कौन है वो नेता, जिसने कांग्रेस की राजनीति में धनकुबेर धीरज साहू को किया प्रमोट? 300 करोड़ को लेकर चर्चा में सांसद
IT रेड को लेकर चर्चा में आए धनकुबेर धीरज साहू को झारखंड से कांग्रेस की राजनीति में आगे बढ़ाने का श्रेय प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को जाता है। बता दें कि कांग्रेस की पारिवारिक पृष्ठभूमि के चलते धीरज साहू का पार्टी से जुड़ाव 1977 में ही हुआ था। 64 वर्षीय धीरज साहू सबसे पहले एनएसयूआई से जुड़े। इसके बाद जिला कमेटी और राज्य कमेटी में शामिल हुए।
By Pradeep singhEdited By: Shashank ShekharUpdated: Sun, 10 Dec 2023 09:36 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, रांची। लगभग 500 करोड़ की कैश बरामदगी से चर्चा में आए झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य धीरज प्रसाद साहू को राजनीति में आगे बढ़ाने का श्रेय झारखंड प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप कुमार बलमुचू को जाता है।
कांग्रेस की पारिवारिक पृष्ठभूमि के कारण धीरज प्रसाद साहू का संगठन से जुड़ाव 1977 में ही हो गया था। 64 वर्षीय धीरज प्रसाद साहू कांग्रेस की छात्र शाखा एनएसयूआइ से सबसे पहले जुड़े। बाद में वे कांग्रेस की लोहरदगा जिला कमेटी और राज्य कमेटी में शामिल हुए।
2009 में राज्यसभा उपचुनाव में जीत हासिल की
प्रदीप कुमार बलमुचू ने उन्हें बड़ा मौका देते हुए 2009 में राज्यसभा उपचुनाव में खड़ा किया, जिसमें उनकी जीत हुई। 2010 में भी वे उच्च सदन में जाने में सफल रहें। धीरज साहू के भाई गोपाल साहू झारखंड प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष भी रहे हैं।इस परिवार को पार्टी के फंड मैनेजर के रूप में जाना जाता है। हालांकि, धीरज प्रसाद साहू को पहली बार राज्यसभा भेजने में अहम भूमिका निभाने वाले प्रदीप कुमार बलमुचू अभी राजनीतिक नेपथ्य में हैं।
2019 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने पार्टी तक बदल लिया था। एक बार फिर उनकी वापसी हुई है। बलमुचू अभी भी धीरज साहू के बचाव में खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने दावा किया है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी भी धीरज प्रसाद साहू से उपकृत हो चुके हैं।
बेहतर होगा कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कहकर नकदी बरामदगी की जांच ईडी और सीबीआई से करा लें। बकौल बलमुचू, धीरज साहू एक खानदानी बिजनेसमैन हैं, जो भी राशि बरामद हुई है, वह उनकी जायज कमाई हैं।
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