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Jharkhand Politics: 'भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बाहर से गुंडे मंगाकर...', JMM के कद्दावर नेता का बड़ा आरोप

JMM महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने आरोप लगाया है कि गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बाहर से गुंडे मंगाकर अपने ही दल के दलित विधायक नारायण दास को पिटवा दिया। झामुमो महासचिव ने सवाल उठाया कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी चुनाव परिणाम की समीक्षा बैठकों में क्यों नहीं जा रहे हैं? सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि देवघर के विधायक को स्पीकर से सुरक्षा की मांग करनी चाहिए।

By Pradeep singh Edited By: Rajat Mourya Updated: Wed, 19 Jun 2024 05:45 PM (IST)
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भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर विधायक को पिटवाने का आरोप लगा है। (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, रांची। प्रदेश भाजपा में लोकसभा चुनाव परिणामों को लेकर मची उठापटक ने सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को निशाना साधने का मौका दे दिया है। महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने आरोप लगाया है कि गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बाहर से गुंडे मंगाकर अपने ही दल के दलित विधायक नारायण दास को पिटवा दिया।

उन्होंने तंज कसा कि अगली बारी राजमहल के भाजपा विधायक अनंत कुमार ओझा की तो नहीं है? झामुमो महासचिव ने सवाल उठाया कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी चुनाव परिणाम की समीक्षा बैठकों में क्यों नहीं जा रहे हैं?

'विधायक को सुरक्षा की मांग करनी चाहिए'

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि देवघर के विधायक को स्पीकर से सुरक्षा की मांग करनी चाहिए। भाजपा के नेता राज्य के लोगों से माफी मांगें। जो मारपीट भाजपा के भीतर चल रही है, यह परिपाटी सही नहीं है। इससे राजनीतिक माहौल खराब होगा।

भाजपा नेताओं को उन्होंने सुझाव दिया कि समीक्षा बैठक के पहले पुलिस को भी सूचित करें। उन्होंने नाराज विधायक को झामुमो में शामिल होने का सुझाव दिया।

'पता चल गया चरित्र और चेहरा'

झामुमो महासचिव ने कहा कि पूरे घटनाक्रम से भाजपा का चरित्र और चेहरा पता चल गया है। राज्य में भाजपा में जो चल रहा है, उसका सीधा असर केंद्रीय नेतृत्व के निर्णय पर भी दिखा। असम के मुख्यमंत्री को यहां चुनाव प्रभारी बनाया गया है। उनकी भी भाषा ऐसी ही है। उनको सिर्फ उन्माद नजर आता है।

उन्होंने कहा कि हम चाहते थे कि भाजपा विधानसभा का चुनाव विपक्ष की तरह लड़ें, मगर ये आपस में ही लड़ रहे हैं। अजीब विडंबना है कि एक तरफ प्रभारी के तौर पर भारी-भरकम नाम वालों को भेजते हैं, वहीं आपस में ये गालीगलौज और मारपीट कर रहे हैं।

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