Jharkhand News: 'मानसिक रूप से विक्षिप्त हो चुके हैं नीतीश कुमार', सांसद संजय सेठ बोले; बेहतर इलाज की है जरूरत
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से विधानसभा में जो बयान दिया गया वह उनकी विक्षिप्तता की निशानी है। उनके इस बयान से भारत व भारत का लोकतंत्र शर्मशार हुआ है। किसी राज्य का मुख्यमंत्री लोकतंत्र के मंदिर में बैठकर इस प्रकार की ओछी बयानबाजी करे यह किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं हो सकता है। बुधवार को ये बातें सांसद संजय सेठ ने कही।
जागरण संवाददाता, रांची। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से विधानसभा में जो बयान दिया गया, वह उनकी विक्षिप्तता की निशानी है। उनके इस बयान से भारत व भारत का लोकतंत्र शर्मशार हुआ है। किसी राज्य का मुख्यमंत्री लोकतंत्र के मंदिर में बैठकर इस प्रकार की ओछी बयानबाजी करे, यह किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं हो सकता है। बुधवार को ये बातें सांसद संजय सेठ ने कही। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार मानसिक रूप से विक्षिप्त हो चुके हैं।
उन्हें बेहतर इलाज या काउंसलिंग की जरूरत है। यदि उन्हें बेहतर इलाज व काउंसलिंग की आवश्यकता है तो वे रांची आ जाएं। यहां कांके में उनके उचित काउंसलिंग की व्यवस्था करवा दूंगा। नीतीश कुमार इस बयान के आधार पर खुद को विक्षिप्त मान लें। राजनीतिक व सार्वजनिक जीवन से सन्यास लेकर पश्चाताप करें। सांसद ने कहा कि नीतीश कुमार के इस बयान पर आइएनडीआइए गठबंधन को भी अपना स्टैंड क्लियर करना चाहिए। झारखंड में गठबंधन की सरकार है।
उनके नेताओं को बताना चाहिए कि नीतीश कुमार ने किस आधार पर यह बयान दिया। ऐसी क्या मजबूरी ती कि सदन में नीतीस कुमार को इतनी घटिया व नीच बातें करनी पड़ी। नीतीश कुमार को कम से कम सदन में बैठी महिलाओं की गरिमा का ख्याल रखना चाहिए, लेकिन विक्षिप्तता में वे सबकुछ भूल गए। भारतीय लोकतंत्र के अध्याय का यह काला दिन है। इस देश की महिलाएं आइएनडीआइए गठबंधन के घमंड को चूर-चूर करने का काम करेगी।