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एचईसी अस्पताल में एक माह से ऑपरेशन बंद

मुफ्त ऑपरेशन के लिए एचईसी कर्मी व उनके तीस हजार आश्रित का यही है सहारा।

By JagranEdited By: Tue, 10 Jul 2018 03:52 PM (IST)
एचईसी अस्पताल में एक माह से ऑपरेशन बंद
एचईसी अस्पताल में एक माह से ऑपरेशन बंद

शक्ति सिंह, रांची : रांची की पहचान भारी अभियंत्रण निगम (एचईसी) अस्पताल में ऑपरेशन एक माह से पूरी तरह बंद हो गया है। रेडियालॉजी में एक्सरे का काम भी एक माह से पूरी तरह ठप है। इससे मरीज परेशान हैं। यह सब प्रबंधन की लापरवाही का नतीजा है।

हजारों लोगों प्रभावित :

सेवा बंद होने से एचईसी कर्मचारियों और उनके तीस हजार से अधिक आश्रितों पर बुरा असर पड़ा है। ये इसी अस्पताल पर निर्भर थे। करीबी इलाके के लोगों की भी यह सुविधा छिन गई है। एचईसी के कर्मियों और उनके आश्रितों का यहां मुफ्त ऑपरेशन होता था जबकि बाहरी लोगों के लिए भुगतान के आधार पर सुविधा थी। नतीजा है कि एचईसी कर्मियों को अब बाहर के अस्पतालों का सहारा लेना पड़ रहा है। जेब ढीली करनी पड़ रही है।

प्रबंधन की लापरवाही का नतीजा :

दरअसल प्रबंधन की लापरवाही के कारण यह परेशानी पैदा हुई है। एचईसी अस्पताल को पारस के हवाले किया जाना है। तीन माह पूर्व दोनों के बीच एमओयू हो चुका है। पारस द्वारा अस्प्ताल निर्माण में लगने वाले समय के देखते हुए तत्काल एचईसी प्लांट अस्पताल को तत्काल दूसरे भवन में स्थानांतरित किया जाना था। ऑपरेशन की वैकल्पिक व्यवस्था किए बिना ही ऑपरेशन को बंद कर दिया गया। अब दोबारा इसके चालू होने की उम्मीद भी नहीं दिख रही।

होते थे रोजाना डेढ़-दो दर्जन ऑपरेशन :

एचईसी अस्पताल में रोजाना विभिन्न तरह के डेढ़-दो दर्जन ऑपरेशन होते थे। धीरे-धीरे अस्पताल के एक-एक विंग को बंद कर प्रबंधन ने अस्पताल को ही व्हील चेयर पर बैठा दिया है। वहीं, जिस विंग या भवन में ऑपरेशन थियेटर है-था। उसे पारस अस्पताल को दे दिया गया है। एचईसी प्लांट अस्पताल में अब सिर्फ ओपीडी और इंडोर की सेवा ही रह गई है।

अस्पताल को टाटा कर रहे चिकित्सक :

पारस के साथ समझौता और भविष्य को देखते हुए कुछ चिकित्सकों ने भी अस्पताल को अलविदा कह दिया है। एक सर्जन, एक गाईनी विशेषज्ञ और एकमात्र एनेस्थीसिया विशेषज्ञ ने भीे अस्पताल को छोड़ चुके हैं।

ग‌र्ल्स स्कूल में स्थानांतरित करने की योजना :

सेक्टर थ्री स्थित ग‌र्ल्स स्कूल में एचईसी प्लांट अस्पताल को स्थानांतरित करने की योजना है। गौर करने की बात यह भी कि स्कूल और अस्पताल भवन के कमरे अपनी-अपनी जरूरत के हिसाब से अलग-अलग तरीके से बने होते हैं। एचईसी प्रबंधन ने इसका ध्यान भी नहीं रखा है। अस्पताल को ठीक से संचालित करने के लिए तो अब नए चिकित्सकों को बहाल करने की भी जरूरत होगी।

'यह बात सही है कि ओटी सेवा प्रभावित हुई है, ग‌र्ल्स स्कूल में भवन में शिफ्ट करते ही इसकी सेवा बहाल कर दी जाएगी।'

डॉ. केके कदम, मेडिकल एडवाइजर, एचईसी प्लांट अस्पताल