Ranchi News: 'गुड बाय एवरीवन...', मां को मैसेज कर नर्सिंग के छात्र ने लगा ली फांसी; छात्र-छात्राओं ने जमकर किया हंगामा
Jharkhand News साइन अब्दुरर्ज्जाक अंसारी नर्सिंग कॉलेज का 22 वर्षीय छात्र शुभम कुमार ने अपनी मां के मोबाइल पर गुड बाय एवरीवन का मैसेज भेजा और फांसी के फंदे पर झूल गया। शुभम के स्वजन ने तत्काल इसकी जानकारी कॉलेज प्रबंधन और शुभम के दोस्तों को दी। इसके बाद छात्र को फंदे से उतारकर मेदांता अस्पताल में में भर्ती कराया गया।
By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiUpdated: Thu, 16 Nov 2023 11:19 PM (IST)
जागरण संवाददाता, ओरमांझी (रांची)। रांची के इरबा स्थित साइन अब्दुरर्ज्जाक अंसारी नर्सिंग कॉलेज का 22 वर्षीय छात्र शुभम कुमार ने अपनी मां के मोबाइल पर गुड बाय एवरीवन का मैसेज भेजा और फांसी के फंदे पर झूल गया। मैसेज के साथ उसने पंखा और गले में लगी रस्सी की तस्वीर भी भेजी थी। यह देखते ही शुभम के घर में कोहराम मच गया।
शुभम के स्वजन ने तत्काल इसकी जानकारी कॉलेज प्रबंधन और शुभम के दोस्तों को दी। इसके बाद छात्र को फंदे से उतारकर मेदांता अस्पताल में में भर्ती कराया गया। आईसीयू में डॉ. आनंद कुमार झा की देखरेख में उपचार किया जा रहा है।
छात्र की हालत खतरे से बाहर
घटना बुधवार की रात 10 बजे के करीब की है। फिलहाल, छात्र कुछ बोल नहीं पा रहा है, लेकिन उसकी हालत खतरे से बाहर बताई गई है। छात्र मोकामा (बिहार) का निवासी है और साइन नर्सिंग कॉलेज में बीएससी तृतीय वर्ष का छात्र है।छात्र के माता-पिता ने क्या कहा ?
मैसेज मिलने पर मां पिंकी देवी व पिता पप्पू सिंह रात में ही बिहार से चलकर सुबह अस्पाल पहुंचे। मां ने बताया कि शुभम अक्सर कॉलेज में प्रताड़ित किए जाने की बात कह रहा था। वह पढाई छोड़ने की बात कहता था, लेकिन कॉलेज प्रबंधन का कहना था कि 10 लाख रुपये लेने के बाद ही जाने दिया जाएगा। माता-पिता बार-बार इसे दोहरा रहे कि बेटा सुरक्षित रहे और कुछ नहीं चाहिए।
छात्रों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर किया हंगामा
छात्र द्वारा फांसी लगाए जाने से नाराज छात्र-छात्राओं ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर हंगामा किया। लगभग 200 छात्र-छात्राएं मेदांता अस्पताल पहुंचे और गेट के आगे धरने पर बैठ गए। छात्राओं ने कॉलेज के निदेशक व प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगाए।छात्र की आत्महत्या के लिए कॉलेज प्रशासन जिम्मेदार
छात्रों ने कहा कि कॉलेज के सभी छात्र-छात्राओं को प्रताड़ित किया जाता है। प्रताड़ना से तंग आकर ही छात्र ने आत्महत्या का प्रयास किया। इससे पूर्व भी दो छात्राएं आत्महत्या कर चुकी हैं। धरना-प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्राएं निदेशक के खिलाफ कार्रवाई व न्याय की मांग कर रहे थे।
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