न काली टी शर्ट न काला बैग, उलिहातू में पीएम मोदी की जनसभा में सुरक्षा का खास इंतजाम, पानी की बोतल तक अंदर ले जाना है मना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उलिहातू में आयोजित जनसभा में पहुंच चुके हैं। यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हुए हैं। सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त है। मंच पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने पीएम मोदी को परंपरागत शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने उन्हें सरना शाल भेंट किया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी प्रधानमंत्री को शाल ओढ़ाया और साथ ही रंग-बिरंगे बटन से बने बिरसा मुंडा की तस्वीर भेंट की।
By Jagran NewsEdited By: Arijita SenUpdated: Wed, 15 Nov 2023 12:53 PM (IST)
जासंं, रांची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रांची से उलिहातू पहुंच चुके हैं, जो खूंटी जिले में स्थित भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली है। यहां उन्होंने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। खूंटी में पीएम मोदी की जनसभा है, जहां बड़ी संख्या में लोग पहुंचे हुए हैं। जनसभा के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
जनसभा में काला बैग और काली शर्ट की मनाही
यहां पुलिस किसी को भी पानी का बोतल और बैग तक अंदर तक नहीं ले जाने दे रहे हैं। सभा स्थल तक जाने के लिए लोगों की कतार लगी हुई है। इतना ही नहीं, सभा में काला शर्ट बैग की मनाही है। काली जर्सी भी उतार कर पुलिस रख ले रही है।शाल ओढ़ाकर राज्यपाल ने पीएम को किया सम्मानित
यहां पहले पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री मोदी ने एक प्रदर्शनी का निरीक्षण किया और फिर कार्यस्थल पहुंचे। जहां मंच पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने पीएम मोदी को परंपरागत शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया।केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने उन्हें सरना शाल भेंट किया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी प्रधानमंत्री को शाल ओढ़ाया और साथ ही रंग-बिरंगे बटन से बने बिरसा मुंडा की तस्वीर भेंट की। इसके बाद केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने सबसे पहले सभा को संबोधित किया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।#WATCH झारखंड: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खूंटी में एक प्रदर्शनी का निरीक्षण किया। pic.twitter.com/lbpYuyJHhy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 15, 2023
पीएम मोदी ने उलिहातू आकर इतिहास रचा
उन्होंने कहा, देशवासी जनजातीय गौरव दिवस मना रहे हैं। हम झारखंडवासी, देश के जनजाति आह्लादित हैं कि इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उलिहातु आकर नया इतिहास रचा। पूरा देश आज भगवान बिरसा मुंडा की धरती से जुड़ा है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर एक अद्भुत योजना की शुरुआत की है। साढ़े बाइस हजार गांव के लिए जनजातीय न्याय अभियान 24 हजार करोड़ की योजना की शुरुआत की जाएगी।झारखंड है वीरों की धरती: हेमंत सोरेन
इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, मुझे आदिवासी होने का गर्व है। भगवान बिरसा मुंडा पूरे आदिवासियों के ही भगवान रहे हैं। वैसे भी झारखंड वीरों की धरती रही है। आदिवासी समाज सदियों से अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ता रहा है, लेकिन आदिवासियों को उनका उचित जगह नहीं मिला है। वह आगे कहते हैं, आदिम जनजातीय समुदाय के लिए आज यहां कई घोषणाएं की जाएंगी। उन्हें बचाना जरूरी है क्योंकि वे नहीं बचे तो तो हम इस आदिम जनजाति हो जायेंगे। प्रधानमंत्री के आगमन से आशा है कि आदिवासी विकास के लक्ष्य को हासिल किया जाएगा। प्रधानमंत्री से आग्रह है कि आदिवासियों के विस्थापन को लेकर कोई विशेष कार्य योजना तैयार करें ताकि उन्हें उनकी अपनी जमीन छोड़कर कहीं और नहीं जाना पड़ा।पीएम ने रिमोट दबाकर किया कार्य योजनाओं का शुभारंभ
गौरतलब है इस मौके पर प्रधानमंत्री ने रिमोट बटन दबाकर पीएम जनजातीय आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम - जनमन) का शुभारंभ किया। 19 राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों की जनजाति आबादी इस योजना से कवर होगी। फिर से प्रधानमंत्री ने रिमोट दबाकर पीएम सम्मान निधि की 15वीं किश्त जारी की। इसके तहत पूरे देश के आठ करोड़ किसानों को 18 हजार करोड़ से अधिक की धनराशि का हस्तांतरण किया गया है।#WATCH | Khunti, Jharkhand: Prime Minister Narendra Modi releases the 15th instalment amount of about Rs. 18,000 crores under PM-KISAN. pic.twitter.com/xYkLa6J14M
— ANI (@ANI) November 15, 2023
इन योजनाओं की रखी गई आधारशिला
- राष्ट्रीय राजमार्ग-133 पर 52 किलोमीटर लंबा महगामा-हंसडीहा फोरलेन।
- एनएच-14ए पर 45 किलोमीटर लंबा बासुकीनाथ-देवघर फोरलेन।
- केडीएच-पुरनाडीह कोल हैंडलिंग प्लांट।
- ट्रिपल आइटी, रांची का नया अकादमिक भवन।
इनका किया उद्घाटन
- आईआईएम, रांची का नया कैंपस।
- आईआईटी आइएसएम धनबाद का नया छात्रावास।
- बोकारो में पेट्रोलियन और लुब्रिकेंट डिपो।
- रेलवे के हटिया-पकरा, तालगड़िया-बोकारो और जरंगडीह-पतरातू सेक्शन लाइन का दोहरीकरण।
- झारखंड में 100 प्रतिशत रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन।