Plant Puja on 30th August: RSS के आह्वान पर एक साथ एक करोड़ परिवार करेंगे पौधों की पूजा
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन के आह्ववान पर 30 अगस्त को पूरे देश में लगभग एक करोड़ परिवार एक साथ एक समय पर अपने घरों में पौधों की पूजा करेंगे।
रांची [संजय कुमार]। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पर्यावरण संरक्षण गतिविधि विभाग तथा हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन के आह्ववान पर 30 अगस्त को पूरे देश में लगभग एक करोड़ परिवार एक साथ एक समय पर अपने घरों में पौधों की पूजा करेंगे। संघ ने इस कार्यक्रम को 'प्रकृति वंदन' नाम दिया है। 30 अगस्त को दिन में 10 से 11 बजे तक होने वाले इस कार्यक्रम के प्रारंभ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ऑनलाइन लोगों को संबोधित करेंगे।
फिर जाने-माने संत का संबोधन होगा। उसके बाद सभी अपने-अपने घरों में गमले में लगाए गए पौधों या घर की चारदीवारी के अंदर लगे पौधे की परिवार के साथ पूजा करते हुए प्रकृति संरक्षण का संकल्प लेंगे। अभी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए लोगों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जारी है।
कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कोई भी करा सकता है रजिस्ट्रेशन
आरएसएस के झारखंड के पर्यावरण गतिविधि प्रमुख प्रवीण दुबे ने कहा कि पूरे देश में एक करोड़ परिवारों तक इस कार्यक्रम के माध्यम से पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पूरे देश में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन चल रहा है, जिसमें कोई भी शामिल हो सकता है। यह हिंदी, अंग्रेजी के साथ स्थानीय भाषा में भी उपलब्ध है। सभी राज्यों में पर्यावरण गतिविधि विभाग और हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा फाउंडेशन से जुड़े कार्यकर्ता आरएसएस के स्वयंसेवकों के साथ-साथ अन्य लोगों को भी रजिस्ट्रेशन कराने के लिए लिंक भेज रहे हैं।
वैसेे जिन्हें भी इस कार्यक्रम में भाग लेना है, वे एसएएनकेएएलपी डॉट पीएआरवाइएवीएआरएएनएसएएनआर एकेएसएचएएन डॉट ओआरजी पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। जिन लोगों का रजिस्ट्रेशन होगा, उन्हें 30 अगस्त की सुबह लाइव प्रसारण में भाग लेने के लिए एक लिंक भेजा जाएगा। पूजन सामग्री में रोली, मोली, पुष्प, दीपक, चावल व प्रसाद रखना है।
भूमि संरक्षण के प्रति श्रद्धा एवं सम्मान का भाव जगाना उद्देश्य
प्रवीण दुबे ने कहा कि आरएसएस पर्यावरण संरक्षण को लेकर काफी जागरूक है। संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत हमेशा पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने पर जोर देते रहते हैं। इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को पर्यावरण व प्रकृति संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
साथ ही भूमि संरक्षण के प्रति श्रद्धा व सम्मान का भाव जगाना इस कार्यक्रम का उद्देश्य है। इसके अलावा लोगों को नैतिकता, संस्कार और प्राचीन मूल्यों की ओर फिर से उन्मुख करना है। हमारी कोशिश है कि दैनंदिन जीवन में पेड़-पौधों के अनमोल महत्व को समझते हुए सभी पर्यावरण की रक्षा करें।