Lalan Singh, JDU: देश में सियासी खलबली मचाने वाले ललन सिंह आज झारखंड में, बिहार में PM मोदी पर बोले बिगड़े बोल
Lalan Singh बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तल्ख टिप्पणी कर सुर्खियों में आए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह आज झारखंड पहुंच रहे हैं। वे झारखंड में जदयू के विस्तार की कवायद में राज्य स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होंगे। उनके सामने झाजद का जदयू में विलय होगा।
रांची, राज्य ब्यूरो। Lalan Singh झारखंड में जदयू के विस्तार तथा प्रदेश में पार्टी की खोई प्रतिष्ठा वापस लाने के लिए लंबे समय बाद राज्य स्तरीय सम्मेलन रविवार को डीबडीह स्थित कार्निवल बैंक्वेट हाल में होगा। इस सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह तथा प्रदेश प्रभारी सह बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार भी शिरकत करेंगे। इसमें जहां कई नेता-कार्यकर्ता जदयू में शामिल होंगे, वहीं कुछ पुराने सदस्यों की वापसी होगी। साथ ही गौतम सागर राणा अपनी पार्टी झारखंड जनता दल का जदयू में विलय करेंगे।
ललन सिंह इस सम्मेलन में पार्टी के विस्तार तथा सदस्यता अभियान को गति देने के लिए पार्टी पदाधिकारियों टास्क सौंपेंगे। इस क्रम में वे पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल भी बढ़ाएंगे। ललन सिंह रविवार को दिन के 12.30 बजे सेवा विमान से रांची पहुंचेंगे। एयरपोर्ट उनके भव्य स्वागत की तैयारी है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी श्रवण कुमार शनिवार को ही रांची पहुंच गए। उन्होंने सम्मेलन की तैयारियों का जायजा भी लिया।
उन्होंने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सदस्य खीरू महतो की उपस्थिति में स्वागत समिति के सदस्यों और पार्टी नेताओं संग बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सागर कुमार ने बताया कि सम्मेलन को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का भव्य स्वागत किया जाएगा। साथ ही प्रदेश युवा जदयू के कार्यकर्ता बाइक रैली कर उन्हें कार्निवल हाल तक पहुंचाएंगे।
आजसू ने उठाए अधिवक्ताओं के मुद्दे
आजसू ने राज्य भर के अधिवक्ताओं को जोड़ने के लिए अखिल झारखंड अधिवक्ता संघ की स्थापना की है। शनिवार को रांची के बड़गाई स्थित रीताश्री बैंक्वेट हाल में इसके राज्य स्तरीय अधिवेशन में पार्टी ने अधिवक्ताओं से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हुई, वहीं जनहित के मामले उनके माध्यम से उठाने का निर्णय लिया गया। अधिवेशन को संबोधित करते हुए पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहा कि अधिवक्ता विषयों को तार्किक, बौद्धिक एवं वैचारिक रुप से पब्लिक डोमेन में रखने में सक्षम हैं। इसलिए उनकी जिम्मेदारियां भी बड़ी हैं। सुदेश ने अधिवक्ताओं से शोषितों-पीड़ितों और आर्थिक रूप से अक्षम लोगों को न्यायिक विषयों एवं न्यायिक प्रक्रिया में मदद करने का आह्वान किया।
अधिवक्ताओं को जोड़ने के लिए पार्टी ने बनाया अधिवक्ताओं का संघ
अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए गोमिया के विधायक डा. लंबोदर महतो ने कहा कि पूरे देश में लगभग चार करोड़ से अधिक केस पेंडिग है। एक लाख 82 हजार केस ऐसे हैं, जो तीस सालों से लंबित हैं। पूर्व न्यायाधीश संतोष कुमार अग्निहोत्री ने अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अधिवक्ताओं के ऊपर समाज को निरंतर सेवा प्रदान करने की बड़ी जिम्मेदारी है। अधिवेशन में कई राजनीतिक प्रस्ताव पारित हुए।
अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम को लागू करने की मांग
इनमें अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम को अविलंब लागू करने, कोर्ट फीस संशोधन अधिनियम को वापस लेने, राज्य के न्यायालय में कार्यरत सभी अधिवक्ताओं का स्वास्थ्य बीमा (हेल्थ इंश्योरेंस) तथा ग्रुप बीमा सुनिश्चित करने, अधिवक्ताओं के मृत्यु उपरांत (डेथ क्लेम) के मद में कम से कम दस लाख रुपए देने की व्यवस्था सुनिश्चित करने, प्रत्येक जिला में अधिवक्ता क्लब की स्थापना, ग्रामीणों को मुफ्त कानूनी सहायता उपलब्ध कराने हेतु पंचायत स्तर पर कानूनी सलाहकार के रूप में अधिवक्ताओं की नियुक्ति आदि प्रमुख हैं। अधिवेशन में पार्टी के वरीय उपाध्यक्ष सह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी, प्रवक्ता देवशरण भगत, केंद्रीय उपाध्यक्ष हसन अंसारी, केंद्रीय महासचिव राजेंद्र मेहता आदि उपस्थित थे।