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जाली मार्कशीट का मास्टरमाइंड चचेरे भाई के साथ गिरफ्तार, इदौर पुलिस ने रांची से धर दबोचा; बिहार के रहने वाले हैं आरोपित

जाली मार्कशीट मामले में इंदौर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान बिहार के रहने वाले मास्टरमाइंड कुमार आर्यन उर्फ मुकेश कुमार और उसके चचेरे भाई अमित कुमार को शुक्रवार को रांची से गिरफ्तार किया है। इसके पास से न्यायालय पुलिस स्टेशन स्कूल तहसील की 200 से ज्यादा जाली सीलों के साथ देश की कई युनिवर्सिटी व स्कूलों की खाली और भरी फर्जी मार्कशीट जब्त किए गए हैं।

By kumar Gaurav Edited By: Shashank ShekharUpdated: Sat, 23 Dec 2023 10:05 PM (IST)
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जाली मार्कशीट का मास्टरमाइंड चचेरे भाई के साथ गिरफ्तार, इदौर पुलिस ने रांची से धर दबोचा;

जागरण संवाददाता, रांची-इंदौर। जाली मार्कशीट मामले में इंदौर की विजयनगर थाने की पुलिस ने बिहार के मधेपुरा व पूर्णिया जिला के रूपौली निवासी मास्टरमाइंड कुमार आर्यन उर्फ मुकेश कुमार को चचेरे भाई अमित कुमार उर्फ आनंद सिंह के साथ शुक्रवार को अन्नपूर्णा एन्क्लेव रांची से गिरफ्तार कर लिया है।

उसके पास से न्यायालय, पुलिस स्टेशन, स्कूल, तहसील की 200 से ज्यादा जाली सीलों के साथ देश की कई युनिवर्सिटी व स्कूलों की खाली और भरी फर्जी मार्कशीट के साथ आठ मोबाइल फोन, तीन लैपटॉप और प्रिंटर जब्त किए गए हैं।

मुकेश जवाहरलाल नेहरू युनिवर्सिटी (जेएनयू) दिल्ली से स्नातक है। प्रशासनिक अफसर बनने के लिए यूपीएससी की परीक्षा दे चुका है। इसमें फेल होने के बाद से फर्जी मार्कशीट बनाने लगा। वह कई अशिक्षितों और मजदूरों को बड़ी युनिवर्सिटी की फर्जी मार्कशीट बनाकर नौकरी दिलाने में मदद कर चुका है।

क्या है पूरा मामला

जोन-2 डीसीपी अभिषेक आनंद के मुताबिक, पुलिस ने कुछ महीनों पहले आशीष श्रीवास्तव की शिकायत पर दिनेश तिरोले (खंडवा नाका) और मनीष राठौर (उज्जैन) को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ में पुलिस में पता चला कि दिनेश बिहार के मुकेश कुमार के संपर्क में है, जो मनचाहे स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालयों की फर्जी मार्कशीट बनाकर भेजता है।

जैसे ही गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी हुई, मुकेश ठिकाना बदलकर छुप गया। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर जानकारी जुटाई और उसे रांची से पकड़ा। आरोपित मुकेश ने पुलिस को बताया है कि वह जस्ट डायल से शिक्षण संस्थान, कंसल्टेंट, कोचिंग सेंटर का डेटा ले लेता था। उसके साथ काम करने वाली रिया मार्कशीट के लिए लोगों को काल लगाती थी। वह फेसबुक पर पोस्ट भी साझा करता था।

11 आरोपितों की गिरफ्तारी, 35 अब भी फरार

फरार आरोपितों में महिलाएं भी शामिल पुलिस ने 28 अक्टूबर को पांच हजार पन्नों का चालान पेश किया था। मामले में पूर्व में 11 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि 35 अभी फरार हैं। वहीं, बरियातू थाना प्रभारी ने बताया कि हाउसिंग कॉलोनी स्थित अन्नपूर्णा एन्क्लेव में दोनों आरोपी अपना फ्लैट लेकर रह रहा था, जिसे गुप्त सूचना के आधार पर एमपी पुलिस ने गिरफ्तार कर ले गई।

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