Choti Diwali Today: अकाल मौत से बचने के लिए आज छोटी दीपावली पर यम को जरूर दिखाएं दीया
Choti Diwali 2022 आज देशभर में छोटी दिवाली मनाई जा रही है। त्रयोदशी होने के कारण आज खरीदारी का भी शुभ मुहूर्त है। यम को दीया दिखाने के कई फायदे पुराणों में बताए गए हैं। विभिन्न समुदाय के लोग अलग-अलग तरीके से यम को दीया दिखाते हैं।
रांची, जागरण संवाददाता। Choti Deepawali Today दीपावली को लेकर चहुंओर उत्साह का वातावरण है। बाजार से लेकर घर तक जगमग नजर आ रहे हैं। रंग बिरंगी रोशनी से रांची व झारखंड के हर गांव शहर की खूबसूरती देखते बन रही है। पटाखेबाजी भी शुरू हो गई है। 24 अक्टूबर को दीपोत्सव यानी दीपावली मनाया जाएगा। इससे एक एक दिन पूर्व यानी आज रविवार को छोटी दीपावली है। रविवार को भी त्रयोदशी तिथि है, जो खरीदारी के लिए शुभ माना जाता है। ऐसे में आप आज भी खरीदारी कर सकते हैं। वैसे शनिवार शाम से ही बाजार गुलजार है। जमकर खरीदारी हो रही है।
यम को दीपक दान से अकाल मौत नहीं होती
परंपरा अनुसार, हर साल कार्तिक महीने के चतुर्दशी को छोटी दिवाली मनाई जाती है। इस वर्ष यह तिथि रविवार यानी आज है। आज यम को दीपक दिखाने की परंपरा रही है। अपने घर की पहले सफाई करें। फिर शाम में घर के बाहर गाय के गोबर से निर्मित दीपक जलाएं। हिन्दू संस्कृति में यह मान्यता है कि छोटी दिवाली के दिन यम को दीपक दिखाने से सुख समृद्धि हमेशा बनी रहती है। इतना ही नहीं घर-परिवार में किसी व्यक्ति की अकाल माैत नहीं होती है। इसलिए आज के दिन आप यम को दीपक दिखाएं।
बंगाली समुदाय में ऐसे मनाते हैं छोटी दिवाली
झारखंड में बड़े पैमाने पर बंगाली समुदाय के लोग रहते हैं। इनके यहां छोटी दिवाली मनाने की परंपरा कुछ खास है। बंगाली समुदाय के लोग छोटी दिवाली के दिन 14 यमदीप दान करते हैं। इस समुदाय में छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी कहा जाता है। आज के दिन बंगाली परिवारों में मीठे पकवान बनाने की परंपरा रही है। यही नहीं आज के दिन इनके यहां 14 प्रकार का साग भी पकाया जाता है। रांची के थड़पखना निवासी दीपाली के अनुसार मान्यता है कि छोटी दिवाली के दिन पितर अपने कुटुंब का हाल जानने के लिए धरती पर आते हैं। उचित मान सम्मान पाकर प्रसन्न होते हैं। खूब आशीर्वाद देते हैं।
जानिए किस दिन क्या होने वाला है
- 24 अक्तूबर : दीपावली का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन माता लक्ष्मी और मां काली की पूजा होगी।
- 26 अक्टूबर : इस दिन गोवर्धन पूजा की परंपरा है। गांव से शहर तक इस पूजा की धूम रहेगी।
- 27 अक्टूबर : भाई दूज और चित्रगुप्त पूजा है। इस दिन भगवान चित्रगुप्त की पूजा धूमधाम से होगी।
- 28 अक्टूबर : लोकआस्था के महापर्व छठ का आगाज होगा। इस दिन नहाय खाय है।
- 29 अक्टूबर : छठ महापर्व का यह दूसरा दिन होगा। इस दिन को खरना कहा जाता है।
- 30 अक्टूबर : आज छठ घाटों पर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।
- 31 अक्टूबर : आज सुबह उगते हुए सूर्य को नदी घाटों पर अर्घ्य दिया जाएगा।