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मानव तस्करी के पैसे से प्रभा मिंज ने खड़ी की करोड़ों की संपत्ति, चुनाव लड़ाने की थी तैयारी

मानव तस्कर प्रभा मिंज मुनि को कुछ लोग सिमडेगा से चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे थे। वह ऑल इंडिया क्रिश्चियन माइनॉरिटी फ्रंट की उपाध्यक्ष भी है।

By Sachin MishraEdited By: Updated: Wed, 26 Sep 2018 01:24 PM (IST)
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मानव तस्करी के पैसे से प्रभा मिंज ने खड़ी की करोड़ों की संपत्ति, चुनाव लड़ाने की थी तैयारी
राज्य ब्यूरो, रांची। दिल्ली में गिरफ्तार झारखंड की वांछित मानव तस्कर प्रभा मिंज मुनि ने दिल्ली एटीएस की पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। पूछताछ में यह स्पष्ट हुआ है कि मानव तस्करी के पैसे से उसने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है। सिर्फ दिल्ली के पंजाबी बाग में 250 करोड़ के भूखंड पर आलीशान मकान बना हुआ है। वहीं, अपनी बेटी जो फिल्म उद्योग से जुड़ी है की फिल्म निर्माण के लिए पांच करोड़ रुपये का निवेश भी किया है। जिस दिन प्रभा मिंज मुनि गिरफ्तार की गई थी, उसी दिन दिल्ली में करमा महोत्सव का मेला था, जिसमें झारखंड से तस्करी कर ले जाई गई घरेलू नौकरानियां शामिल थीं। उसका पति रोहित कुमार मुनि खगडि़या में एक महासभा में शामिल होने गया था। पूछताछ में यह भी जानकारी मिली है कि प्रभा मिंज छत्तीसगढ़ में भी एक आलीशान मकान बनवा रही है।

प्रभा को सिमडेगा से चुनाव लड़ाने की थी तैयारी
मानव तस्कर प्रभा मिंज मुनी को कुछ लोग सिमडेगा से चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे थे। प्रभा मिंज मुनि ऑल इंडिया क्रिश्चियन माइनॉरिटी फ्रंट की उपाध्यक्ष भी है। सिमडेगा में मिशनरी केसहयोग से वह चुनाव लड़ने वाली थी। उसने एटीएस को पूछताछ में यह भी बताया है कि उसका एक भाई छत्तीसगढ़ में पास्टर है। वह चार बहन है। उसका दिल्ली में जहां कार्यालय संचालित हो रहा है, वह लंदन में कार्यरत एक पंजाबी परिवार का बिल्डिंग है।

मानव तस्करों की सूची में टॉप पर थी प्रभा मिंज
प्रभा मिंज सीआइडी से जारी मानव तस्करों की सूची में टॉप पर थी। उसका पूर्व में एक ऑडियो क्लिप भी जारी हुआ था। जारी ऑडियो में उसने अपनी गिरफ्तारी नहीं होने के पीछे एक पुलिस अधिकारी को मैनेज करने की बात स्वीकारी है।

फेसबुक के माध्यम से प्रभा तक पहुंची पुलिस
प्रभा मिंज पुलिस के लिए वांछित थी। विशेष शाखा झारखंड की सोशल मीडिया सेल ने जब फेसबुक पर उसके अपडेट पोस्ट को देखा तो इसकी सूचना दिल्ली पुलिस को दी गई। इसके बाद ही दिल्ली पुलिस की विशेष टीम ने प्रभा मिंज को गिरफ्तार किया। उसने फेसबुक पर झारखंड से लेकर दिल्ली तक के वरिष्ठ नेताओं की तस्वीर शेयर की थी। वहीं, अपनी बेटी की फिल्म का प्रमोशन भी किया था। प्रभा मिंज की बेटी दीपशिखा मिंज नागपुरी फिल्म व नागपुरी एलबम की अभिनेत्री है। 

इस तरह फांसती थी लड़कियों को
दिल्ली के पश्चिमी जिले से गिरफ्तार झारखंड पुलिस के लिए फरार कुख्यात मानव तस्कर प्रभा मिंज मुनि (42) से पूछताछ जारी है। उसने फेसबुक पर झारखंड के कई दिग्गज नेताओं सहित राजनीति व पुलिस से जुड़े अधिकारियों के साथ अपनी तस्वीरें शेयर की थी। वह फेसबुक के माध्यम से लड़कियों को अच्छी नौकरी का सपना बेचती थी, उन्हें फांसकर उनकी तस्करी करती थी। झारखंड के सिमडेगा जिले में वर्ष 2013 में प्रभा मिंज मुनि के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज है। वह फरार थी। उसके विरुद्ध सरकार ने 25 हजार रुपये का इनाम भी रखा है। खुद को एक स्वयंसेवी संगठन की संचालिका घोषित कर चुकी प्रभा मिंज दावा करती रही है कि वह गरीब लड़कियों के कल्याण के लिए कार्य करती है। उन्हें दिल्ली में रोजगार उपलब्ध कराती है।

