उगल रहा मारकस बाबा, सक्रिय नक्सलियों के बारे में भी दे रहा जानकारी
झारखंड में टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही एनआईए ने 25 लाख के इनामी सैक सदस्य मारकस बाबा को रिमांड पर लिया है। मारकस बाबा बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र में सक्रिय रहा है। उसने गत वर्ष जुलाई महीने में झारखंड पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था। एनआईए के अधिकारी मारकस बाबा से नक्सलियों के टेरर फंडिंग के अर्थशास्त्र को समझ रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड में टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 25 लाख के इनामी स्पेशल एरिया कमेटी (सैक) सदस्य मारकस बाबा को रिमांड पर लिया है। मारकस बाबा बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र में सक्रिय रहा है, जिसने गत वर्ष जुलाई महीने में झारखंड पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था।
मारकस बाबा का पूरा नाम सौरभ दा उर्फ मारकस बाबा उर्फ वीरेंद्र यादव उर्फ सौरभ यादव उर्फ मास्टर है, जो बिहार के औरंगाबाद जिले के कास्मा थाना क्षेत्र का रहने वाला है।
NIA के सामने उगल रहा टेरर फंडिंग के राज
एनआईए के अधिकारी मारकस बाबा से नक्सलियों के टेरर फंडिंग के अर्थशास्त्र को समझ रहे हैं। कहां से कितना लेवी आता था? लेवी से कितने हथियार खरीदे गए? लेवी के रुपयों का नक्सलियों ने कहां-कहां निवेश किया है? इसकी जानकारी भी ली जा रही है। एनआईए नक्सलियों के मगध जोन से लेकर झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय रहे नक्सलियों पर जानकारी ले रही है।
सक्रिय नक्सलियों के बारे में भी उगल रहा राज
एनआईए की रांची स्थित शाखा ने मारकस बाबा से एनआईए के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। मारकस बाबा से गढ़वा, पलामू, लातेहार, चतरा, गुमला व लोहरदगा में सक्रिय रहे नक्सलियों के बारे में भ जानकारी ली जा रही है। इन क्षेत्रों से संबंधित कई नक्सल कांडों का यूएपी अधिनियम के तहत एनआईए जांत कर रही है।
ऑपरेशन डबल बुल के दौरान बरामद तीन दर्जन हथियारों से जुड़े मामले में भी एनआईए मारकुस बाबा से पूछताछ जा रही है, जिसमें आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल का कनेक्शन सामने आया था। चतरा-लातेहार में बरामद विदेशी हथियार मामले में भी एनआईए की छानबीन चल रही है।
वहीं, तेतरियाखाड़ कोलियरी में गोलीबारी मामले का जांच भी एनआईए कर रही है। इन सभी मामलों में एनआईए मारकस बाबा से पूछताछ कर रही है।