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Jharkhand News: रांची में पारा शिक्षक पर बल प्रयोग, CM आवास का घेराव करने पहुंचे थे सभी

Ranchi News प्रदेशभर के हजारों पारा शिक्षक शनिवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने रांची पहुंचे। जब मुख्यमंत्री आवास की ओर से बढ़ रहे थे तभी उन लोगों को रोकने के लिए पुलिस द्वारा बल प्रयोग किया गया। प्रशासन ने पारा शिक्षकों को रोकने के लिए वाटर कैनन और आंसू गैस के गोल दागे। इस दौरान शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

By Neeraj Ambastha Edited By: Shashank Shekhar Updated: Sat, 20 Jul 2024 09:42 PM (IST)
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पारा शिक्षकों ने सीएम आवास का घेराव किया। फोटो- जागरण
राज्य ब्यूरो, रांची। Ranchi News राज्य कर्मी का दर्जा देने तथा वेतनमान लागू करने की मांग को लेकर आंदोलनरत पारा शिक्षक निर्धारित कार्यक्रम के तहत शनिवार को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने रांची पहुंचे।

मोरहाबादी मैदान में जमा होकर पारा शिक्षक मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने हल्का बल प्रयोग कर उन्हें आगे नहीं बढ़ने से रोक लिया।

इस क्रम में पारा शिक्षकों ने जमकर नारेबाजी की। देर शाम पुलिस प्रशासन ने उनके प्रतिनिधिमंडल की वार्ता स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के मंत्री से कराई।

मंत्री ने मांगों और नियमावली में त्रुटि को लेकर पूरी रिपोर्ट के साथ 25 जुलाई को दोबारा वार्ता के लिए बुलाया तथा उनकी मांगों पर नियमानुसार कार्रवाई करने तथा नियमावली में त्रुटि को दूर करने का आश्वासन दिया। इसके बाद पारा शिक्षकों ने अपना आंदोलन स्थगित करने की घोषणा की।

मोरहाबादी मैदान में जुटे हजारों पारा शिक्षक

वार्ता से पहले झारखंड राज्य सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर राज्य भर के पारा शिक्षक राज्य भर के हजारों पारा शिक्षक मोरहाबादी मैदान में जुटे। मुख्यमंत्री आवास के घेराव की चेतावनी देने के कारण पुलिस प्रशासन ने उन्हें रोकने के लिए चारों ओर से बैरिकेटिंग की थी तथा बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया था।

बड़ी संख्या में पारा शिक्षक फुटबॉल मैदान की ओर से मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने लगे, पुलिस ने उन्हें पहले ही रोक लिया। इस क्रम में पारा शिक्षकों के एक समूह ने बैरिकेटिंग तोड़ने का पूरा प्रयास किया। उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने पहले आंसू के गोले छोड़े तथा वाटर केनन का प्रयोग किया।

बाद में हल्का बल का प्रयाग किया। पारा शिक्षक नेताओं ने पुलिस द्वारा लाठी चार्ज करने तथा कई पारा शिक्षकों को चोट लगने का आरोप लगाया है। इधर, पुलिस प्रशासन द्वारा रोके जाने के बाद पारा शिक्षक ऑक्सीजन पार्क के पास सड़क पर बैठ गए और वहीं सभा करने लगे।

उनका कहना था कि जब तक उनकी वार्ता मुख्यमंत्री या शिक्षा मंत्री से नहीं कराई जाएगी तब तक वे वहीं बैठे रहेंगे। रांची के उपायुक्त राहुल सिन्हा एवं वरीय पुलिस अधीक्षक चंदन सिन्हा ने काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन पारा शिक्षक वहीं डटे रहे।

शाम पांच बजे शिक्षा मंत्री की ओर से मोर्चा के शिष्टमंडल को वार्ता के लिए बुलाया गया। प्रतिनिधिमंडल में विनोद तिवारी, संजय दूबे, ऋषिकेश पाठक, विनोद बिहारी महतो, सिंटू सिंह आदि सम्मिलित थे।

पांच अगस्त को होगा त्रिपक्षीय समझौता

शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम ने पारा शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि 25 जुलाई को वे उनकी मांगों पर अकेले चर्चा करेंगे। बताया कि राज्य परियोजना निदेशक आदित्य रंजन एक सप्ताह के लिए रांची से बाहर हैं। इसलिए पांच अगस्त को वे शिक्षा सचिव, राज्य परियोजना निदेशक के साथ बैठक करेंगे, जिसमें पारा शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल को भी बुलाया जाएगा।

उसमें उनकी मांगों पर समाधान निकालने का पूरा प्रयास किया जाएगा। इधर, झारखंड राज्य सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा के विनोद तिवारी ने बताया कि पांच अगस्त को उनकी मांगों के अनुरूप निर्णय नहीं होता है तो पारा शिक्षक उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

राज्य कर्मी का दर्जा देने तथा वेतनमान की कर रहे मांग

पारा शिक्षक राज्य कर्मी का दर्जा देने तथा वेतनमान देने की मांग कर रहे हैं। साथ ही पारा शिक्षक कल्याण कोष के माध्यम से जीवन व स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने, अनुकंपा पर आश्रितों को नौकरी देने, पिछली सरकार में पारा शिक्षक नेताओं के विरुद्ध दर्ज प्राथमिकी को वापस लेने आदि मांग को लेकर भी आंदोलनरत हैं।

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