ग्रामीण क्षेत्रों में 28.6 फीसद बच्चों को ही मिल रही ऑनलाइन शैक्षणिक सामग्री
ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले 28.6 फीसद बच्चों को ही स्कूलों के बंद रहने की स्थिति में ऑनलाइन शैक्षणिक सामग्री मिल रही है।
By JagranEdited By: Updated: Thu, 29 Oct 2020 01:05 AM (IST)
राची : ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले 28.6 फीसद बच्चों को ही स्कूलों के बंद रहने की स्थिति में ऑनलाइन शैक्षणिक सामग्री मिल रही है। प्रथम संस्था द्वारा बुधवार को जारी असर-2020 की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। पहली बार फोन के माध्यम से किए गए इस सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में प्राइवेट स्कूलों से अधिक सरकारी स्कूलों के बच्चों को ऑनलाइन शैक्षणिक सामग्री मिल रही है। प्राइवेट स्कूलों में पढ़नेवाले 24.6 फीसद बच्चों को ही इसका लाभ मिल रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, जितने बच्चों को ऑनलाइन शैक्षणिक सामग्री मिल रही हैं उनमें 78.4 फीसद का माध्यम वाट्सएप है। वहीं, चार फीसद को फोन कॉल, 17.6 फीसद को पर्सनल विजिट तथा चार फीसद को अन्य साधनों से ये सामग्री मिल रही है। जिन बच्चों को ऑनलाइन सामग्री नहीं मिल रही है उनमें 38.8 फीसद का कहना था कि स्कूलों द्वारा कोई सामग्री नहीं भेजी जा रही है। वहीं, 10.9 फीसद ने इंटरनेट सुविधा नहीं हो 54.2 फीसद ने स्मार्ट फोन नहीं होने तथा 5.6 फीसद ने कनेक्टिविटी नहीं होने की बात कही। फैक्ट फाइल : - ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले 78.9 फीसद बच्चों को पाठ्य पुस्तकें मिलीं।
- वर्ष 2018 में सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले 16.5 फीसद बच्चों के पास ही स्मार्ट फोन थे। वर्ष 2020 में ऐसे बच्चों की संख्या बढ़कर 47.9 फीसद हो गई। - ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले 68.1 फीसद बच्चों के परिवार के सदस्य पढ़ाई में मदद करते। ग्रामीण क्षेत्रों में ही प्राइवेट स्कूलों में पढ़नेवाले 78.4 फीसद बच्चों के परिवार के सदस्य पढ़ाई में उनकी मदद करते।
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