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रुलाने लगी प्याज, एक सप्ताह में ही दोगुने हो गए दाम; क्या झारखंड में कीमत और बढ़ेगी... व्यापारियों ने दिया जवाब

Jharkhand Onion Price देश के साथ झारखंड में भी प्याज ने रुलाना शुरू कर दिया है। नवरात्र के बाद अचानक से कीमत में इजाफा हुआ है। प्याज की कीमत दोगुनी हो गई है। राजधानी में लाल प्याज और सफेद प्याज की कीमत अलग-अलग है। व्यपारियों के अनुसार झारखंड में प्याज की खेती होने से झारखंड में प्याज की कीमत अधिक नहीं बढ़ेगी।

By verendra RawatEdited By: Aysha SheikhUpdated: Sat, 28 Oct 2023 01:52 PM (IST)
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रुलाने लगी प्याज, एक सप्ताह में ही दोगुने हो गए दाम

वीरेंद्र रावत, रांची। राजधानी में नवरात्र समाप्त होते ही प्याज की कीमत दोगुनी हो गई है। प्याज की कीमत बढ़ने से आम आदमी के रसोई का बजट बिगड़ गया है। वहीं, नवरात्र के समय राजधानी के खुदरा बाजार में प्याज 30 से 35 रुपये किलो बिक रहा था, जबकि अब 60 से 65 रुपये किलो खुदरा बाजार में बिक रहा है।

थोक मंडी में प्याज की कीमत नवरात्र के समय 20 से 25 रुपये किलो थी, जो अब 45 से 50 रुपये किलो हो गई है। अनुमान लगाया जा रहा है प्याज की कीमत नवंबर महीने के अंत तक थोक बाजार में 60-70 रुपये किलो तक जा सकती है। खुदरा बाजार में प्याज 80-90 रुपये किलो तक बिक सकता है।

पंडरा आलू-प्याज थोक विक्रेता संघ के अध्यक्ष मदन प्रसाद ने बताया कि एक माह के बाद बाजार में नई प्याज आते ही कीमत में तेजी से कमी आएगी। नवरात्र समाप्त होते ही मांग बढ़ने से प्याज की कीमत में उछाल आई है।

हालांकि, थोक मंडी में देश की राजधानी दिल्ली और पड़ोसी राज्य पटना से रांची में प्याज की कीमत 5 रुपये कम है। दिल्ली और पटना की थोक मंडी में प्याज लगभग 50-55 रुपये किलो बिक रही है, जबकि शुक्रवार को रांची के थोक बाजार में प्याज 43-50 रुपये किलो पर खोला गया।

लाल प्याज और सफेद प्याज की कीमत अलग-अगल

राजधानी में लाल प्याज और सफेद प्याज की कीमत अलग-अलग है। लाल प्याज खुदरा बाजार में 65 रुपये किलो और सफेद प्याज 60 रुपये किलो बिक रहा है। रांची में महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान से प्याज आयात की जाती है।

सबसे अधिक प्याज महाराष्ट्र से आयात की जाती है, लेकिन महाराष्ट्र में असमय वर्षा होने से प्याज की फसल खराब हो गई है। अब नवंबर महीने के अंत में राजस्थान से नई प्याज आने पर प्याज की कीमत में कमी आएगी।

अफगानिस्तान से अमृतसर की मंडी पहुंची प्याज

पंडारा के थोक व्यापारियों ने बताया कि देशभर में प्याज की कीमत एक सप्ताह में दोगुनी हो गई है, जिसे देखते हुए भारत सरकार ने अफगानिस्तान से अमृतसर की मंडी में 10 गाड़ी प्याज मंगाई है। इसकी कीमत 45 से 50 रुपये किलो थोक मंडी है।

आलू की कीमत में दो रुपये की कमी

शुक्रवार को रांची के थोक मंडी पंडरा बाजार में आलू कीमत में दो रुपये की गिरावट आई है। थोक बाजार में शुक्रवार को सफेद आलू 10.50 पैसे और लाल आलू 11 रुपये किलो पर खुला है, जबकि गुरुवार को सफेद आलू 12.50 पैसा और लाल आलू 13 रुपये किलो पर खुला था। वहीं खुदरा बाजार में सफेद आलू 17 से 18 रुपये किलो और लाल आलू 18 से 19 रुपये किलो बिक रहा है।

क्या कहती हैं महिलाएं?

प्याज का इस्तेमाल हर सब्जी में किया जाता है। किचन में इसकी उपयोगिता सबसे अधिक होती है। इसकी कीमत हमेशा संतुलित होनी चाहिए। - रूना शुक्ला, महिला, दीपाटोली निवासी

नवरात्र समाप्त होने के बाद हर कोई प्याज खाना शुरू कर देता है। हर साल प्याज की कीमत नवरात्र के बाद बढ़ जाती है। यह पूरी तरह से जमाखोरी है। इसपर सरकार को अपना ध्यान देना चाहिए। - कुसुम रंजीता, नामकुम निवासी

क्या कहते हैं व्यापारी?

बाजार में डिमांड बढ़ने से प्याज की कीमत में उछाल आया है। पर झारखंड में प्याज की कीमत अधिक नहीं बढ़ेगी। इसका एक मात्र कारण यह है कि झारखंड में बड़कागांव, पलामू, बुंडू समेत कई जिलों में प्याज की अच्छी खेती होती है। दूसरे राज्यों से झारखंड में प्याज की कीमत कम है। - मदन प्रसाद, अध्यक्ष, आलू-प्याज थोक विक्रेता संघ, पंडरा

रांची ही नहीं बल्कि पूरे देश में प्याज की कीमत बढ़ी है। जबतक बाजार में नई प्याज की फसल नहीं पहुंचती है, तब तक प्याज की कीमत में उछाल देखने को मिलेगा। झारखंड में प्याज की खेती होने से झारखंड में प्याज की कीमत अधिक नहीं बढ़ेगी। - रोहित कुमार, सचिव, आलू-प्याज थोक विक्रेता संघ पंडरा

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