Indian Postal Services: डाकघर में बनाएं ड्राइविंग लाइसेंस, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र, पासपोर्ट व आधार कार्ड
Post Office Services डाकघर अब काफी बदल गया है। यहां कई तरह की सुविधाएं मिलने लगी हैं। गंगाजल से लेकर मंदिर का प्रसाद तक घर-घर पहुंचा रहा है। रेलवे टिकट हो या बैकिंग सेवा या बीमा हर सुविधा यहां उपलब्ध है।
By M EkhlaqueEdited By: Updated: Sat, 01 Oct 2022 04:46 PM (IST)
कोडरमा, (अरविन्द चौधरी)। Post Office Services Jharkhand भारतीय डाक विभाग 1 अक्टूबर को 168 साल का हो गया है। वक्त के साथ विभाग ने खुद काे ढाला और आधुनिकता के साथ तालमेल बैठाया। 1 अक्टूबर 1854 को भारतीय डाक विभाग की स्थापना हुई। कोडरमा जिले में पहला डाकघर 1905 में डोमचांच के शिवसागर में खुला था, जो आज भी जर्जर हो चुके उसी भवन में संचालित हो रहा है। वहीं, झुमरीतिलैया शहर में 1967-68 में मुख्य डाकघर खुला। यहां माइका के समय 20 पोस्ट अलग से बनाए गए थे। छोटे-छोटे पोस्ट बाक्स में व्यवसायियों के पत्र सुबह 09 बजे डाल दिए जाते थे। उसे कर्मचारी ताला खोलकर ले जाते थे।
तीन डाकियों के जिम्मे 28 वार्ड में पत्र वितरण
आज यह पोस्ट बाक्स अब शोभा की वस्तु बन कर रह गए हैं। इसके अलावा कई स्थलों पर छोटे-छोटे पोस्ट बाक्स बिजली या टेलीफोन के खंभे पर लगाए गए थे, जो आज पूरी तरह से बंद हो चुके हैं। झुमरीतिलैया में जिस समय पोस्ट ऑफिस खुला, उस समय आबादी कम थी। आज तीन डाकियों के जरिए 28 वार्डों में लगभग 350 स्पीड पोस्ट 100-150 रजिस्ट्री एवं लगभग 300 जनरल डाक वितरित हो रहा है। उस वक्त यह महज पत्र भेजने का माध्यम था।
आज कई सुविधाएं उपलब्ध करा रहा डाक विभाग
आज डाक विभाग डाक सेवाओं के अलावा बैकिंग, बीमा, पासपोर्ट, रेल टिकट, आधार कार्ड, जन्म या मृत्यु प्रमाण पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में सुविधा दे रहा है। एक समय डाक विभाग द्वारा 15 पैसे के पोस्टकार्ड बिक्री परवान पर रहती थी, लेकिन पोस्टकार्ड देखने को नहीं मिलते। वहीं, टेलीग्राम की प्रथा भी बंद हो गई है। अब यह विभाग जनता के बीच रिटेल सेवाओं को उपलब्ध कराने वाला साधन बन गया है। डाक विभाग नई सेवाओं को मजबूती दे रहा है।
कोडरमा में 114 डाकघर हो चुके हैं आनलाइन डाक विभाग से जुडे़ यादगार पल भुलाए नहीं जा सकते। 1 अक्टूबर 1954 को भारत का पहला डाक टिकट जारी हुआ था। तब भारत डाक टिकट जारी करने वाला एशिया प्रथम राष्ट्र बना था। अब डाक विभाग गंगा जल बेचने के साथ धार्मिक स्थलों के प्रसाद को घर -घर तक पहुंचाने का कार्य कर रहा है। इस वर्ष देवघर मेले के दौरान पेड़े के लिए बाकायदा एग्रीमेंट कर श्रद्धालु भक्तो के निवास स्थलों पर पहुंचाने का कार्य किया। डाक विभाग ने समय के साथ खुद का अपडेट रखा। वक्त के साथ विभाग का प्रारूप भी बदला है। कोडरमा सब डिवीजन 114 डाक घर ऑनलाइन हो चुके हैं ।
कोडरमा जिले में डाक विभाग एक नजर
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- उप डाकघर : 12
- मुख्य डाकघर : 01
- सुकन्या समृद्धि योजना के खाते : 1 लाख।
- इंडिया पोस्ट पेमेंट के खाते : 2 लाख।