मनी लांड्रिंग आरोपी दाहू यादव ने क्रू सदस्यों को कब्जे में लेकर जहाज में किया छेद, पुलिस की नजर में है फरार
झारखंड में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में मनी लांड्रिंग का आरोपित दाहू यादव पुलिस की नजर में फरार बताया जा रहा है जबकि हकीकत यह है कि वह अपने क्षेत्र में लगातार सक्रिय है और आए दिन किसी न किसी वारदात को अंजाम दे रहा है।
राज्य ब्यूरो, रांची: झारखंड में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में मनी लांड्रिंग का आरोपित दाहू यादव पुलिस की नजर में फरार बताया जा रहा है, जबकि हकीकत यह है कि वह अपने क्षेत्र में लगातार सक्रिय है और आए दिन किसी न किसी वारदात को अंजाम दे रहा है।
ताजा मामला 15 जून की रात करीब दो बजे का है, जिसमें दाहू यादव ने अपने प्रतिद्वंद्वी की मालवाहक जहाज डूबोने की कोशिश की। इस मामले में जहाज की सुरक्षा में कार्यरत रवि उर्फ टुन्नी यादव ने साहिबगंज के मुफ्फसिल थाने में लिखित शिकायत की है।
ED भी रख रही नजर
वहां प्राथमिकी दर्ज नहीं होने पर उसने ऑनलाइन एफआइआर भी कराई है। ईडी को भी इसकी जानकारी दी गई है। अब ईडी भी दाहू यादव की इन गतिविधियों पर नजर रख रही है।
क्या है पूरा मामला
उसने अपनी शिकायत में बताया है कि गुरुवार की रात वह व जहाज के अन्य क्रू सदस्य अपनी ड्यूटी पर थे। क्रू सदस्यों में समदा निवासी रमेश यादव, पुरानी साहिबगंज निवासी संजय यादव, जहाज के चालक व उनके सहयोगी थे।
रात करीब दो बजे राजेश यादव उर्फ दाहू यादव, उसके दोनों भाई सुनील यादव व मुनीम यादव, बेटा राहुल यादव, जुलाई यादव, राजीव यादव उर्फ राजीव मामा, छविनाथ यादव, संजय प्रसाद यादव उर्फ करिया, रामदरस यादव, भीम यादव, आकाश यादव व अन्य तीन-चार लोग घातक शस्त्र राइफल, बंदूक, कट्टा व गैस कटर तथा सिलेंडर के साथ जहाज पर चढ़ गए।
गैस कटर से किया जहाज में छेद
आरोपितों ने जहाज पर चढ़ते ही भद्दी-भद्दी गालियां दीं और जहाज पर तैनात सभी सदस्यों को बंधक बना लिया। इसके बाद दाहू यादव ने अपने सहयोगियों को आदेश दिया कि जहाज में गैस कटर से जहां-तहां छेद कर दे व सभी को डूबो दे।
इसके बाद गैस कटर से आरोपितों ने छेद करना शुरू कर दिया। दो छेद कर दिये गये हैं। पानी कम होने से जहाज नीचे बैठ गया है।
गिरफ्तारी वारंट के बावजूद दाहू को ढूंढ़ना मुश्किल
राजेश यादव उर्फ दाहू यादव गत वर्ष 19 जुलाई के बाद से ही फरार है। ईडी के लगातार समन के बावजूद जब वह ईडी कार्यालय में उपस्थित नहीं हुआ तो उसके विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट निकला।
ईडी ने उसके अपराध में सहयोगी उसके पिता पशुपति यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साहिबगंज पुलिस दावा करती है कि दाहू उनके क्षेत्र में नहीं है। जबकि, ईडी को लगातार सूचना मिल रही है कि वह साहिबगंज में ही है, लेकिन पुलिस के हाथों पकड़ा नहीं जा रहा है।
इसके चलते साहिबगंज पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगा है। अवैध खनन मामले में ईडी को दाहू यादव के अलावा उसके बेटे राहुल यादव व भाई सुनील यादव की तलाश है।