पहलवान को थप्पड़ मारने वाले भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का क्यों वायरल हो रहा वीडियो, पढ़िए पूरी कहानी
भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंंह इस समय इंटरनेट मीडिया में छाए हुए हैं। उन्होंने उत्तरप्रदेश के ही एक पहलवान को थप्पड़ मार दिया है। आखिर बृजभूषण शरण सिंंह कौन हैं। इनका कुश्ती से क्या नाता रहा है। इनका राजनीति से क्या संबंध रहा है। आइए जानते हैं इस स्टोरी में-
By M EkhlaqueEdited By: Updated: Sun, 19 Dec 2021 05:08 PM (IST)
रांची, (डिजिटल डेस्क)। इस समय इंटरनेट मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह का वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में सांसद बृजभूषण शरण सिंह एक पहलवान का थप्पड़ मारते नजर आ रहे हैं। यह पहलवान उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। दरअसल, यह घटना पिछले 15 दिसंबर 2021 को झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता के उदघाटन के दिन हुई थी।
तीन दिवसीय प्रतियोगिता का उदघाटन करने आए थे सांसद यह प्रतियोगिता रांची के शहीद गणपत राय इनडोर स्टेडियम होटवार में आयोजित की गई थी। तीन दिवसीय अंडर-15 राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता का उदघाटन करने के लिए भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह यहां पहुंचे थे। वह उत्तर प्रदेश के सांसद भी हैं।
प्रतियोगिता में शामिल करने की लगा रहा था गुहार
कुश्ती प्रतियोगिता के उदघाटन के दौरान सांसद सह भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह मंच पर मौजूद थे। बतौर मुख्य अतिथि उनका आयोजक स्वागत कर रहे थे। उन्हें फूल माला भेंट कर आयोजक सम्मान दे रहे थे। इसी बीच उत्तरप्रदेश का रहने वाला एक युवा पहलवान मंच पर पहुंच गया। उसने भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह से प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए गुहार लगाई। उस युवा पहलवान को समझाने की बजाय सांसद ने अपना धैर्य खो दिया। युवा पहलवान कुछ समझ पाता इससे पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने उसे थप्पड़ जड़ दिया।
इस तरह कैमरे में कैद हो गई घटना यह घटना उस समय हुई जब भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह मंच पर मौजूद थे। इस दौरान स्थानीय मीडिया और खेल जगत से जुड़े तमाम लोग वहां मौजूद थे। हर कोई मोबाइल और कैमरे से मंच की तस्वीरें कैमरे में कैद कर रहा था। जब भाजपा सांसद ने युवा पहलवान को थप्पड़ मारा तो यह घटना भी सभी लोगों के कैमरे में कैद हो गई।
कौन था वह युवा पहलवान, जिसे थप्पड़ खानी पड़ी मालूम हो कि वह युवा पहलवान मूल रूप से उत्तर प्रदेश का निवासी था। यहां पर कुश्ती प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए आया था। उम्र जांच के समय वह 15 वर्ष से ऊपर का पाया गया। इस कारण कुश्ती प्रतियोगिताा के तकनीकी पदाधिकारियों ने उसे छांट दिया। कुश्ती प्रतियोगिता में भाग नहीं लेने दिया।
सांसद ने पहले समझाया, फिर थप्पड़ मारा मंच पर मौजूद सांसद सह भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह से जब युवा पहलवान ने प्रतियोगिता में शामिल होने की जिद की तो सांसद ने उसे समझाया। उसे वापस लौट जाने के लिए कहा। उन्होंने युवा पहलवान से कहा कि तुम जाओ, बाद में बात करेंगे। युवा पहलवान जाने को तैयार नहीं हुआ। वह गुहार पर गुहार लगाए जा रहा था। अंतत: बृजभूषण शरण सिंह ने अपना आपा खो दिया। देखते ही देखते पहलवान को थप्पड़ मार दिया। यह देखकर हर कोई दंग रह गया। चंद मिनटों के लिए सन्नाटा सा पसर गया।
सांसाद ने कहा- अनुशासनहीनता बर्दाशत नहीं कर सकता उत्तरप्रदेश के युवा पहलवान को थप्पड़ मारने के बाद सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने यह भी कहा कि अनुशासनहीनता कहीं बर्दाश्त नहीं कर सकता। गलत का साथ देने वाला भी गलत होता है। अगर उस पहलवान को खेलने की अनुमति दे दी जाती तो अन्य पहलवानों पर इसका बुरा असर पड़ता। इसलिए उन्होंने ऐसा कदम उठाया।
कौन हैं सांसद बृजभूषण शरण सिंह सांसद बृजभूषण शरण सिंह उत्तर प्रदेश के कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के सांसद हैं। इस क्षेत्र से वह दूसरी बार सांसद चुने गए हैं। वर्ष 2009 के चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सुरेंद्रनाथ अवस्थी को उन्होंने हरा दिया था। वर्ष 2014 वह इसी चुनाव क्षेत्र से दोबारा सांसद चुने गए। पहली बार बृजभूषण शरण सिंह ने वर्ष 1991 में चुनाव लड़ा था। तब वह गोंडा क्षेत्र से चुनाव में विजयी हुए थे। एक बार वह सांसदी चुनाव में समाजवादी पार्टी के कीर्ति वर्धन सिंह से हार भी चुके हैं। वह वर्ष 2004, 2009 और 2014 से लगातार चुनाव जीत रहे हैं। उत्तरप्रदेश में भाजपा के मजबूत नेता माने जाते हैं।
अवध और पूर्वांचल में पहलवान बृजभूषण के नाम से मशहूर कुश्ती के क्षेत्र में बृजभूषण शरण सिंह का काफी योगदान रहा है। वह बचपन से ही कुश्ती के शौकीन रहे हैं। दस वर्ष की आयु में खुद अखाड़ा बनाकर पहलवानी किया करते थे। कुश्ती के दाव पेच सीखा करते थे। उन्हें तैराकी और घुड़सवारी का भी शौक रहा है। उम्र बढ़ने के साथ साथ कुश्ती ही उनका असली शौक बन गया। कहा जाता है कि अवध और पूर्वांचल क्षेत्र में वह पहलवान बृजभूषण के नाम से मशहूर हो गए थे। बच्चों को कुश्ती से जोड़ने के लिए उन्होंने अभियान चलाकर लोकप्रियता हासिल की थी। वर्ष 2008 में वह अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बने। ओलिंंपिक में तीन मेडल भारत के हिस्से में ला चुके हैं।
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