Jharkhand News पूर्वी सिंहभूम और गोड्डा के चार प्रखंडों में अजब - गजब फर्जीवाड़ा हुआ है। यहां पुरुषों ने विधवा पेंशन की राशि उठा ली। सीएजी ने जब इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा तो गोड्डा जिले ने इस विसंगति को स्वीकार किया जबकि पूर्वी सिंहभूम में उत्तर दिया गया कि ऐसा पोर्टल माइग्रेशन के कारण हो सकता है ।
राज्य ब्यूरो, रांची।
फर्जीवाड़ा कर सामाजिक सुरक्षा की योजनाओं में लापरवाह अधिकारी सेंध लगा रहे हैं। स्थिति इस कदर खराब है कि राज्य के दो जिलों में पुरुषों ने विधवा पेंशन की राशि उठा ली।
पूर्वी सिंहभूम और गोड्डा के चार प्रखंडों में यह फर्जीवाड़ा हुआ है।
इसके जरिए 9.54 लाख रुपये की पेंशन राशि पुरुषों को वितरित कर दी गई। गोड्डा जिले के पोड़ैयाहाट, गोड्डा सदर और पूर्वी सिंहभूम के पोटका और घाटशिला में यह फर्जीवाड़ा हुआ।
जब इस संबंध में मांगा गया स्पष्टीकरण...
सीएजी ने जब इस संबंध में स्पष्टीकरण मांगा तो गोड्डा जिले ने इस विसंगति को स्वीकार किया, जबकि पूर्वी सिंहभूम में उत्तर दिया गया कि ऐसा पोर्टल माइग्रेशन के कारण हो सकता है। सीएजी ने इस उत्तर को स्वीकार्य नहीं बताया है, क्योंकि अयोग्य लाभार्थी को पेंशन का वितरण मुख्य रूप से प्रखंड व जिला स्तर पर अनुचित सत्यापन के कारण हुआ।
इन प्रखंडों में 55 लाभार्थियों को दिसंबर 2021 तक 31.69 लाख की पेंशन की अनुमति दी गई थी, लेकिन इन लाभार्थियों ने न्यूनतम आयु मानदंड पूरा नहीं किया।
पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला प्रखंड में मृत व्यक्तियों को 8.50 लाख रुपये का पेंशन वितरित किया गया।
राशि ली जाएगी वापस
संबंधित अधिकारी से इस राशि की वसूली की कोई कार्रवाई नहीं की गई। पूर्वी सिहंभूम ने लेखा परीक्षा में यह स्वीकार किया कि कुछ मामले भौतिक सत्यापन के दौरान गलत रिपोर्टिंग के कारण थे। इन्हें सुधारा जाएगा। इसके अलावा देरी से रिपोर्ट करने के मामले में भुगतान की गई पेंशन राशि खाते को बंद कराकर राशि वापस ली जाएगी।
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