विशेष शाखा की सूचना पर दिल्ली की पश्चिमी जिला वाहन चोरी निरोधक दस्ता (एएटीएस) ने 23 सितंबर को इंस्पेक्टर मनोज कुमार के नेतृत्व में वेस्ट पंजाबी बाग में छापेमारी कर प्रभा मिंज मुनि को पकड़ा। पूछताछ में प्रभा ने बताया है कि वह मूल रूप से छत्तीसगढ़ की रहने वाली है तथा दो दशक पहले दिल्ली आई थी। यहां उसकी मुलाकात रोहित से हुई। रोहित बिहार का रहने वाला है और शकरपुर में प्लेसमेंट एजेंसी चलाता था। दोनों ने शादी कर ली। इसके बाद दोनों ने मिलकर घरेलू सहायिका से जुड़े कार्य करने लगे। लड़कियों को ये झारखंड के पिछड़े इलाके से ढूंढकर लाते थे। इन्हें प्रलोभन दिया जाता था कि दिल्ली में काम करने से उनकी अच्छी आय होगी जिससे कि उनकी जीवनशैली में सुधार आएगा। अच्छा खाना, अच्छे कपड़े वे पहन सकेंगी। अच्छी आय भी होगी। लड़कियां इनके झांसे में आ जाती थी। लड़कियों की आमदनी को भी ये हड़प लेती थीं। जो लड़कियां इनके चंगुल से बाहर निकलने की हिम्मत दिखाती थी, उन्हें धमकाती थी। इस दौरान इन्होंने अच्छा खासा पैसा जमा कर लिया और इस काले कारोबार को पंजाबी बाग में करने लगी।

प्रभा मिंज पर एक नजर
-प्रभा मिंज मुनि व उसके पति रोहित कुमार मुनी पर सिमडेगा के एएचटीयू थाने में प्राथमिकी दर्ज है।
-ये वेस्ट दिल्ली के पंजाबी बाग थाना क्षेत्र स्थित वेस्ट पंजाबी बाग के 48/72 में रहते हैं।
-प्रभा मिंज मुनी ऑल इंडिया क्रिस्टियन माइनॉरिटी फ्रंट की उपाध्यक्ष है। उसके साथ रोहित मुनि मिलकर संपूर्ण घरेलू कामगार सर्वेक्षण एवं उत्थान समिति तथा सर्वोदय आदिवासी जन कल्याण संस्था का संचालन किया जाता है। 

नौकरी के बहाने 16 नाबालिग लड़कियों को ले गई थी दिल्ली
झारखंड की 16 नाबालिग लड़कियों को मानव तस्करों के चंगुल से छुड़ाकर दिल्ली और हरियाणा से रांची लाया गया है। मंगलवार को दूसरे राज्य से अपने घर पहुंचने के बाद लड़कियों ने राहत की सांस ली। नाबालिगों ने जो खुलासे किए हैं वह रोंगटे खड़े करने वाले हैं। लड़कियों ने बताया कि उन्हें नौकरी, पढ़ाई व घुमाने का लालच देकर दिल्ली ले जाया गया था। जहां मानव तस्कर प्रभा मुनि का पति रोहित मुनि उन्हें लगातार हवस का शिकार बनाता था। हर रोज दुष्कर्म किया जाता था। विरोध करने पर बर्बरता पूर्वक पीटा जाता था। कई लड़कियां आपबीती सुनाते हुए रोने लगीं। मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त नाबालिग लड़कियां गुमला, साहेबगंज, सिमडेगा, पाकुड़, गिरिडीह, लोहरदगा, गोड्डा समेत अन्य जगहों की हैं। इन्हें संबंधित जिला के प्रभारियों के हवाले कर दिया गया है। इनमें से तीन को फिलहाल प्रेमाश्रय में रखा गया है।

चाकू से भी होता था वार
दो दिन पूर्व दिल्ली एटीएस ने जिस किंगपिन प्रभा मुनि को गिरफ्तार किया है। वही काम का लालच देकर इन लड़कियों को दिल्ली ले गई थी। आरोपित प्रभा मुनि के चंगुल से मुक्त गोड्डा जिला की एक नाबालिग ने बताया कि किस तरह काम के नाम पर प्रभा मुनि और उसका पूरा परिवार उसे प्रताडि़त करता था। विरोध करने पर निर्वस्त्र कर पीटा जाता था। चाकू से भी शरीर पर वार किया जाता था।

चंडीगढ़ सीडब्लूसी ने निभाई अहम भूमिका
चंडीगढ़ बाल संरक्षण आयोग के बीके गोयल और शक्ति वाहिनी ने लड़कियों की बरामदगी से लेकर इलाज करने में अहम भूमिका निभाई। कई महीनों तक चंडीगढ़ और बाद में दिल्ली के अस्पताल में इलाज कराया। दिल्ली में जब लड़कियों का इलाज चल रहा था तब उसने मिलने वाली झारखंड बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने बताया कि उनकी हालत बहुत खराब थी। डॉक्टर्स ने स्पष्ट कहा था कि लड़कियों की स्थिति गंभीर है और अभी इसे यहां से ले नहीं जाया जा सकता। सेहत दुरुस्त होने के बाद अब वे अपने घर लौट पाई हैं।

शक्ति वाहिनी ने सीडब्लूसी को सौंपा नाबालिग
शक्ति वाहिनी सभी लड़कियों को तस्करों से मुक्त कराने के बाद दिल्ली बाल कल्याण समितियों की अनुशंसा पर रांची लेकर आई। रांची रेलवे स्टेशन पर इन्हें रिसीव करने बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर, शक्ति वाहिनी से ऋषिकांत, अनिल कुमार, रांची रेलवे चाइल्ड लाइन समेत अन्य लोग उपस्थित थे।

मानव तस्करों की चंगुल से मुक्त कराई गई बच्चियों के साथ न्याय होगा। इस मामले में पोक्सो एक्ट समेत अन्य के तहत भी प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
-आरती कुजूर, अध्यक्ष, झारखंड राज्य बाल संरक्षण आयोग।

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