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नए साल से हो रहे ये बदलाव, जेब पर पड़ेगा असर, एटीएम निकासी से लेकर ये सब होगा महंगा

वर्ष 2021 (Year 2021) समाप्ति की ओर है। कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona) साथ नव वर्ष 2022 (New Year 2022) का स्वागत की तैयारी जारी है। लेकिन इन सबके बीच नए वर्ष में कुछ बदलाव भी होने वाले हैं जिसका सीधा असर जेब पर पड़ने वाला है।

By Sanjay KumarEdited By: Updated: Fri, 31 Dec 2021 07:31 AM (IST)
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नए साल से हो रहे ये बदलाव, जेब पर पड़ेगा असर

रांची, जागरण संवाददाता। New Year New Rate : वर्ष 2021 (Year 2021) समाप्ति की ओर है। कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona) साथ नव वर्ष 2022 (New Year 2022) का स्वागत की तैयारी भी जारी है। लेकिन इन सबके बीच नए वर्ष में कुछ बदलाव भी होने वाले हैं, जिसका सीधा असर लोगों के जेब पर पड़ने वाला है। इस बदलाव के तहत एक ओर जहां पहली जनवरी से एटीएम (ATM) से पैसा निकलना महंगा हो जाएगा। वहीं, कपड़े (Cloths) में भी जीएसटी (GST) दर पांच प्रतिशत से बढ़कर 12 प्रतिशत हो जाएगा। जिसका सीधा असर आम लोगों के जेब पर पड़ेगा। वहीं, एप के माध्यम से कैब बुकिंग (Cab Booking) भी महंगा पड़ने वाला है।

वस्त्र व फुटवियर पर जीएसटी बढ़कर होगा 12 प्रतिशत

एक जनवरी से वस्त्र और फुटवियर उत्पादों पर जीएसटी दर पांच प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने वस्त्र, रेडीमेड व होजरी वस्त्रों के अलावा फुटवियर पर सात जीएसटी बढ़ा दी है। इससे आम आदमी के जेब पर असर पड़ना तय है। पहले 1000 रुपये मूल्य के वस्त्र पर पांच प्रतिशत और एक हजार से अधिक मूल्य के वस्त्र पर 12 प्रतिशत जीएसटी लगता था। लेकिन अब 12 प्रतिशत जीएसटी दर सभी पर लागू कर दिया गया है।

एटीएम से निकासी करना पड़ेगा महंगा

वहीं, भारतीय रिजर्व बैंक ने एटीएम से फ्री ट्रांजैक्शन के बाद नगद निकासी पर लगने वाले चार्ज को बढ़ाने की भी मंजूरी दे दी है। बैंक अभी ग्राहकों से 20 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन का चार्ज वसूल करते हैं। लेकिन एक जनवरी से बैंक फ्री ट्रांजैक्शन के बाद ग्राहकों से प्रति ट्रांजैक्शन पर 20 की जगह 21 रुपये चार्ज लेंगे। इससे ग्राहकों को पहले से अधिक चार्ज का भुगतान करना होगा।

कैब बुकिंग भी पड़ेगा महंगा

नए वर्ष में आनलाइन कैब बुक कराना भी लोगों को महंगा पड़ने वाला है। आनलाइन तरीके से कैब व आटो रिक्शा की बुकिंग पर पांच प्रतिशत जीएसटी देना होगा। इससे ओला, उबर जैसे आनलाइन कैब सर्विस प्रोवाइडर प्लेटफार्म के माध्यम से कैब व आटो रिक्शा बुक करना अब महंगा हो जाएगा। इसका सीधा असर ग्राहकों के जेब पर पड़ना तय है।

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