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Jharkhand: PM मोदी ने DM के साथ CM हेमंत को क्‍यों बिठाया... झामुमो-कांग्रेस भड़की

Jharkhand News झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि मुख्यमंत्रियों को प्रधानमंत्री ने डीएम के साथ बैठाकर उनसे बात भी नहीं की। क्या डीएम सीएम के बराबर हैं जो साथ बैठाया गया। उन्होंने आपत्ति भी दर्ज कराई कि राज्य के सीएम को बोलने का मौका तक नहीं मिला।

By Alok ShahiEdited By: Updated: Sat, 22 May 2021 06:01 PM (IST)
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Jharkhand News: झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि क्या डीएम सीएम के बराबर हैं जो साथ बैठाया।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand News झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सह राज्य के वित्त व खाद्य आपूर्ति मंत्री डा. रामेश्वर उरांव ने कहा है कि भारत के संघीय ढांचे में प्रधानमंत्री को पूरे देश का प्रमुख माना जाता है, तो मुख्यमंत्री भी राज्य के प्रधान होते हैं, उनकी बात भी सुननी चाहिए। उरांव शुक्रवार को कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को बैठक में आमंत्रित किया गया था। इस बैठक में प्रधानमंत्री ने डीसी से बात तो की लेकिन मुख्यमंत्री की ओर देखा भी नहीं। केंद्र का जो काम था वह कर नहीं पा रही, ऊपर से लोगों को निराश करने का काम किया जा रहा है। टीका केंद्र को देना है लेकिन इस मुद्दे पर कोई बात नहीं की गई। कोई भी संबंध बनाए रखने के लिए एक-दूसरे को इज्जत देना जरूरी है।

उरांव ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने बड़े ही बेबाक ढंग से यह स्वीकार किया गया था कि केंद्र सरकार विकास योजनाओं के लिए जो 100 पैसे भेजती है, उसमें से 15 पैसे ही गांव तक पहुंच पाते हैं, इस कथन के पीछे उनके मानस पटल पर यह सोच रही कि गरीबों के कल्याण के लिए खर्च की जाने वाली राशि सही तरीके से लाभुकों तक पहुंचे, इसी सोच के तहत राजीव गांधी ने डीबीटी के माध्यम से योजना के लाभुकों को सीधे मदद पहुंचा कर लोकतांत्रिक व्यवस्था को सशक्त करने की कोशिश की।

झामुमो ने एक दिन पहले ही जताई थी आपत्ति

झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने एक दिन पहले ही इस बात पर आपत्ति जताई थी कि मुख्यमंत्रियों को प्रधानमंत्री ने डीएम के साथ बैठाकर उनसे बात भी नहीं की। सुप्रियो ने सवाल उठाया, क्या डीएम सीएम के बराबर हैं जो साथ बैठाया गया। उन्होंने इस बात पर आपत्ति भी दर्ज कराई कि राज्य के सीएम को बोलने का मौका तक नहीं मिला। सवाल उठाते हुए कहा था कि क्या यही फेडरल सिस्टम है। भट्टाचार्ज ने कहा कि भाजपा नेताओं को बताना होगा कि पिछले वर्ष 20 लाख करोड़ पैकेज का क्या हुआ। चालू वित्तीय वर्ष में वैक्सीनेशन को किए गए 18 हजार करोड़ के प्रावधान का क्या हुआ। कहा कि, भाजपा भ्रम फैलाना बंद करे। 

दुर्गा सोरेन की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुर्गा सोरेन की पुण्यतिथि के मौके पर उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड आंदोलन में उन्होंने अहम और सशक्त भूमिका निभाई थी। झारखंड के सर्वांगीण विकास के लिए वे सदैव प्रयत्नशील रहे। पूरे राज्य में उनकी पहचान एक जन और सर्वमान्य नेता के रूप में थी। गरीबों, जरूरतमंदों तथा समाज के सभी वर्ग के लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए वे सदैव उनके साथ खड़े रहते थे। वे युवाओं के लिए मार्गदर्शक और प्रेरणा स्रोत थे। उनके असामयिक निधन से झारखंड में जो शून्यता आई, उसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती है, लेकिन उनके किए गए कार्य हमेशा याद रखे जाएंगे।

इस मौके पर विधायक सीता सोरेन, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की धर्मपत्नी कल्पना सोरेन, मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद, मुख्यमंत्री के सलाहकार (कॉरपोरेट अफेयर्स) बिमल घोष, मुख्यमंत्री के वरीय आप्त सचिव सुनील कुमार श्रीवास्तव और विनोद पांडेय ने स्व. दुर्गा सोरेन की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। दूसरी ओर, पार्टी के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि दुर्गा सोरेन अपनी उम्र से कई गुना अधिक नेतृत्व क्षमता रखते थे। युवाओं के साथ-साथ बुजुर्गों के बीच भी उनकी बहुत अच्छी छवि थी। आज भी उनका नेतृत्व हमारा मार्गदर्शन करता है।

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